Hindi Newsबिहार न्यूज़Ask them what they say and what they dont Lalan Singh furious over Lalu offer statement

क्या बोलते हैं, क्या नहीं, ये उन्हीं से पूछिए; लालू के ऑफर वाले बयान पर तमतमाए ललन सिंह

राजद चीफ लालू यादव के महागठबंधन में नीतीश कुमार की वापसी वाले ऑफर पर केंद्रीय मंत्री और मुंगेर सांसद ललन सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होने कहा कि वो क्या बोलते हैं, क्या नहीं बोलते हैं, ये लालू जी से पूछिए।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाThu, 2 Jan 2025 04:27 PM
share Share
Follow Us on

आरजेडी चीफ लालू यादव के बयान से बिहार की सियासत का पारा फिर चढ़ गया है। सीएम नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन में वापसी का ऑफर दिया है। लालू ने कहा उनके दरवाजे सीएम नीतीश के लिए खुले हैं, और वो चाहें तो साथ आ सकते हैं। उनके इसी बयान पर जब केंद्रीय मंत्री और मुंगेर से जेडीयू सांसद ललन सिंह से प्रतिक्रिया ली गई, तो भड़क गए। उन्होने कहा कि वो क्या बोलते हैं, क्या नहीं उन्हीं से पूछिए?

दरअसल मीडिया से बातचीत के दौरान जब केंद्रीय मंत्री ललन सिंह से लालू यादव के बयान पर प्रतिक्रिया ली गई। तो उन्होने कहा कि लालू जी क्या बोलते हैं, क्या नहीं बोलते हैं, ये लालू जी से पूछिए। हम लोग एनडीए में हैं, और मजबूती से रहेंगे। वहीं 2025 में महागठबंधन की सरकार बनाने का दावा करने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सवाल पर ललन सिंह ने कहा कि कौन क्या बोलता है, उस पर हम प्रतिक्रिया देते रहें। बोलने कीआजादी है, फ्रीडम है, तो कुछ भी बोलते रहें।

आपको बता दें इससे पहले आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने भी नीतीश कुमार में महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया था। जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिरे से नकार दिया था। एक बार फिर अब आरजेडी चीफ लालू यादव ने नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले रहने की बात कही है। लालू ने कहा नीतीश भले ही भाग जाते हैं, लेकिन हमने उन्हें माफ कर दिया है।

ये भी पढ़ें:अरे क्या बोल रहे हैं, छोड़िए... लालू यादव के ऑफर पर सीएम नीतीश का पहला रिएक्शन

आपको बता दें इससे पहले आरजेडी के विधायक भाई वीरेंद्र ने भी नीतीश कुमार में महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया था। जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिरे से नकार दिया था। एक बार फिर अब आरजेडी चीफ लालू यादव ने नीतीश कुमार के लिए दरवाजे खुले रहने की बात कही है। लालू ने कहा नीतीश भले ही भाग जाते हैं, लेकिन हमने उन्हें माफ कर दिया है।

ये भी पढ़ें:लालू के ऑफर के बाद तेजस्वी से हंसकर मिले नीतीश, सामने आई दिलचस्प तस्वीर

एक तरफ लालू यादव नीतीश के लिए दरवाजे खुले रहने की बात कह रहे हैं। तो वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी याादव कह चुके हैं कि नीतीश कुमार के साथ आने का मतलब खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारना है। वो अब थक चुके हैं, और बिहार उनसे संभल नहीं रहा है। तेजस्वी ने नए साल पर नई सरकार बनाने का भी दावा ठोंका है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें