Ambedkar Jayanti Quotes : आज अंबेडकर जयंती पर शेयर करें उनके ये 10 प्रेरणादायक कोट्स
- Ambedkar Jayanti Quotes in Hindi , Messages , Photos, Images : आज भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हमें उनके महान व प्रेरणादायक विचारों को जन जन तक पहुंचाना चाहिए। यहां जानें उनके अनमोल विचार

Ambedkar Jayanti Quotes in Hindi , Messages , Photos, Images : आज देश बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती मना रहा है। डॉ. भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान का निर्माता कहा जाता है। स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में मध्य प्रदेश के महू में एक दलित परिवार में हुआ था। उन्होंने पूरा जीवन दलितों, शोषितों और पिछड़ों को उनका अधिकार दिलाने के लिए संघर्ष किया। उनकी समानता और अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी। हमेशा मजदूर वर्ग व महिलाओं के अधिकारों का समर्थन किया। दलितों के मसीहा अंबेडकर महान चिंतक, समाज सुधारक, न्यायविद व अर्थशास्त्री भी थे। देशभक्ति के बारे में उनके विचार केवल उपनिवेशवाद के उन्मूलन तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि वे हर व्यक्ति के लिए स्वतंत्रता भी चाहते थे। उनके लिए समानता के बिना स्वतंत्रता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के बिना समानता निरंकुश तानाशाही की ओर ले जा सकती है।
आज भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हमें उनके महान व प्रेरणादायक विचारों को जन जन तक पहुंचाना चाहिए। आइए जानते हैं उनके कुछ विचार-
1. धर्म मनुष्य के लिए है न कि मनुष्य धर्म के लिए। मैं ऐसे धर्म को मानता हूं जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है।
2. जीवन लम्बा होने के बजाय महान होना चाहिए।
3. मैं किसी समाज की प्रगति को उसकी महिलाओं की प्रगति से मापता हूं।
4. यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए।
5. हिन्दू धर्म में विवेक, कारण और स्वतंत्र सोच के विकास के लिए कोई गुंजाइश नहीं है।

6. इतिहास बताता है कि जहां नैतिकता और अर्थशास्त्र के बीच संघर्ष होता है, वहां जीत हमेशा अर्थशास्त्र की होती है। निहित स्वार्थों को तब तक स्वेच्छा से नहीं छोड़ा गया है, जब तक कि मजबूर करने के लिए पर्याप्त बल न लगाया गया हो।
7. बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए। वे इतिहास नहीं बना सकते जो इतिहास भूल जाते हैं।
8. समानता एक कल्पना हो सकती है, लेकिन फिर भी इसे एक गवर्निंग सिद्धांत रूप में स्वीकार करना होगा।

9. यदि मुझे लगा कि संविधान का दुरुपयोग किया जा रहा है, तो मैं इसे सबसे पहले जलाऊंगा।
10. जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है वो आपके लिये बेमानी है।