Rising Drug Trade and Low Voltage Issues Plague Kunwarpur Residents in Haldwani बोले हल्द्वानी कुंवरपुर में लो-वोल्टेज में छूट रहे लोगों के पसीने, Haldwani Hindi News - Hindustan
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बोले हल्द्वानी कुंवरपुर में लो-वोल्टेज में छूट रहे लोगों के पसीने

हल्द्वानी के कुंवरपुर में ग्रामीण कई मूलभूत समस्याओं का सामना कर रहे हैं, जिसमें तेजी से बढ़ता नशा कारोबार, लो-वोल्टेज की समस्या और सिंचाई गूलों की सफाई न होना शामिल है। इससे उनकी दैनिक जिंदगी...

Newswrap हिन्दुस्तान, हल्द्वानीThu, 15 May 2025 05:14 PM
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बोले हल्द्वानी कुंवरपुर में लो-वोल्टेज में छूट रहे लोगों के पसीने

हल्द्वानी। गौलापार स्थित कुंवरपुर के ग्रामीण लंबे समय से कई मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं, जिससे उनका दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। क्षेत्र में तेजी से पैर पसारते नशे के कारोबार ने लोगों को गहरी चिंता में डाल दिया है, युवा पीढ़ी इस दलदल में फंसती जा रही है। वहीं साल भर बनी रहने वाली लो-वोल्टेज की समस्या गर्मी के मौसम में ग्रामीणों के लिए आफत बन गई है। बिजली के उपकरण शोपीस बनकर रह गए हैं। इसके अतिरिक्त, सिंचाई गूलों की वर्षों से सफाई नहीं होने के कारण किसानों को खुद ही गंदगी साफ करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

इन समस्याओं ने कुंवरपुर के निवासियों को त्रस्त कर दिया है और वे जिम्मेदार विभागों से तत्काल समाधान की उम्मीद कर रहे हैं। जब बोले हल्द्वानी की टीम ने क्षेत्र का दौरा कर लोगों से उनकी समस्याएं जानीं, तो उन्होंने खुलकर अपनी परेशानियां बताईं और समाधान भी सुझाए। गौलापार के कुंवरपुर में तेजी से फैल रहा नशे का कारोबार यहां के निवासियों के लिए गहरी चिंता का कारण बना हुआ है। अवैध शराब और सूखे नशे की बढ़ती उपलब्धता के चलते युवा पीढ़ी इसकी गिरफ्त में आ रही है, जिससे अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भयभीत हैं। इसके साथ ही, कुंवरपुर में लो-वोल्टेज की समस्या भी एक बड़ी परेशानी बनी हुई है। साल भर बिजली की आपूर्ति कम रहने से घरों में लगे आवश्यक उपकरण भी ठीक से काम नहीं कर पाते हैं। खासकर गर्मी के मौसम में लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि लो-वोल्टेज के कारण उनके उपकरण खराब हो रहे हैं, जिससे उन्हें आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ रहा है। उचित सिंचाई व्यवस्था भी नहीं होना यहां के किसानों के लिए एक बड़ी समस्या है। सिंचाई नहरें कई साल से गाद और कचरे से भरी पड़ी हैं, जिनकी सफाई नहीं हुई है। यातायात की समस्या भी कुंवरपुर के लोगों के लिए बड़ी चुनौती है। सड़कों का चौड़ीकरण नहीं होने के कारण हाईवे पर अक्सर जाम लगा रहता है, जिससे स्थानीय निवासियों और राहगीरों को काफी परेशानी होती है। समय और ईंधन की बर्बादी के साथ-साथ अन्य आवश्यक कार्यों में भी बाधा आती है। गर्मी के मौसम में रोज झेल रहे तकलीफ: ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में लो वोल्टेज की भी समस्या है। गर्मी में इस समस्या से लोग काफी परेशान रहते हैं। लो वोल्टेज से घरों में लगे बिजली उपकरण भी खराब हो जाते