बिहार में 262 नए पावर सब-स्टेशन, नवीनगर में नई इकाई; बिजली आपूर्ति सुधारने का प्लान तैयार
- ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंजीनियर होने के कारण ही बिजली के क्षेत्र में प्रगति हुई है, जिस पर हमें गौरव है। बरौनी, कांटी, बाढ़ और नवीनगर से बिजली उत्पादन हो रहा है। तत्कालीन राज्य सरकार की ओर से जमीन नहीं देने के कारण बाढ़ बिजली घर बनाने में देरी हुई।

बिहार में बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में और सुधार करने के लिए मिशन मोड में काम होगा। इसके लिए 262 नए पावर सब-स्टेशन बनाये जायेंगे। उनमें से 41 का काम जल्द ही पूरा हो जाएगा। 117 का निर्माण शुरू हो गया है और 104 मंजूरी की प्रक्रिया में है। ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने बुधवार को विधानसभा में विभाग की बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए यह जानकारी सदन को दी।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान करोड़ की लागत से 10 ग्रिड बनाने का निर्णय लिया गया। आने वाले वर्षों में बिहार में 195 ग्रिड हो जाएंगे। बिजली सेवाओं के आधुनिकीकरण पर आरडीएसएस के तहत 7305 करोड़ खर्च होंगे। पटना में और बेहतर बिजली देने के लिए 296 करोड़ खर्च होंगे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इंजीनियर होने के कारण ही बिजली के क्षेत्र में प्रगति हुई है, जिस पर हमें गौरव है। बरौनी, कांटी, बाढ़ और नवीनगर से बिजली उत्पादन हो रहा है। तत्कालीन राज्य सरकार की ओर से जमीन नहीं देने के कारण बाढ़ बिजली घर बनाने में देरी हुई। चौसा और बाढ़ की अंतिम इकाई जल्द ही चालू होगी। नवीनगर में नई इकाई के लिए करार हुआ है।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि किसानों को 92 फीसदी अनुदान देकर मात्र 55 पैसे यूनिट बिजली दी जा रही है। 2274 कृषि फीडर बन चुके हैं। अब तक 5.81 लाख किसानों को मुफ्त कनेक्शन दिया जा चुका है। सितम्बर 2026 तक 8.40 लाख किसानों को कनेक्शन दिया जाएगा। 15 हजार 343 करोड़ का अनुदान देकर लोगों को सस्ती बिजली दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की मंजूरी मिलने पर ही बिहार में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग रहा है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं है। अब तक 62 लाख स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग चुके हैं। कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट प्रणाली लाई जा रही है, जिससे उपभोक्ताओं की शिकायत सीधे अधिकारियों तक पहुंच जाएगी।