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ज्वेलर्स शोरूम में डकैती की साजिश जून में रची, करोड़ों की लूट के बाद ऐसे फरार हुआ गैंग

  • हरिद्वार पुलिस के सूत्रों की मानें तो गैंगलीडर सुभाष ने ही डकैती का ताना-बाना बुना था। चार साल से संपर्क में रहे एनकाउंटर में मारे गए बदमाश सतेंद्र पाल को विश्वास में लेकर पहले ऊना हिमाचल प्रदेश में निजी गोल्ड लोन कंपनी में डाका डालने की योजना बनाई।

Himanshu Kumar Lall हिन्दुस्तान, हरिद्वार, हिन्दुस्तानTue, 17 Sep 2024 04:09 AM
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हरिद्वार में श्रीबालाजी ज्वेलर्स शोरूम डकैती कांड की पटकथा जून में ही लिखी गई थी। गैंग लीडर सुभाष ने जून में यहां पहुंचकर बकायदा रेकी की थी। इसके बाद जब गैंग हिमाचल प्रदेश के ऊना में अपने पहले टॉरगेट एक निजी गोल्ड लोन कंपनी में डकैती नहीं डाल सका था। 

तब उन्होंने दूसरे टॉरगेट यानि यहां का रूख किया था। एक सितंबर को चंद्राचार्य चौक से फर्लांग भर की दूरी पर श्रीबालाजी ज्वेलर्स शोरूम में घटी डकैती की वारदात का पटादक्षेप करते हुए हरिद्वार पुलिस ने एक आरोपी को एनकाउंटर में मार गिराया जबकि दो आरोपी गिरफ्त में आए गए। 

पुलिस पड़ताल में निकलकर आया कि गैंग का लीडर दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके का रहने वाला सुभाष है। दिल्ली पुलिस की डायरी में सुभाष का नाम नया नहीं है बल्कि पूर्व में भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है। 

पता चला कि वर्ष 2021 में सुभाष दिल्ली में एक कारोबारी से हुई पचास लाख की लूट की वारदात में भी शामिल रहा है। इसके अलावा फरीदाबाद हरियाणा पुलिस ने वर्ष 2019 में उसे तब दबोचा था, जब उसने नकली सिक्के बनाने की बकायदा फैक्ट्री लगा रखी थी। मोबाइल फोन चोरी की दर्जनों घटनाओं में सुभाष मुख्य भूमिका में रहता है।

हरिद्वार पुलिस के सूत्रों की मानें तो गैंगलीडर सुभाष ने ही डकैती का ताना-बाना बुना था। चार साल से संपर्क में रहे एनकाउंटर में मारे गए बदमाश सतेंद्र पाल को विश्वास में लेकर पहले ऊना हिमाचल प्रदेश में निजी गोल्ड लोन कंपनी में डाका डालने की योजना बनाई। 

दस जून को गैंग सुभाष ने पूरे गैंग के साथ गोल्ड लोन कंपनी में धावा भी बोला था लेकिन सॉयरन बज जाने से प्लॉन फेल हो गया। पहला टॉरगेट जब पूरा नहीं हुआ तब उन्होंने हरिद्वार का रुख किया। तब गैंग लीडर सुभाष यहां अकेला ही पहुंचा था।

वारदात के बाद इस तरह फरार हुआ था गैंग

डकैती की वारादात को अंजाम देकर गैंग के सदस्य कार से फरार हुए थे। उन्होंने दोपहिया वाहन यहां ही लावारिस छोड़ दिए थे। 29 अगस्त को पूरा गैंग यहां पहुंचा था। शंकर आश्रम में गैंग ठहरा था। रेल चौकी के पास एक निजी पार्किंग में कार पार्क कर दी थी। 

तीन दिन आश्रम में गुजारकर पूरा फूलप्रूफ प्लॉन तैयार किया। एक सितंबर यानि वारदात वाले दिन पुल जटवाड़ा के पास कार पार्क कर दी थी। घटना को अंजाम देकर सीधे पुल जटवाड़ा के पास पहुंचे, फिर दोपहिया वाहन वहां छोड़कर कार में सवार होकर फरार हो गए।

गैंग लीडर का पिता ही उसका आपराधिक दुनिया का गुरु

गैंग लीडर सुभाष का आपराधिक दुनिया का गुरु उसका पिता नंदकिशोर ही है। दरअसल, सुल्तानपुरी दिल्ली से ताल्लुक रखने वाला नंदकिशोर अपराध की दुनिया से ताल्लुक रखता है। उसके खिलाफ भी कई मुकदमें दर्ज चल रहे हैं। सुल्तानपुरी दिल्ली में पिता पुत्र की दबंगई के कई किस्से मशहूर है। पिता नंदकिशोर बकायदा कराटे गैंग संचालित करता है।

कुख्यातों को गोलियों से देंगे जवाब: डीजीपी अभिनव कुमार

हरिद्वार में ज्वेलर्स शोरूम में डकैती में एक बदमाश के एनकाउंटर पर डीजीपी अभिनव कुमार ने पुलिस की पीठ थपथपाई। सोमवार को पुलिस मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान डीजीपी ने साफ कहा कि उत्तराखंड में बंदूक के बल पर अपराध करने वालों को हम सीधा गोली से जवाब देंगे। डीजीपी ने एनकाउंटर करने वाली टीम को एक लाख का इनाम देने की भी घोषणा की।

डीपीजी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद ही पुलिस ने बदमाशों की तलाश शुरू कर दी थी। जिसमें रविवार रात एक बदमाश को मार गिराया गया। जबकि, सोमवार दोपहर दो बदमाशों को गिरफ्तार कर करीब पचास लाख के जेवर व हथियार बरामद किए गए हैं। 

उन्होंने साफ कहा कि जो लोग ये समझते हैं देवभूमि में अपराध करके वे बच जाएंगे ये एनकाउंटर उनके लिए सीधा जवाब है। डीजीपी ने कहा कि इस घटना के खुलासे में पुलिस ने तकनीकी और मानवीय एंटेलिजेंस का बेहतरीन प्रयोग किया है। 

उन्होंने ये भी जानकारी दी कि ये केस इस वक्त पुलिस की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। जिसका पूरी तरह खुलासा करने और घटना में मुख्य रूप से शामिल पांच में से फरार दो बदमाशों की गिरफ्तारी और सौ फीसदी रिकवरी पुलिस का लक्ष्य है। 

गिरफ्तार बदमाशों से मिली जानकारियों के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने इस घटना के इतनी जल्द खुलासे पर एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र डोबाल और उनकी पूरी टीम की तारीफ की। इस दौरान आईजी-गढ़वाल केएस नगन्याल भी मौजूद रहे।

अपराध शून्य नहीं कर सकते, लेकिन पुनरावृत्ति नहीं होने देंगे डीजीपी ने कहा कि पिछले दिनों आम लोगों, जनप्रतिनिधियों और व्यापारियों ने कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए थे। उन्होंने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई थी। 

हम उनकी चिंता का सम्मान करते हैं, लेकिन उन्हें भी पुलिस और सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। उत्तराखंड पुलिस हर नागरिक की सुरक्षा को लेकर तत्पर है। हम अपराध को भी शून्य नहीं कर सकते, लेकिन घटनाओं का समय पर खुलासा और उनकी पुनरावृत्ति रोकने का पूरी तरह आश्वासन देते हैं। 

डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा कि ज्वेलर्स को भी अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना होगा। दुकानों में सीसीटीवी, गेट पर सशस्त्रत्त् गार्ड और अंदर एंटी थेफ्ट अलार्म जैसी तकनीकें लगानी होंगी। इसके अलावा होटल धर्मशाला व लॉज वालों को भी लोगों को कमरे किराए पर देते हुए सतर्कता बरतनी होगी। खासकर मोबाइल नंबर वैरिफाई जरूर करें।

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