बोले जमुई: वाटर एटीएम लगे, टैंकर से हो पानी सप्लाई तो दूर होगा संकट
चकाई क्षेत्र में मई की गर्मी से लोग परेशान हैं। गर्मी के कारण पानी की किल्लत हो रही है और चौक-चौराहों पर पेयजल की सुविधा नहीं है। 15,000 से अधिक लोग रोजाना चकाई चौक से गुजरते हैं, लेकिन पानी के लिए...
चकाई के व्यवसायियों की परेशानी
मई के महीने में पड़ रही प्रचंड गर्मी से लोगों का हाल बेहाल हो रहा है। इस गर्मी में डिहाइड्रेशन से बचने के लिए चौक चौराहा पर पेयजल की सुविधा नहीं है। सुविधा संपन्न लोग तो बोतल का पानी पी लेते हैं लेकिन आमलोग प्यासे रह जाते हैं। एक सप्ताह से जमुई शहर में चौक-चौराहे पर पानी के लिए लोग बिलबिला रहे हैं। खोजने पर कहीं भी प्याऊ नहीं मिलता है। मालूम हो कि जमुई शहर के साथ प्रखंड के चकाई चौक पर कम से कम करीब 15000 लोगों का रोजाना आवागमन होता है। जमुई शहर के करीब 8 चौक के साथ साथ प्रखंड के हर बाजार और चौक चौराहे पर पर 5000 से 10000 लोगों का आना-जाना होता है। पानी नहीं मिलता तो मंदिर के चापाकल पर भीड़ लगाते हैं। रोड किनारे सरकारी चापाकल अक्सर खराब ही रहता है।
40 डिग्री तक पहुंचा तापमान
15 हजार से अधिक लोग हर दिन गुजरते हैं चकाईचौक होकर
01 भी नहीं है चकाई में सार्वजनिक शौचालय
प्रस्तुति: राजीव कौशिक
जमुई जिले के चकाई प्रखंड में भीषण गर्मी के साथ ही पेयजल संकट गंभीर होती जा रही है। भागते जलस्तर से लोग काफी परेशान हैं। प्रखंड़ क्षेत्र के विभिन्न भागों से पानी के जलस्तर भागने की सूचना लगातार मिल रही है। इस प्रखंड में वैसे तो पेयजल की समस्या सालों भर रहती है, लेकिन गर्मी के मौसम में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। प्रखंड मुख्यालय के चकाई बाजार के साथ ही चकाई चौक, बेसकीटांड़ चौक, माधोपुर बाजार, सरोन चौक सहित अन्य चौक चौराहों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं रहना लोगो के लिए इस भीषण गर्मी में परेशानी का सबब बना हुआ है।
इस गर्मी में लोगों के हलक सुख रहे हैं। चकाई बाजार में लोगों को पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी से जहां आम जनजीवन प्रभावित होकर रह गया है वहीं गर्मी का पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार कर गया है। जेठ की चिलचिलाती धूप एवं उमस भरी गर्मी में पेयजल की किल्लत लोगो के लिए बड़ी परेशानी बना हुआ है। पानी की किल्लत झेल रहे चकाई बाजारवासी इस समस्या को लेकर मुखर भी रहे हैं। उसके बाद भी हर साल गर्मी में पानी की समस्या से जुझना लोगों की मजबूरी बनी हुई है। बाजार में पानी की समस्या से स्थानीय लोगों के साथ ही बाजार आने जाने वालों लोगो को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चकाई के ग्रामीण शिवजी केशरी, पवन केशरी, रविन्द्र केशरी, मोइन खान,शंभू केशरी पंकज कुमार साह आदि ने बताया कि पानी की किल्लत चकाई बाजार वासियों को परेशान कर रहा है। पानी की समस्या खासकर गर्मी के दिनों में लंबे समय से चली आ रही।लेकिन जिम्मेवार इस समस्या के प्रति उदासीन बने हुए हैं। लोगो को या तो लंबी दूरी तय कर अपनी पानी की जरूरत को पूरा करना पड़ता है या फिर पानी खरीद कर पीना पड़ रहा है। चकाई बाजार में दशकों पूर्व बने पानी आपूर्ति की व्यवस्था दम तोड़ रही है। उससे लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। प्रचंड गर्मी का प्रकोप अगर इसी तरह जारी रहा तो लोगों का जीना मुहाल हो जाएगा।
चकाई बाजार स्थित प्राइवेट बस स्टैंड, चकाई एनएच चौक सहित परखें के विभिन्न चौक-चौराहों पर भी पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। चौक चौराहों पर भी लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है या पानी खरीदकर पीना पड़ता है।
जेठ की इस भीषण गर्मी में सुबह होते ही तीखी धूप और उमस भरी गर्मी के कारण लोगों के हलक सूखने लगते हैं। घर से बाहर जाने अथवा खरीददारी के लिए निकलने वाले के लिए पानी की व्यवस्था नहीं होने पर काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। लोगों ने बताया कि गर्मी को देखते हुए चौक चौराहों,बस स्टैंड एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर पानी की व्यवस्था प्रशासन द्वारा की जानी चाहिए थी। लेकिन इस तरफ ना तो स्थानीय प्रशासन का ध्यान है और ना ही किसी जनप्रतिनिधि का। लोगों ने बताया कि सिर्फ पेयजल की ही नहीं बल्कि चौक चौराहो एवं बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय की भी व्यवस्था जरूरी है। प्रशासन इस मामले में उदासीन दिख रहा है। सबसे खराब हालत तो बस स्टैंड की है जहां शौचालय की बात तो दूर हैंड पंप भी नहीं है। इससे लोग पानी पीने को तरस जाते हैं।
