बिहार में 15 दिसंबर के बाद डेंगू हो जाएगा खत्म, डॉक्टरों ने क्यों जताई उम्मीद
जानकारी के अनुसार सितंबर और अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव अधिक पर रहता है। इस दौरान तापमान के अधिक होने, गर्मी एवं बारिश के कारण जलजमाव होने के कारण डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी पायी जाती है।
बिहार में औसतन 18 डिग्री से कम तापमान होते ही डेंगू का असर कम होने लगेगा। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार डेंगू के लिए उत्तरदायी मच्छरों का पनपना इस तापमान के बाद रुक जाता है। 16 डिग्री से कम तापमान होने पर डेंगू का असर समाप्त हो जाएगा। राज्य में 15 दिसंबर के बाद डेंगू के पूरी तरह समाप्त होने की संभावना है। स्वास्थ्य विभाग में डेंगू के नोडल पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार के अनुसार डेंगू के लिए उत्तरदायी मच्छर 16 से 32 डिग्री के औसत तापमान में सक्रिय रहता है।
16 से 18 डिग्री तापमान के बीच इसका असर बहुत कम हो जाता है। बताया कि राज्य भर में 1 दिसंबर को 27 डेंगू मरीजों की पहचान हुई थी, जबकि सोमवार को पिछले 24 घंटे में मात्र दो डेंगू के मरीजों की पहचान की गयी।
सितंबर और अक्टूबर में अधिक रहता है डेंगू का प्रभाव
जानकारी के अनुसार सितंबर और अक्तूबर में डेंगू का प्रभाव अधिक पर रहता है। इस दौरान तापमान के अधिक होने, गर्मी एवं बारिश के कारण जलजमाव होने के कारण डेंगू के मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी पायी जाती है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में इस वर्ष जनवरी से अबतक कुल 9906 डेंगू के मरीजों की पहचान की गयी है, जबकि, 16 डेंगू के मरीजों की मौत हुई है। वहीं, वर्ष 2021 में 633, 2022 में 13,972 एवं 2023 में 20,224 डेंगू पीड़ित मरीजों की पहचान की गयी थी।