सुधाकर सिंह का खुला चैलेंज; 2020 वाली गलती नहीं, उपचुनाव में गुंडागर्दी हुई तो 300 बूथों पर लाठी से पिटाएंगे
आरजेडी के बक्सर से सांसद सुधाकर सिंह एक बार फिर अपने बयान से चर्चा में आ गए हैं। उन्होने कहा कि अगर पिछली बार 2020 में तीन बूथों पर ही लोग पिटाए थे। लेकिन इस बार उपचुनाव में गुंडागर्दी करेंगे तो 300 बूथों पर लाठी से पिटाएंगे
बिहार की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार तेज गया है। इस बीच कैमूर की रामगढ़ सीट से आरजेडी के प्रत्याशी अजीत सिंह चुनावी मैदान में हैं। जो राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे और इसी सीट से पूर्व विधायक और बक्सर से सांसद सुधाकर सिंह के छोटे भाई है। सुधाकर सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुछ ऐसा बोल दिया है, जो सुर्खियां बन गया है। और सीधे-सीधे धमकी के तौर पर देखा जा रहा है।
सुधाकर सिंह ने कहा कि इस बात को ठीक से याद रख लें, उपचुनाव केवल एक साल के लिए हैं। कौन जीतेगा, कौन हारेगा मैं नहीं जानता। लेकिन सुधाकर सिंह यहां 5 साल रहेंगे, मुझसे टकराना होगा। इस बात को याद रख लें। विधायक सांसद के सामने होता कुछ नहीं है। ये भी याद रखें कि बन जाने के बाद भी ऐसे लोगों को घुटने पर लाना मुझे अच्छी तरह मालूम है। ऐसे गुंडों को सीधा करना जानता हूं।
आरजेडी सांसद ने कहा कि पिछली बार वाली गलती नहीं करेंगे। 2020 में तीन जगह ही लाठी से पिटाए थे लोग। लेकिन इस बार चुनाव में गुंडागर्दी करेंगे तो 300 बूथों पर लाठी से पिटाएंगे ये याद रखना। उन्होने कहा कि गर्म मिज़ाज का आदमी हूं। इसका उदाहरण लोगों ने देखा है। जब बिहार में आरजेडी की नीतीश कुमार के साथ सरकार बनी थी, तो उस सरकार में मुझे कृषि मंत्री बनाया गया था। वहां भी मैं मुख्यमंत्री के सामने तन गया था।
आपको बता दें रामगढ़ सीट पर महागठबंधन की ओर से आरजेडी प्रत्याशी अजित सिंह, एनडीए समर्थित बीजेपी प्रत्याशी अशोक कुमार सिंह, बीएसपी के सतीश कुमार सिंह यादव और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के सुशील कुशवाहा चुनावी मैदान में हैं। 13 नवंबर को चारों सीटों पर वोटिंग होगी। और 23 नवंबर को परिणाम घोषित होंगे।