3 साल का भाई, 2 साल की बहन जिंदा जले; लखनऊ बस हादसे में मां-बाप बच गए
लखनऊ बस अग्निकांड में सीतामढ़ी के 3 साल का भाई और उसकी दो साल की बहन जिंदा जलकर मर गए। उनके साथ मां-बाप भी बस में थे, वे जख्मी हैं।

बिहार के बेगूसराय से दिल्ली जा रही एक बस में गुरुवार तड़के उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आग लग गई। हादसे में सीतामढ़ी जिले के दो मासूम भाई-बहन की भी जिंदा जलकर मौत हो गई। मृतकों की पहचान 3 साल के देवराज और उसकी 2 साल की बहन साक्षी कुमारी के रूप में हुई है। वह रून्नीसैदपुर प्रखंड के गंगवारा गांव के रहनेवाले थे। देवराज और साक्षी के पिता रामबालक महतो और मां गुड्डी देवी भी बस में सवार थी। वे दोनों हादसे में जिंदा तो बच गए लेकिन चोट लगने से घायल हैं।
रामबालक और पत्नी गुड्डी का लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना के बाद परिजन लखनऊ रवाना हो गए। गांव में मातम का माहौल है। रामबालक मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है।
उसके परिजन राजकुमार महतो ने बताया कि सुबह में फोन आया कि बस जलकर खाक हो गई है। इसके बाद घर पर चीत्कार मच गया। हालांकि थोड़ी देर बाद फोन आया कि बस में दोनों बच्चे जलकर मरे हैं। रामबालक एवं उसकी पत्नी को गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस सूचना के बाद से ही सभी लोगों को रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
राजकुमार ने बताया कि रामबालक महतो बीते 10 सालों से राजस्थान के जयपुर में मजदूरी करता है। वह अपने दोनों बच्चों और पत्नी को लेकर बुधवार को जयपुर के लिए गांव से निकला था। बस से वह दिल्ली जा रहे थे। वहां से फिर बस बदलकर जयपुर जाते, लेकिन रास्ते में ही यह हादसा हो गया।