हैं। जिसके चलते ग्रामीणों में ऊर्जा निगम के प्रति भी रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने बताया ट्रांसफार्मर पर लोड बढ़ने से क्षेत्र में कम वोल्टेज की समस्या हमेशा बन जाती है। घरों में टीवी, फ्रिज, प्रेस, कूलर, पंखे, बल्ब सहित अन्य उपकरण अच्छे से नहीं चल पाते हैं। वहीं बिजली के उतार चढ़ाव से उपकरण खराब होने का डर रहता है। गर्मी के दिनों में खासी परेशानी झेलनी पड़ती है। दोपहर के समय परेशानी अधिक बढ़ जाती है। ऊर्जा निगम के अधिकारियों को कई बार बताने के बाद भी समाधान नहीं किया जा रहा है। सिंचाई विभाग की बेरुखी से परेशान: कुंवरपुर क्षेत्र में सिंचाई गूलों की खराब स्थिति किसानों के लिए एक बड़ी समस्या बन गई है। लोगों ने बताया कि क्षेत्र में फैली सिंचाई गूलें पिछले कई साल से कूड़े-कचरे से भरी पड़ी हैं, लेकिन सिंचाई विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लोगों का आरोप है कि विभाग की लापरवाही के चलते उन्हें खुद ही इन गूलों की सफाई करनी पड़ती है। सिंचाई गूलों में प्लास्टिक कचरा, खरपतवार और अन्य अपशिष्ट जमा हो गया है, जिससे पानी का प्रवाह बाधित हो रहा है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि जब सिंचाई के लिए इन गूलों से पानी छोड़ा जाता है, तो यह सारी गंदगी बहकर सीधे उनके खेतों में घुस जाती है। जिससे फसलें खराब होती हैं। लोगों ने कहा कि उन्होंने कई बार विभाग के अधिकारियों को इस समस्या से अवगत कराया, लेकिन उनकी शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं हुई। जाम की स्थिति से लोग परेशान लोगों ने कहा कि क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण तो हो गया है, लेकिन सड़कों का चौड़ीकरण नहीं होने के कारण लोगों को आए दिन गंभीर जाम की समस्या से जूझना पड़ रहा है। हाईवे बनने के बावजूद संकरी सड़कों के कारण यातायात का दबाव बढ़ गया है, जिसके चलते घंटों तक जाम लगना आम बात हो गई है। इस स्थिति से परेशान होकर लोगों ने सड़कों के चौड़ीकरण की मांग की है। लोगों ने कहा कि हाईवे के बन जाने से उन्हें उम्मीद थी कि यातायात व्यवस्था सुधरेगी और आवागमन सुगम होगा। हालांकि, सड़कों का विस्तार न होने के कारण उनकी यह उम्मीद पूरी नहीं हो पाई है। संकरी सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण अक्सर लंबी-लंबी कतारें लग जाती हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि जाम की समस्या खासकर पीक आवर्स के दौरान और भी विकराल रूप धारण कर लेती है। स्कूल जाने वाले बच्चे, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और अन्य राहगीर घंटों तक जाम में फंसे रहते हैं, जिससे उन्हें भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। नशे के बढ़ते कारोबार से लोग परेशान : लोगों ने कहा कि क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब और सूखे नशे का प्रचलन बहुत बढ़ गया है। क्षेत्र में खुलेआम कच्ची शराब बेची जा रही है और विभिन्न प्रकार के सूखे नशे आसानी से उपलब्ध हैं। नशे के सौदागर युवाओं को अपना निशाना बना रहे हैं। लोगों का कहना है कि नशे के आदी होने के कारण युवा न केवल अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि अपराध और अन्य गैर-कानूनी गतिविधियों में भी शामिल हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने इस गंभीर समस्या को लेकर पुलिस और प्रशासन से कई बार शिकायत की है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। लोगों में इस बात को लेकर गहरा रोष है कि उनकी शिकायतों को अनसुना किया जा रहा है और नशे का कारोबार दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। क्षेत्र की पांच प्रमुख समस्याएं 1. क्षेत्र में नशे के बढ़ते कारोबार से परेशान हैं लोग। 