गृह प्रसव से मुक्त को लेकर चलाया गया अभियान
(पेज चार)लौथू और रोहतास में चलाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ. मणिराज रंजन ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार पंचायतों को गृह प्रसव से

सासाराम, एक संवाददाता। सरकार द्वारा शिशु मृत्यु दर समेत गर्भवती महिलाओं की मृत्यु दर में कमी लाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। इसमें से एक गृह प्रसव मुक्त अभियान शामिल है। जिसे सफल बनाने व पंचायतों को गृह प्रसव से मुक्त के लिए के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम अभियान चलाया जा रहा है। इसमें विशेषकर जिले के तीन प्रखंडों शिवसागर, तिलौथू और रोहतास में चलाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ. मणिराज रंजन ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार पंचायतों को गृह प्रसव से मुक्त लिए अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान गृह प्रसव से मुक्ति करने और सरकारी अस्पतालों की ओर जाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बताया कि एक सर्वे के दौरान जिले के तीन प्रखंडों में अधिक गृह प्रसव के मामले आए हैं। जो सही बात नहीं है। गृह प्रसव से कई जज्जा-बच्चा दोनों के लिए खतरा और नुकसान हो सकता है। गृह प्रसव कराने से बचना चाहिए। बताया कि सदर अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में चिकित्साएं सुविधाएं और व्यवस्थाएं मुकम्मल है। इसके लिए सरकारी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर और नर्स के देख-रेख में प्रसव होना सुरक्षित है। इसलिए सरकारी अस्पतालों में ही संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना चाहिए।
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