यूपी पुलिस सिपाही भर्ती में गजब फर्जीवाड़ा; लिखित में फेल फिर भी फिजिकल देने पहुंची युवती, गिरफ्तार
- up police constable recruitment: एक महिला अभ्यर्थी ने गजब फर्जीवाड़ा की कोशिश की है। लिखित परीक्षा में फेल होने के बाद भी वह फिजिकल देने पहुंच गई। उसने इसके लिए फर्जी प्रवेश पत्र भी बना लिया था। पुलिस ने महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है।
up police constable recruitment: यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा के बाद अब फिजिकल हो चल रहा है। लिखित परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों को फिजिकल के लिए प्रवेश पत्र जारी किया गया है। इसी प्रवेश पत्र के आधार पर उनका फिजिकल हो रहा है। इस बीच एक महिला अभ्यर्थी ने गजब फर्जीवाड़ा की कोशिश की है। लिखित परीक्षा में फेल होने के बाद भी वह फिजिकल देने पहुंच गई। उसने इसके लिए फर्जी प्रवेश पत्र भी बना लिया था। पुलिस ने महिला अभ्यर्थी को गिरफ्तार कर लिया है।
श्रावस्ती के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) प्रवीण कुमार यादव ने पीटीआई-भाषा को बताया कि महिला अभ्यर्थी का नाम रिचा सिंह है। बताया कि अगस्त में यूपी पुलिस सिपाही भर्ती की परीक्षा विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर हुई थी और लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच एवं शारीरिक परीक्षण की प्रक्रिया शुक्रवार को शुरू हुई। इसके लिए श्रावस्ती जिला मुख्यालय भिनगा स्थित रिजर्व पुलिस लाइन में भी केंद्र निर्धारित किया गया था।
एएसपी ने बताया कि श्रावस्ती के इस केंद्र पर 533 अभ्यर्थी आने थे और हमारी सूची में किसी महिला अभ्यर्थी का नाम नहीं था। इसी बीच रिचा सिंह नाम की महिला अभ्यर्थी का प्रवेश पत्र प्रस्तुत हुआ तो परीक्षकों को शक हुआ। आरंभिक जांच में प्रवेश पत्र फर्जी साबित हुआ।
उन्होंने बताया कि प्रवेश पत्र पर तस्वीर व अन्य विवरण तो बहराइच जिले के पयागपुर क्षेत्र निवासी रिचा सिंह के थे लेकिन क्रमांक संख्या कानपुर के मयंक नाम के किसी अभ्यर्थी का था। उन्होंने बताया कि जांच से मालूम हुआ कि आरोपी ने मोबाइल एप्लीकेशन 'स्वीट स्नैप' का इस्तेमाल कर क्रमांक संख्या को 'कट पेस्ट' करके फर्जी प्रवेश पत्र तैयार किया।
एएसपी ने बताया कि आरोपी महिला के पास मौजूद टैबलेट और प्रपत्रों को कब्जे में लेकर थाना कोतवाली भिनगा में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि महिला को गिरफ्तार कर शनिवार को अदालत में पेश किया गया और विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि आरंभिक जांच व पूछताछ से मालूम हुआ कि रिचा ने बलरामपुर जिले के एक परीक्षा केंद्र पर लिखित परीक्षा दी थी, लेकिन वह फेल हो गयी। एएसपी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।
लखीमपुर में भी ऐसा ही मामला पकड़ाया
वहीं, लखीमपुर में भी पुलिस भर्ती में उसी तरह का मामला सामने आया है। एक महिला अभ्यर्थी फर्जी एडमिट कार्ड के सहारे दस्तावेज सत्यापन के लिए पहुंच गई। शुरुआती जांच में ही पुलिस ने मामला पकड़ लिया। भर्ती प्रक्रिया में शामिल दरोगा ने गौतमबुद्धनगर की महिला अभ्यर्थी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
लखीमपुर पुलिस लाइन में सिपाही भर्ती प्रक्रिया में अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच और शारीरिक मानक परीक्षा चल रही है। कोतवाली सदर में दर्ज कराई रिपोर्ट में उपनिरीक्षक विनोद कुमार सिंह ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले की रहने वाली अभ्यर्थी दीपा भाटी ने पुलिस लाइन गेट पर अपना प्रवेश पत्र दिखाते हुए बताया कि उसके दस्तावेजों की जांच होनी है और शारीरिक मानक परीक्षा भी होनी है।
उसे अंदर जाने की अनुमति दी गई। उसने भर्ती बोर्ड के बाबू को अपने प्रपत्र दिखाए। जांच के दौरान पाया गया कि दीपा भाटी के एडमिट कार्ड पर जो अनुक्रमांक और पंजीकरण संख्या पड़ी है, वह देवरिया की रहने वाली पूजा सोनिहार की है।
जांच में पाया गया कि दीपा भाटी ने प्रपत्रों में कूटरचना की है। उसने अपने फोटो को भी एडिट किया था। कोतवाली पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। भर्ती परीक्षा के नोडल एएसपी पवन गौतम ने बताया कि दीपा भाटी ने भी भर्ती परीक्षा दी थी लेकिन वह फेल हो गई थी। इसलिए दीपा ने एडिट कर अपना एडमिट कार्ड तैयार किया और उसके सहारे लखीमपुर पुलिस लाइन पहुंच गई। यहां दस्तावेज सत्यापन के दौरान वह पकड़ी गई। मामले की जांच की जा रही है।