नए साल में यूपी के प्राइमरी स्कूलों में होगा ये बड़ा काम, बेसिक के प्रस्ताव को योगी सरकार की मंजूरी
- बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षा के आधुनिकीकरण के प्रस्ताव को योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में मु्ख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खोले जाएंगे। पहले चरण में 27 जिलों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों की स्थापना का काम जल्द ही शुरू किए जाने की योजना है।
UP Primary Schools: नए वर्ष में प्रदेश के 7,409 प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू किए जाएंगे। वर्तमान में प्रदेश भर के 18381 स्कूलों में स्मार्ट क्लास चलाए जा रहे हैं। इसके अलावा 5258 प्राइमरी स्कूलों में आईसीटी लैब की भी स्थापना की जाएगी जबकि लखनऊ स्थित स्कूल शिक्षा महानिदेशालय में नए वर्ष में स्टेट लेवल डिजिटल स्टूडियो की स्थापना की जाएगी। बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षा के आधुनिकीकरण के प्रस्ताव को योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंजूरी दे दी है। इसके अलावा प्रदेश के सभी जिलों में मु्ख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय खोले जाएंगे। इसमें पहले चरण में 27 जिलों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालयों की स्थापना का कार्य जल्द ही शुरू किए जाने की योजना है। वहीं 34 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय उच्चीकृत किए जाने के प्रस्ताव पर भी सहमति मिल चुकी है।
नई शिक्षा नीति 2020 की संस्तुतियों के तहत प्राइमरी स्कूलों में इसके अलावा नए वर्ष 2025 में और भी कई बदलाव किए जाने की तैयारी है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में उतार-चढ़ाव के बीच सुधार के कार्य भी अनवरत जारी है। आने वाले नए वर्ष में प्राइमरी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की ओर से और कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू किए जाने की उम्मीद है जिससे इस क्षेत्र में कई अहम बदलाव देखने को मिलेंगे। वहीं माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा से लेकर प्राविधिक एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार की ओर से नए वर्ष में कई नए सोपान स्थापित करने की तैयारी है।
यह भी पढ़ें: योगी सरकार यूपी के हर जिले में खोलेगी ये स्कूल, प्री-प्राइमरी से 12 वीं तक होगी फ्री पढ़ाई
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्रधानाचार्यों, शिक्षकों, लिपिकों आदि के रिक्त पद भरे जाएंगे।
- 1265 प्राइमरी स्कूलों के जर्जर भवनों का कायाकल्प योजना के तहत जीर्णोद्धार किया जाएगा।
- माध्यमिक शिक्षा के विद्यालयों में लैब व स्मार्ट क्लास की व्यवस्था को मंजूरी।
- तीन नए राज्य विश्वविद्यालयों में कुलपति समेत अन्य जिम्मेदारों की नियुक्त के बाद अब पढ़ाई शुरू करने की कवायद प्रारम्भ की जाएगी।
- उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी में अब तक अपलोड 134 विषयों के 77,000 ई-कंटेंट को बढ़ाकर एक लाख तक किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: एडेड स्कूलों में शिक्षकों को अब आसानी से न निकाल सकेगा प्रबंधन, प्रमोशन का रास्ता भी होगा साफ
- 172 राजकीय महाविद्यालयों में ई-लर्निंग पार्क की स्थापना की जाएगी।
- 83 राजकीय महाविद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू किया जाएगा।
- 1000 महाविद्यालयों में रोजगारोन्नमुख तथा बाजारोन्मुख पाठ्यक्रम एवं इंटर्नशिप शुरू किया जाएगा।
- ऑनलाइन पीएचडी कोर्स वर्क की संख्या में इजाफा किया जाएगा।