बिहार में लिथियम-पोटाश की खुदाई जल्द, 4 ब्लॉक की नीलामी पूरी; एक रेट पर ऑनलाइन मिलेगी बालू
बिहार में लिथियम और पोटाश का बड़ा भंडार खोजा गया है। अभी तक इससे जुड़े चार ब्लॉकों की नीलामी पूरी हो चुकी है। जल्द ही इन ब्लॉकों में खुदाई का काम शुरू होगा। ये जानकारी केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दूबे ने दी।

केंद्रीय कोयला एवं खान राज्य मंत्री सतीश चंद्र दूबे ने कहा कि बिहार में लिथियम और पोटाश का बड़ा भंडार खोजा गया है। अभी तक इससे जुड़े चार ब्लॉकों की नीलामी पूरी हो चुकी है। जल्द ही इन ब्लॉकों में खुदाई का काम शुरू होगा। शुक्रवार को तारामंडल सभागार में बिहार में खनिज संसाधनों की खोज एवं निवेश के अवसर पर आयोजित विशेष कार्यशाला में केंद्रीय खान राज्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार 2047 तक खनन सामग्रियों में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में काम कर रही है। इसके लिए खनन क्षेत्र में राज्य सरकारों के साथ ही निजी क्षेत्र को भी प्रोत्साहित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि तांबा, लिथियम, पोटाश जैसे भू-गर्भिक उत्पाद भविष्य के इलेक्ट्रॉनिक युग के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं। वर्तमान में भारत सरकार को इनका आयात करना पड़ता है। बिहार में इसका भंडार मिलने से देश इन सामग्रियों को लेकर आत्मनिर्भर हो सकेगा। उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बालू मित्र एप से जल्द ही बिहार में ऑनलाइन बालू की बिक्री शुरू होगी। इससे सभी को एक समान मानक दर पर बालू उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि ओवरलोड वाहनों के समन शुल्क में वृद्धि होने से बिहार को ओवरलोड से बिलकुल मुक्ति मिल गई है।
एक बैठक में प्रधानमंत्री ने भी इसको लेकर प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि बिहार ऐसा राज्य है, जहां निजी उपयोग के लिए सामान्य मिट्टी की खुदाई करने पर कोई शुल्क नहीं लगता है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड से अलग होने के बाद बिहार खनिज राजस्व में शून्य हो गया था।
2001-02 में मात्र 41 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। यह राजस्व 2009-10 में बढ़ कर 263 करोड़ और अब 2024-25 में बढ़ कर 3569 करोड़ रुपये हो गया है। साथ ही वृहद खनिज के मानचित्र पर भी बिहार पहली बार स्थापित हुआ है। तीन सत्रों में चली कार्यशाला के दौरान केंद्र सरकार के संयुक्त सचिव विवेक वाजपेयी, खान एवं भूतत्व विभाग के निदेशक विनोद दूहन आदि मौजूद रहे।