3 शुभ में दशहरा, नोट कर लें सुबह से लेकर शाम तक पूजा के शुभ मुहूर्त व भगवान राम पूजा-विधि
Dussehra 2024 Muhurat: आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पंचांग अनुसार, सुबह 10:58 तक रहेगी, जिसके बाद दशमी लग जाएगी। कई ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दशहरे का पर्व आज शनिवार को ही मनाया जाएगा।
Dussehra 2024 Muhurat: आज, 12 अक्टूबर के दिन दशहरे का पवन त्योहार धूम-धाम के साथ मनाया जाएगा। आश्विन महीने की शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पंचांग अनुसार, सुबह 10:58 तक रहेगी, जिसके बाद दशमी लग जाएगी। कई ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, दशहरे का पर्व आज ही मनाया जाएगा। आज के दिन ही भगवान श्री राम ने रावण का वध कर अच्छाई का रास्ता दिखाया था। दशहरे के पावन दिन पर कई शुभ योग बन रहे हैं। आइए पंडित जी से जानते हैं दशहरे पर पूजा के शुभ मुहूर्त व राम जी की पूजा विधि-
दशहरा आज: भारतीय ज्योतिष-कर्मकांड महासभा के अध्यक्ष के सी पांडेय के अनुसार, 12 अक्टूबर को दोपहर में दशमी तिथि के साथ श्रवण नक्षत्र प्राप्त होने से विजयादशमी (दशहरा) पर्व का पूजन होगा
3 शुभ में दशहरा: आज पंचांग अनुसार, दशहरे पर 3 शुभ योग बन रहे हैं। 12 अक्टूबर, 2024 को सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 06:20 से सुबह 04:27, अक्टूबर 13, धृति योग आज रात 12:22 तक, रवि योग पूरे दिन व श्रवण नक्षत्र सुबह 04:27, अक्टूबर 13 तक रहेगा। ये तीनों ही योग बेहद शुभ माने जाते हैं।
भोग- खीर, पंचामृत, मेवा, फल
दशहरा पूजन शुभ मुहूर्त: के सी पांडेय के अनुसार, 12 अक्टूबर शनिवार को सर्वार्थसिद्धि योग, अभिजीत मुहूर्त, श्रवण नक्षत्र, धृति योग में दोपहर 11 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 28 तक होगा।
पंचांग अनुसार शुभ मुहूर्त
दशमी तिथि प्रारम्भ - अक्टूबर 12, 2024 को 10:58 बजे
दशमी तिथि समाप्त - अक्टूबर 13, 2024 को 09:08 बजे
श्रवण नक्षत्र प्रारम्भ - अक्टूबर 12, 2024 को सुबह 05:25 बजे
श्रवण नक्षत्र समाप्त - अक्टूबर 13, 2024 को सुबह 04:27 बजे
विजय मुहूर्त - 14:03 से 14:49
अवधि - 00 घण्टे 46 मिनट्स
अपराह्न पूजा का समय - 13:17 से 15:35
अवधि - 02 घण्टे 19 मिनट्स
सुबह से लेकर शाम तक पूजा के शुभ मुहूर्त
शुभ - सुबह 07:47 से सुबह 09:14
चर - दोपहर 12:07 से दोपहर 13:34
लाभ - दोपहर 01:34 से दोपहर 03:01 वार वेला
अमृत - दोपहर 03:01 से शाम 04:28
लाभ - शाम 05:54 से शाम 07:28 काल रात्रि
शुभ - रात 09:01 से रात 10:34
अमृत - रात 10:34 से 00:08, अक्टूबर 13
श्री राम पूजा-विधि
1- स्नान आदि कर मंदिर की साफ सफाई करें
2- भगवान श्री राम का जलाभिषेक करें
3- प्रभु का पंचामृत सहित गंगाजल से अभिषेक करें
4- अब प्रभु को पीला चंदन और पीले पुष्प अर्पित करें
5- मंदिर में घी का दीपक प्रज्वलित करें
6- श्री राम चालीसा का पाठ करें
7- पूरी श्रद्धा के साथ भगवान श्री हरि विष्णु और राम जी की आरती करें
8- प्रभु को तुलसी दल सहित भोग लगाएं
9- अंत में क्षमा प्रार्थना करें
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
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