पैरों में कीलें ठोक कर महिला की बर्बर हत्या, बिहार में मर्डर से सियासी उबाल; विपक्ष भड़का
नालंदा जिले में महिला की बर्बरता पूर्वक हत्या के मामले में सियासी हंगामा मचा हुआ है। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह समेत कई नेताओं ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा है। महिला की बुरी तरह पिटाई कर हत्या की गई, उसके पैरों में कीलें भी ठोकी गईं।

बिहार के नालंदा जिले में एक महिला की बर्बरता पूर्वक की गई हत्या से सियासी हंगामा मच गया है। चंडी के बहादुरपुर गांव के पास बुधवार को एनएच-431 के किनारे महिला की लाश मिली थी। उसके दोनों पैरों के तलवों में 9 कीलें ठोंकी गई थीं। पूरे शरीर को भस्म की लेप और बाएं हाथ में स्लाइन सेट पाया गया। महिला की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। इस हत्याकांड पर आरजेडी, कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों के नेताओं ने गुस्सा जाहिर करते हुए नीतीश सरकार पर कानून व्यवस्था को लेकर हमला बोला है।
नालंदा जिले के हिलसा-1 डीएसपी सुमित कुमार ने कहा कि पैरों में कीलें ठोके होने का क्या मतलब हो सकता है, अब तक पता नहीं लग सका है। एफएसएल टीम को मौके पर खून का कोई निशान नहीं मिला है। पुलिस इस तथ्य से हैरान है कि कीलें ठोकने के बावजूद खून नहीं बहा। पुलिस का मानना है कि महिला की कहीं और हत्या की गई और फिर शव को चंडी के बहादुरपुर में फेंक दिया गया।
तंत्र-मंत्र के चक्कर में हुई हत्या?
महिला के दाहिने हाथ पर काला दाग है। इससे पता चलता है कि उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। पूरे शरीर पर भस्म लगी है। कई लोग इसे अंधविश्वास से जोड़ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि शव देखने पर लगता है, महिला की तंत्र-मंत्र के चक्कर में हत्या की गई। पुलिस की मानें तो महिला गले पर निशान भी पाए गए हैं।
लालू समेत कई नेताओं ने नीतीश सरकार पर हमला बोला
विपक्षी पार्टी आरजेडी के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए नालंदा हत्याकांड पर नीतीश सरकार पर हमला बोला। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, '1025 ईस्वी के राम राज्य में बिहार सूबे में ब्रह्मांड की समस्त शक्तियों के मेल से 2025 में घटित मंगलकारी घटना।' कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने इस हत्याकांड को शर्मनाक बताया। सीपीआई के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने इस कांड को दुखद बताया। उन्होंने मांग की कि दिल दहलाने वाली इस घटना के दोषियों की पहचान कर जल्द से जल्द कड़ी सजा दिलाई जाए।