प्रशांत किशोर का अनशन अब गंगा किनारे, पटना मरीन ड्राइव के पास बन रही टेंट सिटी!
- बता दें कि फिलहाल प्रशांत किशोर शेखपुरा हाउस स्थित जन सुराज के कार्यालय में हैं। आज शाम मरीन ड्राइव के बगल में प्रशांत किशोर चिन्हित स्थल पर अनशन शुरू कर सकते हैं।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर BPSC अभ्यर्थियों के मुद्दे पर अब पटना में गंगा किनारे आमरण अनशन करेंगे। इससे पहले जब प्रशांत किशोर को शनिवार को अस्पताल से छुट्टी मिली थी तब पार्टी की तरफ से कहा गया था कि प्रशांत किशोर की आगे की रणनीति को लेकर जल्द ही जानकारी दी जाएगी। बता दें कि फिलहाल प्रशांत किशोर शेखपुरा हाउस स्थित जन सुराज के कार्यालय में हैं। आज शाम मरीन ड्राइव के बगल में प्रशांत किशोर चिन्हित स्थल पर अनशन शुरू कर सकते हैं।
बीएससी 70वीं की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर पिछले एक सप्ताह से जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर अनशन पर हैं। पटना में गांधी मूर्ति के पास प्रशांत किशोर अनशन पर बैठे थे। यहां से पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। प्रशांत किशोर की तबीयत बिगड़ गई थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। हालांकि, इसके बावजूद भी प्रशांत किशोर ने अपना अनशन जारी रखा था। शनिवार की देर रात उन्हें पटना के मेदांता हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया गया था। जन सुराज की तरफ से कहा गया था कि प्रशांत किशोर का अनशन जारी रहेगा।
प्रशांत किशोर ने अपने आमरण अनशन के लिए अब जिस स्थल को चुना है वो 10 बीघा में है। इस अनशन के लिए यहां तंबू-टेंट लगाए जा रहे हैं। कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें नजर आ रहा है कि यहां तंबू-टेंट लगाने का काम व्यापक स्तर पर किया जा रहा है।
पटना में गंगा किनारे जिस जगह पर प्रशांत किशोर अब बीपीएससी छात्रों के मुद्दे पर अनशन करेंगे ठीक उसी जगह पर करीब एक साल पहले गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया था। इस महायज्ञ में कई सारे लोग आए थे। लेकिन अब यह जगह प्रशांत किशोर के अनशन को लेकर सुर्खियों में है। यहां पर हाईटेक टेंट-पंडाल लगाया जा रहा है। इस जगह की खासियत यह है कि यहां उत्तरी बिहार से भी लोग आसानी से आ जा सकते हैं।
राज्यपाल से मिले थे जन सुराज के नेता
तबीयत बिगड़ने के बाद प्रशांत किशोर को अस्पताल में एक दिन के लिए आईसीयू में रखा गया था। उसके बाद उन्हें सामान्य वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। इस बीच, पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की थी। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए भारती ने कहा था, 'हमने राज्यपाल को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें प्रशांत किशोर के लंबे समय से जारी अनशन पर चिंता जताई गई है। हमने उनसे कहा कि अगर मुख्यमंत्री पीड़ित उम्मीदवारों के प्रतिनिधिमंडल से बात करने के लिए सहमत होते हैं तो किशोर को अनशन खत्म करने के लिए राजी किया जा सकता है।'
पीके को BPSC ने भेजा नोटिस
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने प्रशांत किशोर को नोटिस भी भेजा है। बीपीएससी नोटिस में किशोर से कहा गया है कि वे सीसीई में गड़बड़ी के बारे में अपने आरोपों का समर्थन करने के लिए सात दिनों के भीतर ठोस और सत्यापन योग्य सबूतों का पूरा विवरण दें। नोटिस में किशोर पर मानहानिकारक और निराधार बयान देने का आरोप लगाया गया है। नोटिस के अनुसार, किशोर ने हाल ही में साक्षात्कारों में आरोप लगाया कि नौकरियां एक करोड़ रुपये से 1.5 करोड़ रुपये में बेची गईं और दावा किया कि यह घोटाला 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का है।