बेगूसराय में कोचिंग संचालक की बेरहमी से हत्या; सिर, पैर और धड़ काटकर अलग-अलग जगह फेंके
बेगूसराय के चकिया के रहने वाले कोचिंग संचालक बिट्टू कुमार की बेरहमी से हत्या कर दी गई। वह तीन दिन से लापता था। आखिरी बार अपने दोस्त के साथ देखा गया था। पुलिस प्रेम प्रसंग समेत अन्य एंगल से जांच कर रही है। बिट्टू के सिर, पैर और धड़ अलग-अलग जगहों पर काटकर फेंक दिए गए।
Begusarai Murder: बिहार के बेगूसराय जिले में एक कोचिंग संचालक की निर्मम हत्या कर दी गई। वारदात चकिया थाना इलाके की है। मृतक की पहचान कसहा गांव निवासी 25 वर्षीय बिट्टू कुमार यादव के रूप में हुई है। बीते शनिवार से वह लापता था। बदमाशों ने उसकी बॉडी के टुकड़े-टुकड़े करके अलग-अलग जगहों पर फेंक दिए। सोमवार शाम को चकिया थर्मल हॉल्ट के पास पानी से भरे गड्ढे से बोरे में क्षत-विक्षत हालत में उसका धड़ बरामद हुआ। इसके बाद मंगलवार सुबह कटा हुआ सिर और पैर रूपनगर ढाला इमली गाछी के पास मिले। पुलिस ने शव के टुकड़ों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के मुताबिक बिट्टू कुमार शनिवार सुबह अपने घर से कोचिंग पढ़ाने के लिए निकला था। शाम को जब वह घर नहीं लौटा तो परिजन को चिंता सताने लगी। घर वालों ने उसके फोन पर संपर्क किया तो मोबाइल बंद बताने लगा। इसके बाद परिजन ने अपने स्तर पर हर जगह खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। सोमवार शाम को पानी से भरे गड्ढे से उसका धड़ मिला। मृतक के पिता ने कपड़ों के जरिए शव की पहचान की। इस निर्मम हत्याकांड से इलाके में सनसनी फैल गई है।
दूसरी ओर, वारदात के बाद एसपी मनीष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सदर डीएसपी-2 भास्कर रंजन के नेतृत्व में चकिया थाना प्रभारी नीरज कुमार चौधरी को कानून के अनुसार कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। पुलिस बिट्टू के दोस्त बरियाही निवासी सुमित कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हत्या की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। हालांकि, पुलिस इस मामले को प्रेम प्रसंग से जोड़कर देख रही है। बहरहाल जांच होने के बाद ही हत्या की असली वजह पता चल सकेगी।
घटना की सूचना मिलने के बाद तेघड़ा विधायक राम रतन सिंह पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से मामले की उचित जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इस दौरान भाकपा नेता प्रहलाद सिंह, मुखिया प्रतिनिधि संजीव कुमार सन्नी, पूर्व मुखिया रामानंद यादव, रामानुज सिंह, भिखारी यादव, शशि भूषण यादव, राम उपकार सिंह समेत कई अन्य लोगों की भी भीड़ जुट गई।
अफसर बनना चाहता था बिट्टू, दारोगा और बीपीएससी की कर रहा था तैयारी
मृतक के भाई धीरज कुमार ने बताया कि बिट्टू बिहार पुलिस में दारोगा और बीपीएससी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसने दारोगा का एग्जाम दिया था। 19 अक्टूबर की सुबह में वह रोजाना की तरह अपने दोस्त के साथ कोचिंग पढ़ाने के लिए गया। दिनभर नहीं घर नहीं आया फिर मोबाइल बंद मिला तो दोस्त को फोन करके जानकारी ली। दोस्त सुमित ने बताया कि बिट्टू कुछ काम से पटना गया है। उसने बताया कि कोचिंग से वह उसके साथ ही घर आया और साथ में खाना खाया था। फिर 600 रुपये लेकर पटना जाने की बात कहकर चला गया था। वहां से उसे स्मारक तक छोड़ा, फिर कहां गया पता नहीं है।
इस घटना के बाद से बिट्टू के घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक युवक मेधावी छात्र था। वह खुद प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था और सिमरिया घाट बिंदटोली में अपने दोस्त सुमित कुमार के साथ कोचिंग सेंटर भी चलाता था। बिट्टू के पिता मजदूरी करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि बिट्टू काफी मिलनसार था। वह दो भाई एवं एक बहन में बड़ा था।