क्यों नाराज हैं 102 एम्बुलेंस चालक, अब गर्दनीबाग में धरने का ऐलान; मरीजों की भारी फजीहत
- बिहार राज्य एम्बुलेंस चालक संघ के अध्यक्ष मो. मुस्लिम, सचिव देवराज ने बताया कि पिछले चार दिनों से वे लोग हड़ताल पर हैं। लेकिन उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया। पटना सिविल सर्जन से भी मंगलवार को मुलाकात की गई। पर, उनसे भी ठोस आश्वासन नहीं मिला है।
मानदेय में बढ़ोतरी और समय पर भुगतान की मांग को लेकर पिछले चार दिनों से 102 एम्बुलेंस चालक हड़ताल पर हैं। इससे दूर-दराज के मरीजों को अस्पताल पहुंचने में भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। निजी एम्बुलेंस चालकों द्वारा उनसे मनमानी रकम की मांग की जा रही है। पीएमसीएच, एनएमसीएच, आईजीआईएमएस में आनेवाले गंभीर मरीजों के परिजनों को पहले की तुलना में दोगुनी रकम चुकानी पड़ रही है।
पीएमसीएच में महुआ से आनेवाले एक मरीज के परिजन ने बताया कि सोमवार की शाम को ही उनके चाचा की तबीयत खराब हो गई थी। महुआ के चिकित्सक ने पीएमसीएच या एनएमसीएच ले जाने की सलाह दी। वे लगातार एक घंटे तक प्रयास करते रहे। 102 एम्बुलेंस के लिए नंबर नहीं लगा। वहां से निजी एम्बुलेंस से आने के लिए तीन हजार रुपये मजबूरी में देने पड़े।
एम्बुलेंस चालक 24 से गर्दनीबाग में देंगे धरना
बिहार राज्य एम्बुलेंस चालक संघ के अध्यक्ष मो. मुस्लिम, सचिव देवराज ने बताया कि पिछले चार दिनों से वे लोग हड़ताल पर हैं। लेकिन उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया। पटना सिविल सर्जन से भी मंगलवार को मुलाकात की गई। पर, उनसे भी ठोस आश्वासन नहीं मिला है। बताया कि नवंबर से नई एजेंसी के हाथों एम्बुलेंस संचालन का जिम्मा दिया गया है।
कंपनी द्वारा वेतन में भारी कटौती की गई है और समय पर भुगतान भी नहीं किया गया है। बताया कि गुरुवार तक उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वे लोग सामूहिक रूप से गर्दनीबाग धरना स्थल पर धरना देंगे।