अधिकारी नहीं निपटा रहे नीलामवाद के लंबित मामले
मुजफ्फरपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने नीलामवाद के मामलों के धीमे निष्पादन पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि मार्च से अप्रैल तक मामलों का निष्पादन बहुत कम हुआ है, और 2000 से पहले के लंबित मामलों...

मुजफ्फरपुर, मुख्य संवाददाता। नीलामवाद के लंबित मामलों के निष्पादन में नीलामपत्र पदाधिकारी रुचि नहीं ले रहे हैं। इस कारण वादों का निष्पादन तेजी से नहीं हो पा रहा है। ऐसा तब है जब राजस्व पर्षद से लेकर प्रमंडलीय आयुक्त और डीएम के स्तर से लगातार मामलों के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया जा रहा है। इसपर डीएम सुब्रत कुमार सेन ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि कुछ को छोड़ दें तो शेष सभी पदाधिकारी के स्तर पर निष्पादन की गति बहुत धीमी है। समीक्षा में पता लगा कि मार्च से लेकर अप्रैल तक निष्पादन का कार्य नहीं के बराबर हुआ है।
यह चिंताजनक स्थिति है। वर्ष 2000 से पहले के लंबित वादों का निष्पादन करने का भी लक्ष्य जनवरी तक हर हाल में पूरा करने को कहा गया था, लेकिन वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बाद भी बड़ी संख्या में मामला लंबित पड़ा हुआ है। उन्होंने अवगत कराया कि राजस्व पर्षद के द्वारा शीघ्र ही जिले के सभी नीलामपत्र पदाधिकारियों के साथ नीलामवाद की समीक्षा करने की संभावना है। इसे देखते हुए डीएम ने सभी संबंधितों को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया है। कहा कि सभी नीलामपत्र पदाधिकारी हर सप्ताह में अनिवार्य रूप से दो दिन सुनवाई और निष्पादन का कार्य करेंगे। इसके अलावा प्रत्येक माह में अधियाची बैंकों के शाखा प्रबंधक और संबधित विभाग के पदाधिकारियों के नीलाम वाद के प्रगति की समीक्षा कर रजिस्टर का मिलान करेंगे। प्रगति रिपोर्ट जिला नीलामपत्र प्रशाखा को अनिवार्य रूप से देने को कहा गया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।