2. क्षेत्र में लोग वोल्टेज की है समस्या। 3. सिंचाई नहर की कई साल से नहीं हुई सफाई। 4. सड़क चौड़ी नहीं होने से अक्सर रहती है जाम की समस्या। 5. हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से हो रही दिक्कत। लोगों ने ये पांच सुझाव दिए 1. नशे के बढ़ते कारोबार पर रोक लगाई जाए। 2. लो-वोल्टेज की समस्या का समाधान हो। 3. सिंचाई गूलों की समय-समय पर साफ-सफाई हो। 4. गौलापार की सड़कों को चौड़ा किया जाए। 5. हाईवे पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए। इनकी सुनिए क्षेत्र में बढ़ता नशे का कारोबार हमारे युवाओं को खोखला कर रहा है। दिन दहाड़े लड़के नशे में घूमते दिखते हैं। पुलिस को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। क्षेत्र में नशे का कारोबार बहुत ज्यादा बढ़ गया है। आनंद बिष्ट क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या भी गंभीर है। सालभर लो-वोल्टेज की समस्या से जूझना पड़ता है। आए दिन हमारे महंगे उपकरण खराब हो जाते हैं। बिजली विभाग को इस समस्या का समाधान तो करना चाहिए। देवेंद्र नौला पूरे गौलापार में सड़क इतनी संकरी हैं कि दो गाड़ियां भी ठीक से क्रॉस नहीं कर पातीं। ऐसे में हर समय जाम लगा रहता है। जिससे कहीं भी आने जाने में दिक्कतें होती हैं। इसलिए सड़कों को चौड़ा करना चाहिए। योगेश नेगी क्षेत्र में बढ़ते नशे के कारोबार को लेकर हमने कई बार प्रशासन को सूचना दी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लगता है जैसे नशे के कारोबारियों को संरक्षण मिला हुआ है। ये तो आमजन के साथ सरासर अन्याय है। विरेंद्र मटियाली गांव की सिंचाई गूलें हमारी जीवन रेखा हैं, लेकिन कई साल से इनकी सफाई नहीं हुई है। पानी खेतों तक ठीक से पहुंचता ही नहीं और जो पानी आता है उसमें इतनी गंदगी होती है कि खेत में कचड़ा भर जाता है। आनंद सिंह देवरी क्षेत्र में बिजली बार-बार गुल होती है और जब आती है तो वोल्टेज बहुत कम होता है। इससे कामकाज प्रभावित होता है। सर्दी के मौसम में तो इतना असर नहीं पड़ता लेकिन गर्मियों में बहुत परेशानियां होती हैं। राजेंद्र खनवाल क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या भी बहुत पुरानी है। वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर तो आ गया है लेकिन अभी तक लगाए नहीं गए हैं। क्या विभाग उन्हें गर्मी खत्म होने के बाद लगाएगा। हेमंत बगडवाल हमारे क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब व स्मैक काफी ज्यादा बिक रहा है। पुलिस को इसकी ओर ध्यान देना चाहिए और हमारी समस्या का समाधान करना चाहिए। नशे के बढ़ते कारोबार के कारण गांव के युवा गलत रास्ते पर जा रहे हैं। हरेंद्र क्वीरा खेतों को सिंचाई के लिए पानी की बहुत जरूरत होती है, लेकिन नहर की सफाई नहीं होने से फसलें सूख रही हैं। सिंचाई विभाग की ओर से कभी भी कोई गूलें साफ करने