लालू के ऑफर के बाद तेजस्वी से हंसकर मिले नीतीश, आशीर्वाद भी दिया, सामने आई दिलचस्प तस्वीर
- नीतीश कुमार को देखते ही तेजस्वी यादव खड़े हो गए। उन्होंने पूरी शालिनता के साथ दोनों हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर सीएम को प्रणाम किया तो सीएम ने हसते हुए हाथ उठाकर आशीर्वाद दिया। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और नीतीश कैबिनेट के कई मंत्री वहीं मौजूद थे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजद सुप्रीमो लालू यादव ने एनडीए छोड़ कर इंडिया गठबंधन में आने का खुला न्योता दिया है। सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि बिहार एक बार फिर बड़े सियासी उलटफेर का गवाह तो नहीं बनने जा रहा है क्योंकि कांग्रेस पार्टी ने लालू यादव के स्टैंड का समर्थन कर दिया है। जेडीयू के मंत्री महेश्वर हजारी ने का भी बयान आया है कि राजनीति में ना कोई स्थाई दोस्त होता और ना दुश्मन। इस बीच नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के मिलन की बेहद दिलचस्प तस्वीर सामने आई है जिसमें दोनों नेता मुस्कुराकर मिलते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर का मूड बहुत कुछ बयान कर रहा है।
यह तस्वीर राजभवन से निकलकर सामने आई है। दरअसल वृहस्पतिवार को बिहार के नये राज्यपाल महामहिम आरिफ मोहम्मद खान का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी आए थे। इसी दौरान दोनों नेता(सत्ता पक्ष और विपक्ष) एक दूसरे के सामने आ गए। नीतीश कुमार को देखते ही तेजस्वी यादव खड़े हो गए। उन्होंने पूरी शालिनता के साथ दोनों हाथ जोड़कर और सिर झुकाकर सीएम को प्रणाम किया। विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव और नीतीश कैबिनेट के कई मंत्री वहीं मौजूद थे। नीतीश कुमार तेजस्वी के अभिवादन को अस्वीकार नहीं कर सके। बिहार की राजनीति में पक्ष और विपक्ष के बीच जिस स्तर की बयानबाजी इन दिनों चल रही है वैसे में इसकी उम्मीद नहीं की जा रही थी। नीतीश कुमार ब़ड़ी आसानी से अपने राजनैतिक विरोधियों से कन्नी काट लेते हैं। रामविलास पासवान के निधन पर भी सीएम चिराग पासवान के आवास पर नहीं गए थे।
लेकिन राजभवन में ऐसा कुछ नहीं हुआ। तेजस्वी ने हाथ जोड़े तो नीतीश कुमार मु्स्कुराने लगे। उन्होंने तेजस्वी यादव को हाथ उठाकर आशीर्वाद दिया। तस्वीर में आप साफ देख सकते हैं कि आशीर्वाद देते हुए नीतीश कुमार के चेहरे पर स्वाभाविक मुस्कुराहट खिल रही है। हालांकि राजभवन से बाहर आकर तेजस्वी यादव ने अपने पिता के ऑफर वाले बयान को खारिज कर दिया। उन्होंने फिर कहा कि नीतीश कुमार के लिए राजद के सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं। लालू के बयान पर उन्होंने सफाई दी कि सवाल पूछने वाले मीडिया कर्मियों को ठंडा करने के लिए उन्होंने ऐसा कह दिया। इधर राजद नेता शक्ति सिंह यादव का भी बयान आया है कि लालू जी ने नीतीश कुमार को छोटा भाई समझकर चुड़ा दही पर आमंत्रण दिया।
इस मामले में नीतीश कुमार का रिएक्शन भी आ चुका है। राजभवन में ही जब उनसे पूछा गया तो बहुत छोटी सी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अरे क्या बोल रहे हैं, छोड़िए ना। इतना कहकर हसते हुए निकल गए। पहले वे साफ कहते थे कि दो बार उनके साथ जाकर गलती कर लिए, अब नहीं करेंगे। लेकिन गुरुवार को उन्होंने ना स्वीकार किया ना खुलकर इनकार किया। इधर कांग्रेस विधायक अजीत शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार आते हैं तो महागठबंधन मजबूत होगा। लेकिन अंतिम फैसला लालू यादव और राहुल गांधी ही लेंगे।