शिकायत
1. चौक-चौराहे पर पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है। शहर आने वाले लोग पानी को तरस जाते हैं।
2. नगर निगम की जवाबदेही है पर अभी तक कुछ नहीं किया।
3. वाटर एटीएम की भी स्थिति अच्छी नहीं है।
4. चौक-चौराहा पर नल-जल की व्यवस्था नहीं है।
5. स्कूल से लौटने वाले बच्चों को भी पानी की दरकार है।
सुझाव
1. हर साल की भांति नगर निगम को वाटर एटीएम चालू करना चाहिए।
2. हर साल की भांति नगर निगम को जगह-जगह पर प्याऊ देना चाहिए।
3. मुख्य चौराहे पर वाटर टैंकर लगना चाहिए।
4. अपने-अपने वार्ड में वार्ड आयुक्त को पानी की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि सहूलियत हो।
5. कलेक्ट्रेट और कचहरी में भी लोगों के लिए प्याऊ की हो व्यवस्था।
हमारी भी सुने:
1 चकाई बाजार में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही लगी रहती है। पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है ।
शिवजी केशरी
2 चकाई बाजार में पानी की समुचित व्यवस्था नहीं होने से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है।
मो.अरमान
3 पानी की किल्लत लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। पानी की समुचित आपूर्ति नहीं मिलने से लोगों में मायूसी व्याप्त है।
मो. लियाकत
4 चकाई बाजार में दो दो बस स्टैंड होने के बाद भी शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था तुरंत की जाए।
संतोष केशरी
5 चौक चौराहों पर पानी की व्यवस्था से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिलेगी। भीषण गर्मी में लोग पानी पीने के लिए लोग तरस जाते हैं।
आकाश केशरी
6 चकाई बाजार, चौक आदि पर बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही होती है।इच्छा होने के बाद पानी नसीब नहीं होता।
बॉबी साह
7 चकाई नीचे बाजार ड्राय जोन इलाका है। यहां पानी की समुचित व्यवस्था बहुत ही जरूरी है।
नंद लाल केशरी
8 चकाई बाजार में पानी की भीषण समस्या है।इसके स्थाई समाधान की जरूरत है।
अशोक लहेरी
9 चकाई बाजार प्रखंड का मुख्य बाजार है। लेकिन गर्मी में पानी उपलब्ध नहीं होने से लोगों को परेशानी होती है। व्यवस्था हो।
उत्तम केशरी
10 बस स्टैंड के आस पास दर्जनों लोग खड़े रहते हैं। पानी उपलब्ध नहीं होने से लोगों को पानी पीने के लिए काफी भटकना पड़ता है।
रामजी केशरी
11 चकाई बाजार में शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं होने से प्यासा ही रहने को मजबूर होना पड़ता है।पानी खरीद कर पीते हैं।
- गोलू केशरी
12 चौक चौराहों पर लोगों का जमावड़ा रहता है। प्यास लगने पर लोगों को दिक्कत होती है। रुपए खर्च कर शुद्ध पेयजल पीना पड़ता है।
- रविन्द्र केशरी
13 चकाई बाजार में गर्मी में पानी की भीषण समस्या है । पानी के लिए लंबी दूरी तय करना पड़ता है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए।
मो.मोइन खान
14 तपती धूप में विभिन्न चौक-चौराहों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से लोगों को प्यास बुझाने में काफी परेशानी होती है।
- पवन केशरी
15 बाजार एवं चौक चौराहों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से राहगीरों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
- शंभू केशरी
16 चकाई बाजार से लेकर विभिन्न चौक चौराहों पर नहीं है पानी की समुचित व्यवस्था, प्रशासन से पहल की मांग है।
पंकज साह
बोले जिम्मेवार
ई. प्रिंस कुमार ने कहा कि जमुई जिला के सभी 10 प्रखंडों में 16509 सरकारी चापाकल अधिसूचित है। इसमें 14414 चालित चापाकल हैं वहीं 2395 चापाकल तकनीकी रूप से बाधित है। 07 मई यानी बुधवार तक 913 चापाकलों को पानी उगलने लायक बनाया जा चुका है। वैसे अब तक कुल 913 चापाकलों को दुरुस्त किया गया है , जिसका आमजन इस्तेमाल कर रहे हैं। कार्यपालक अभियंता ने जमुई जिला में 57 के विरुद्ध 15 नए चापाकल के गाड़े जाने की जानकारी देते हुए कहा कि बाकी बचे खराब चापाकलों को युद्ध स्तर पर जल निकलने लायक बनाया जाता रहा है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।