नहीं आता। हमें स्वयं गूलें साफ करनी पड़ती है। प्रदीप दरम्वाल पहले इतनी गाड़ियां नहीं थीं, तो यहां जाम की समस्या नहीं होती थी। लेकिन जबसे हाईवे बना है तबसे सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है। सड़कें पहले के बराबर ही है पर गाड़ियां बढ़ गई हैं। त्रिलोक सिंह रैक्वाल नशे का कारोबार हमारी संस्कृति और समाज को बर्बाद कर रहा है। पहले लोग मिलजुल कर रहते थे, अब नशे के कारण अपराध भी बढ़ रहे हैं। प्रशासन को इस समस्या की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। विक्रम सिंह सिंचाई के लिए पानी की बहुत जरूरत होती है, लेकिन नहर की सफाई न होने से फसलें सूख रही हैं। गंदी गूलों में अब धीरे-धीरे पानी आना भी बंद हो रहा है। ऐसा चलता रहा तो खेती करना मुश्किल हो जाएगा। पूरन सिंह बिजली बार-बार गुल होती है और जब आती है तो वोल्टेज बहुत कम होता है, जिससे कामकाज प्रभावित होता है। लो वोल्टेज के कारण बच्चों को पढ़ाई करने में भी तकलीफ होती है। उनकी पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। गोपेश सिंह एक तो भीषण गर्मी ऊपर से पंखा और कूलर भी ठीक से नहीं चलते। रात भर मच्छरों से परेशान रहना पड़ता है। सर्दियों में तो इतनी परेशानी नहीं होती है, लेकिन गर्मियों में हालत खराब हो जाती है। पनीराम गांव की अधिकांश महिलाएं बहुत परेशान हैं। उनके पति नशे में धुत होकर घर आते हैं और झगड़ा करते हैं। इसके साथ ही अब गांव के बच्चे भी न करना लगे हैं। क्योंकि उन्हें आसानी से सूखा नशा मिल रहा है। हरेंद्र सिंह कनवाल प्रशासन ने हाईवे तो आराम से बना दिया लेकिन क्षेत्र की सड़कें चौड़ी करना भूल गया है। इसका खामियाजा क्षेत्रवासियों को झेलना पड़ रहा है। सड़क चौड़ी हो जाएं तो जाम की समस्या कम हो सकती है। निर्मला दरम्वाल सिंचाई गूलों की कई साल से साफ-सफाई नहीं हुई है। उनमें पानी के साथ कचड़ा बहकर आता है जो हमारे खेतों में घुस जाता है। गंदी नहर के कारण खेतों में उगाई जाने वाली फसलें खराब हो रही हैं। कमला देवी क्षेत्र में लावारिस पशु काफी ज्यादा मात्रा में हो गए हैं। ये पशु हमारे खेतों में घुस जाते हैं और फसलों को नष्ट कर देते हैं। इसके साथ ही ये जगह-जगह झुंड बनाकर एकत्रित हो जाते हैं। जिससे दुर्घटना होने का डर रहता है। भुवनेश्वरी रैक्वाल हमारे क्षेत्र में मूलभूत सुविधाओं का पूरी तरह अभाव है। सड़क, स्वास्थ्य, और सफ़ाई जैसी आवश्यक सेवाएं उपलब्ध नहीं है। हम लगातार समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन अनदेखी की जा रही है। अर्जुन संबल घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है क्योंकि यहां लावारिस पशु झुंड में घूमते रहते हैं। कई बार तो ये इतने उग्र हो जाते हैं कि डर लगता है कहीं कुछ कर न दें। घरों से बाहर निकलने में काफी डर लगता है। पवन रैक्वाल बोले जिम्मेदार गौलापार क्षेत्र में लगभग 21 ट्रांसफार्मर नए लगाए जाने हैं। अब तक 11 ट्रांसफार्मर लगाए जा चुके हैं वहीं कुछ क्षेत्र में स्थानीय लोगों की ओर से आपत्ति जताई गई, जिसके कारण कार्य नहीं हो पाया है। इन स्थानों पर भी ट्रांसफार्मर लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदीप कुमार बिष्ट, अधिशासी अभियंता, विद्युत वितरण खंड नगर, हल्द्वानी

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