फौजियों के गांव में अब यूपी पुलिस के सिपाही बने 5 युवक, पूरे इलाके में छाईं खुशियां
- यूपी के हरदोई में फौजियों का गांव कहा जाने वाला बाबरपुर में अब यूपी पुलिस में पांच युवकों के सिपाही बनने पर पूरे गांव में जश्न का माहौल है। इन युवाओं ने कड़ी मेहनत कर माता-पिता और गांव का नाम रोशन किया है।
बिना संसाधनों के कठिन परिश्रम और प्रतिभा के बल पर भी सफलता पाई जा सकती है। ऐसा कर दिखाया है यूपी के हरदोई जिले में बाबरपुर गांव के पांच नौजवानों ने। इन सभी ने एकसाथ उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा पास की। युवाओं ने माता-पिता और गांव का नाम रोशन किया है। इनकी सफलता पर पूरा गांव जश्न मना रहा है। इनकी सफलता पर गांव वाले इनके घर पहुंच कर बधाई दे रहे हैं। पूरे इलाके खुशियां छाई हैं।
गांव बाबरपुर वैसे तो फौजियों का गांव कहा जाता है। इस गांव में 86 सैनिक चयनित हुए हैं। इसमें से 45 युवा वर्तमान में अपनी सेवाएं सेना में दे रहे हैं। अब पुलिस में पांच युवाओं का नाम आने से गांव के लोग काफी खुश हैं। गुरुवार को कट ऑफ मेरिट जारी होने के बाद गांव में खुशियां छा गईं। मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले इन युवाओं ने अपने जुनून और उत्साह की बदौलत लक्ष्य प्राप्त कर क्षेत्र के युवाओं के लिए नजीर प्रस्तुत की है। इनकी कड़ी मेहनत रंग लाई और इनका सिपाही पद के लिए चयन हो गया। पुलिस भर्ती परीक्षा पास करने वाले शशिकांत बाजपेई, विशाल त्रिवेदी, राजन बाबू दीक्षित तो रोडवेज में परिचालक हैं।रोडवेज पर ड्यूटी के दौरान तीनों ने परीक्षा की तैयारी की।
वहीं, अनिरुद्ध दीक्षित और प्रशांत दीक्षित ने गांव में रहकर बिना किसी कोचिंग के सहारे सफलता अर्जित की है। इन युवाओं का कहना है कि पढ़ाई में निरंतरता जरूरी है। ऑनलाइन संसाधनों का सदुपयोग करें। लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें तो सफलता अवश्य मिलेगी।