विदेश में नौकरी का झांसा देकर घिनौना खेल, विदेशी कंपनियों में युवकों को बेचा
- एसपी ने बताया कि इस साल दस जुलाई को गुदमी, बनबसा निवासी राजेंद्र सिंह सौन ने तहरीर देकर बताया कि उसके पुत्र ललित सौन और उसके दोस्तों विकास, कमलेश और खटीमा के तीन और युवक रोजगार के लिए दिल्ली गए थे।
विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं को विदेशी कंपनियों को बेचने वाले को पुलिस ने गुजरात से दबोचा है। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। आरोपी ने बनबसा, खटीमा और देहरादून के सात युवाओं को विदेशी कंपनियों को बेच दिया था।
आरोपी के खिलाफ बनबसा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस साल जून में आरोपी ने सभी युवाओं को बैंकाक भेजा था। युवाओं से जबरन साइबर ठगी करवाई जाती थी। चम्पावत में सोमवार को एसपी अजय गणपति प्रेस वार्ता की।
एसपी ने बताया कि इस साल दस जुलाई को गुदमी, बनबसा निवासी राजेंद्र सिंह सौन ने तहरीर देकर बताया कि उसके पुत्र ललित सौन और उसके दोस्तों विकास, कमलेश और खटीमा के तीन और युवक रोजगार के लिए दिल्ली गए थे।
जहां से वे किसी दलाल के माध्यम से बैंकाक चले गए। कहा कि तब से बेटी समेत इन युवकों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। पुलिस जांच में पता चला कि टुकड़ा, पोरबंदर, गुजरात निवासी जयदीप रामजी टोकड़िया और खटीमा निवासी राहुल उपाध्याय ने इन युवाओं को विदेश में नौकरी का झांसा दिलाने के नाम पर बैंकाक में किसी विदेशी कंपनियों को प्रति युवक दस हजार थाई भाट (लगभग भारतीय 25 हजार रुपये) में बेच दिया है।
विदेशी कंपनियां इन युवाओं को म्यांमार ले जा कर साइबर ठगी का काम करवाती थी। युवाओं से मारपीट भी की जाती थी। इसी दौरान बनबसा निवासी युवाओं ने किसी तरह व्हाट्सएप के जरिए परिजनों को खबर दी। इसके बाद ये सभी युवा म्यांमार सीमा से पिछले माह अपने घर बनबसा पहुंचे।
एसपी ने बताया कि तमाम खोजबीन के बाद 13 सितंबर को जयदीप रामजी टोकड़िया को गुजरात से हिरासत में ले लिया। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 344, 346, 347, 367, 374, 386, 419, 420 और 120 बी के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। उन्होंने बताया कि दूसरा आरोपी राहुल उपाध्याय दुबई भाग गया है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।