लखनऊ के बस हादसे में जिंदा जल गई समस्तीपुर की मां-बेटी, घर में पसरा मातम
बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक निजी बस में बृहस्पतिवार सुबह लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके में किसान पथ पर आग लगने से दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। समस्तीपुर की रहने वाली मां-बेटी भी इस बस की आग में जिंदा जल गईं।

लखनऊ में चलती बस में लगी आग से जिंदा जलकर मरने वाले लोगों में बिहार के समस्तीपुर के हसनुपर की मां-बेटी भी शामिल हैं। हसनपुर के मधेपुर गांव में गुरुवार की सुबह जैसे ही इसकी सूचना मिली घर में कोहराम मच गया। मृतका के बेटा दीपक महतो ने बताया कि उसके पिता अशोक महतो उर्फ रामप्रकाश महतो, मां लख्खी देवी, बहन सोनी देवी व ढ़ाई साल के भांजे आदित्य को मुसरीघरारी में दिल्ली जाने वाली बस में बुधवार को ढई बजे चढ़ाकर वापस लौटा था।
रात में सभी से बात भी हुई थी। इसके बाद सुबह में मां व बहन के मौत की सूचना मिली। मां के इलाज को लेकर सभी लोग मुगलसराय जा रहे थे। लखनऊ के रास्ते सभी लोग इलाहाबाद में भाई गुड्ड महतो व रामप्रकाश महतो के यहां रूकने के बाद मुगलसराय रवाना होते। उसने बताया कि ढाई महीने पहले ही मां के पेट का ऑपरेशन मुगलसराय में हुआ था। वहां बडी बहन अर्चना देवी रहती हैं। दवा खत्म होने के साथ फिर से चेकअप कराने को लेकर सभी लोग जा रहे थे।
आपको बता दें कि बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक निजी बस में बृहस्पतिवार सुबह लखनऊ के मोहनलालगंज इलाके में किसान पथ पर आग लगने से दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौत हो गई। अपर पुलिस आयुक्त (मोहनलालगंज) रजनीश वर्मा ने बताया कि बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक निजी बस में सुबह करीब पांच बजे अचानक आग लग गई।
उन्होंने बताया कि आग लगने से बस में सवार दो बच्चों, दो महिलाओं और एक पुरूष की मौत हो गई। वर्मा ने बताया कि आग लगने के बाद बस का चालक और सहचालक मौके से फरार हो गए वहीं बस में सवार यात्रियों को पुलिस और जनता की मदद से कांच तोड़कर बाहर निकाला गया।
मृतकों की सूची
एसीपी ने बताया कि यात्रियों के अनुसार बस में करीब 80 से 90 यात्री थे। बस से पांच शव बरामद हुये हैं, वहीं हादसे में कुछ लोग मामूली रूप घायल भी हुये हैं जिन्हें इलाज के लिये अस्पताल ले जाया गया है। इस हादसे में लक्खी देवी (55), सोनी (26), देवराज (3), साक्षी कुमारी (2) तथा मधुसूदन (21) की मौत हो गई।
बस के गेयर बॉक्स में लगी आग
वर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बस के ‘गेयर बाक्स’ में शार्ट सर्किट के कारण आग लगी। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि बस का आपातकालीन द्वार नहीं खुला और इस वजह से लोग बस से बाहर नहीं निकल सके। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि एक किलोमीटर दूर तक आग की लपटें दिखाई दे रही थीं।