पीएम श्री योजना के अंतर्गत भी शिक्षक विहीन बड़हिया उच्च विद्यालय
पीएम श्री योजना के अंतर्गत भी शिक्षक विहीन बड़हिया उच्च विद्यालय
बड़हिया, एक संवाददाता। शताब्दी से भी अधिक पुराना, वर्ष 1912 में स्थापित और अनवरत संचालित प्लस टू उच्च विद्यालय बड़हिया शिक्षा के क्षेत्र में अपनी गौरवशाली परंपरा के लिए जाना जाता है। यह विद्यालय न केवल बड़हिया प्रखंड, बल्कि जिला भर में अपने शैक्षणिक व्यवस्था, अनुशासन और उत्कृष्ट परिणामों के लिए प्रतिष्ठित रहा है। कभी मुंगेर जिले के अधीन एमजे-5 की श्रेणी में गिने जाने वाले पांच उत्कृष्ट विद्यालयों में इसका नाम आता था। अब यह विद्यालय नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत पीएम श्री योजना से जुड़ चुका है। हाल ही में नगर संचालित श्री गणेश कन्या मध्य विद्यालय को भी इसमें संविलियन किया गया है।
जिससे अब कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई इसी परिसर में होनी है। लेकिन यह विस्तार अपने साथ गंभीर समस्याएं भी लेकर आया है। जिसका मुख्य कारण शिक्षकों की संख्या में गंभीर असंतुलन है। खेल, संगीत और पुस्तकालय के लिए प्रतिनियुक्त तीन शिक्षकों से परे वर्तमान में पीएम श्री विद्यालय में प्राचार्य समेत केवल 9 शिक्षक कार्यरत हैं। जबकि संचालित हो रहे कुल वर्गों की संख्या 12 है। वर्ग नवम में 210, दशम में 311 और एकादश में 212 छात्र नामांकित हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, वर्ग एकादश और द्वादश की कक्षाएं संचालित ही नहीं हो पा रही है। क्योंकि प्लस टू के विषय शिक्षक ही उपलब्ध नहीं हैं। इन नामांकित विद्यार्थियों को केवल परीक्षा की सूचना देकर परीक्षा में शामिल होने के लिए बुलाया जाता है। जबकि शिक्षण शिक्षापन का कोई ठोस संचालन नहीं हो पा रहा है। छात्र निजी ट्यूशन या अन्य संस्थानों में पढ़कर सरकारी विद्यालय में परीक्षा दे रहे हैं। यह न केवल सरकारी शिक्षा व्यवस्था की विफलता को दर्शाता है बल्कि छात्रों के भविष्य को भी अंधकारमय बना रहा है। वर्तमान में 70 विद्यार्थियों पर एक बैच के अनुसार विद्यालय में कुल 12 कक्षाएं संचालित की जा रही है। जिसमें 9 कक्षाएं माध्यमिक स्तर की और 3 कक्षाएं नवसमाहित मध्य विद्यालय की है। लेकिन शिक्षकों की संख्या में भारी कमी के कारण यह कार्य काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है। गणित, विज्ञान, संस्कृत और हिंदी के लिए केवल एक-एक शिक्षक, जबकि अंग्रेजी और सामाजिक विज्ञान के लिए दो-दो शिक्षक हैं। ऐसे में कई बार शिक्षक शिक्षिकाओं के अवकाश पर होने की स्थिति में कक्षा का संचालन पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है। विद्यालय की प्राचार्या डॉ किरण कुमारी ने बताया कि कार्यालय कार्य को अवरुद्धकर स्वयं कक्षाओं में भी जाना होता है। खेल और संगीत शिक्षकों से भी वर्ग में विषयों की शिक्षा दिलवाई जा रही है। क्योंकि कक्षा को तो खाली नहीं रखा जा सकता है। प्लस टू का वर्ग संचालन तो बंद ही है। बार बार विभागीय अधिकारियों को मौखिक और पत्राचार के माध्यम से समस्याओं से अवगत कराया गया है। लेकिन अभी तक इस दिशा में किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है। हाल ही में सैकड़ों शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिये गये हैं। लेकिन पीएम श्री प्लस टू उच्च विद्यालय बड़हिया को एक भी नया शिक्षक नहीं मिला, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। शताब्दी से भी अधिक पुराने इस शिक्षण संस्थान का गौरवपूर्ण इतिहास और वर्तमान की यह विषम स्थिति चिंता का विषय है। जिस विद्यालय से निकलकर छात्र देश विदेश में अपनी अमूल्य पहचान बना चुके हैं। वहीं आज के छात्र शिक्षकों के अभाव में शिक्षा से वंचित हो रहे हैं। यदि जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम नहीं उठाए गए तो यह विद्यालय अपनी प्रतिष्ठा और गुणवत्ता दोनों गंवा सकता है।
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