किसानों की कम उपस्थिति से पैमाइश में हो रही परेशानी
नरकटियागंज चीनी मिल में 2025-26 के लिए गन्ना पैमाइश का कार्य तेजी से चल रहा है। अब तक 119 गांवों में गन्ने की पैमाईश हो चुकी है, जबकि कुल 449 गांवों में यह कार्य होना बाकी है। किसानों की अनुपस्थिति से...

नरकटियागंज, हिन्दुस्तान संवाददाता। नरकटियागंज चीनी मिल परिक्षेत्र में गन्ना पैमाइश का काम जोरों पर चल रहा है। दी न्यू स्वदेशी सुगर मिल,नरकटियागंज में आगामी पेराई सत्र 2025.26 के लिए अब तक करीब 119 गांवों में गन्ने की पैमाईश हो चुकी है। हालांकि पैमाईश के दौरान किसानों की अपेक्षाकृत कम अनुपस्थिति काफी परेशान कर रही है। चीनी मिल के गन्ना विकास के कार्यपालक उपाध्यक्ष कुलदीप सिंह ढाका ने बताया कि अब तक करीब 22000 एकड़ में लगे गन्ना फसल की पैमाईश की गई है। इस परिक्षेत्र में कुल 449 गांव हैं। सभी में पैमाईश होना है। किसानों की अपेक्षाकृत कम अनुपस्थिति से ज्यादा संभावना है कि किसी किसान के खेत की पैमाईश किसी दूसरे के नाम पर नहीं हो जाय।
ऐसा होने पर क्रासिंग सत्र में चालान मिलने में परेशानी हो सकती है। श्री ढाका ने बताया कि चीनी मिल के नए कार्यपालक अध्यक्ष आर के तिवारी ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी किसान को पेराई सत्र में चालान की समस्या नहीं होने दी जाएगी। इसके लिए यह जरूरी है कि सभी किसान भाई गन्ना पैमाईश के समय अपने खेतों के समीप मौजूद रहे। ताकि खेतों की सही पैमाईश हो सके। उन्होंने किसानों से अनुरोध किया है कि अपने सामने गन्ना खेतों की पैमाईश कराएं। ऐसा होने पर सभी को सुगमता से चालान की सुविधा उपलब्ध होगी। गौरतलब है कि पिछले पराई सत्र में कुल एक लाख एकड़ में लगे खेतों की मापी की गई थी। श्री ढाका ने बताया कि अभी तक करीब 20 प्रतिशत से अधिक खेतों में गन्ना पैमाईश का काम पूर्ण किया गया है।
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