BJP नेता मुकेश बोरा की तलाश में 20 जगह छापे, विधवा से रेप-नाबालिग से छेड़छाड़ के बाद से फरार
- टीमों ने दबिश दी लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। वहीं हाल ही में सीओ लालकुआं संगीता के अवकाश पर जाने के बाद प्रभार सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी को सौंप दिया गया। इसके बाद हल्द्वानी पुलिस और एसओजी की टीमों को भी मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया।
रेप और पॉक्सो के आरोपी भाजपा से निष्कासित एवं दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा की तलाश में पुलिस और एसओजी की टीमें नैनीताल और दूसरे जिलों की धूल फांक रही हैं, लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई हैं।
तीन दिन में पुलिस डेढ़ दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दे चुकी है। वहीं का मोबाइल इस्तेमाल में न होने की वजह से पुलिस अब मुखबिर तंत्र पर निर्भर हो चुकी है। आरोपी ने अपने परिवार तक को फोन नहीं किया है।
एक सितंबर को दुग्ध संघ अध्यक्ष व भाजपा के निष्कासित मुकेश बोरा के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। घटना को अब दस दिन बीत चुके हैं। तीन दिन पहले पुलिस ने लालकुआं और हल्दूचौड़ चौकी पुलिस की दो टीमें बनाई थीं, जिन्हें मुकेश बोरा की तलाश में लगाया गया था।
टीमों ने दबिश दी लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। वहीं हाल ही में सीओ लालकुआं संगीता के अवकाश पर जाने के बाद प्रभार सीओ हल्द्वानी नितिन लोहनी को सौंप दिया गया। इसके बाद हल्द्वानी पुलिस और एसओजी की टीमों को भी मुकेश बोरा की गिरफ्तारी के लिए लगाया गया।
तीन दिन में चार टीमों ने मुकेश बोरा के करीब 15-20 ठिकानों पर दबिश दी लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। सूत्रों के अनुसार टीमें शहरी व ग्रामीण इलाकों के साथ-साथ दूसरे जिलों में हैं। हालांकि अभी तक बोरा के उत्तराखंड में ही होने की बात पुलिस कह रही है, लेकिन उसके राज्य से बाहर भागने की आशंका भी जताई जा रही है।
मिटा दिए हों सबूत तो क्या करेगी पुलिस
भाजपा से निष्कासित एवं दुग्ध संघ के अध्यक्ष मुकेश बोरा पर दर्ज दुष्कर्म और पॉक्सो के मामले में अब सबूत मिटाए जाने की भी आशंका जताई जा रही है। क्योंकि दुष्कर्म पीड़िता ने आरोपी के मोबाइल में वीडियो, फोटो आदि बताए थे। ऐसे में अगर फरार आरोपी ने सबूतों को मिटा दिए तो पुलिस की दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
पुलिस अफसरों की मानें तो अपराध साबित होने से बचने को सबूतों से छेड़छाड़ करना आरोपी का पहला काम होता है। कई बार पहले ही आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ जाते हैं, पर कई बार देरी पर फायदा उठा लेते हैं। हालांकि पुलिस को छानबीन में होटलों के रजिस्टर में बोरा की एंट्री मिली है, पर इलेक्ट्रिक साक्ष्य पीड़िता को न्याय दिलाने में बेहद कामगार साबित होंगे।
गिरफ्तारी पर रोक को बोरा ने हाईकोर्ट में दायर की याचिका
दुष्कर्म एवं पॉक्सो ऐक्ट के आरोपी भाजपा से निष्कासित नैनीताल दुग्ध संघ अध्यक्ष मुकेश बोरा ने अपनी गिरफ्तारी और अपने विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी पर रोक लगाने के लिए मंगलवार को हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
बोरा की याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होने की संभावना है। आरोपी मुकेश बोरा के हाईकोर्ट में याचिका दायर करने की भनक लगते ही पीड़ित महिला की ओर से हाईकोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी गई है। दुष्कर्म और पॉक्सो ऐक्ट के मामले में आरोपी बोरा की याचिका पर इसी शुक्रवार को सुनवाई हो सकती है।
रोपी की तलाश में टीमें जुटी हैं, लगातार दबिश दी जा रही है। तकनीकी से लेकर मुखबिर तंत्र तक की मदद ली जा रही है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नितिन लोहनी, प्रभारी सीओ लालकुआं
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