Notification Icon
Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़Yogi cabinet expansion Lucky number proved to be 56 made by PM Modi in 2014 elections

योगी मंत्रिमंडल का विस्तार; लकी नंबर साबित हुआ 56, पीएम मोदी ने 2014 के चुनाव में बना दिया था

योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में 56 अंक का संयोग सामने आया है। इसे लकी नंबर के रूप में देखा जा रहा है। पीएम मोदी ने 2014 में इसी 56 को मुद्दा भी बनाया था।

Yogesh Yadav हेमंत श्रीवास्तव, लखनऊWed, 6 March 2024 09:14 AM
share Share

योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली प्रदेश की भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में 56 अंक का संयोग सामने आया है। इसे लकी नंबर के रूप में देखा जा रहा है। योगी की अगुवाई में 2017 में बनी पहली सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार के बाद मंत्रियों की कुल संख्या 56 पहुंची थी। वहीं 2022 में बनी योगी-टू सरकार के पहले विस्तार में नये मंत्रियों के शपथ लेने के बाद भी मंत्रियों की संख्या 56 पर पहुंची।
भाजपा की राजनीति में 56 अंक का सुखद संयोग इसलिए भी माना जाता है क्योंकि पीएम नरेंद्र मोदी के भाषणों में 56 इंच के सीने का जिक्र होना आम रहा है। यह 56 का अंक अब प्रदेश में चल रही भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में लकी नंबर की तरह देखा जा रहा है।

सात साल की योगी सरकार में तीसरी बार हुआ मंत्रिमंडल का विस्तार
प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में पिछले करीब सात सालों से भाजपा की सरकार चल रही है। दो बार से लगातार प्रदेश का सीएम बनें योगी आदित्यनाथ की सरकार में यह तीसरा मंत्रिमंडल विस्तार है। 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने 21 अगस्त 2019 को अपने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार किया था। जिसमें 23 लोगों ने मंत्री, राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। इस शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों का योग 56 पहुंचा था। इसी सरकार में दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार 26 सितंबर 2021 को किया गया। जिसमें एक कैबिनेट और छह नये राज्यमंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। जिसके बाद मंत्रिमंडल का आकार अधिकतम 60 अंक पर पहुंचा था।

राष्ट्रपति चुनाव के बाद से ही हो रही थी विस्तार की चर्चा
2022 में दूसरी बार बहुमत मिलने पर इकाना अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में भव्य समारोह के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 52 नेताओं को शपथ दिलाई गई थी। इस सरकार के पहले मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा राष्ट्रपति चुनाव के दौरान सपा गठबंधन से नाता तोड़ सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के भाजपा गठबंधन से जुड़ने के बाद ही शुरू हो गई थी।

विस्तार की तिथि को लेकर लगातार अटकलें लगाई जा रही थी। अंतत: मंगलवार को इस सरकार के मंत्रिमंडल का पहला विस्तार हुआ। जिसमें चार मंत्री बनाए गए। इस बार भी पहले विस्तार के बाद मंत्रिमंडल सदस्यों की कुल संख्या 56 पहुंची है। अब भी चार और मंत्री बनाने की गुंजाइश है।

योगी सरकार के सात साल
पहला मंत्रिमंडल विस्तार--21 अगस्त 2019
-कुल 23 मंत्रियों ने ली थी शपथ। मंत्रियों की संख्या 38 से बढ़कर 56 हुई थी।
-हिदायतों की अनदेखी में चार मंत्री राजेश अग्रवाल, अनुपमा जायसवाल, धर्मपाल सिंह तथा अर्चना पांडेय। इनसे इस्तीफे लिए गए थे।
नए कैबिनेट मंत्री-6
महेंद्र सिंह, सुरेश राणा, भूपेंद्र सिंह चौधरी तथा अनिल राजभर (प्रोन्नत हुए थे), राम नरेश अग्निहोत्री तथा कमलारानी वरुण ये दोनों नये चेहरे शामिल किए गए थे।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)-6
डा. नीलकंठ तिवारी प्रोन्नत हुए थे। कपिलदेव अग्रवाल, सतीश द्विवेदी, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान तथा रवींद्र जायसवाल नया चेहरा शामिल किए गए थे।
नए राज्यमंत्री-11
-अनिल शर्मा, महेश गुप्ता, आनंद स्वरूप शुक्ला, विजय कश्यप, डा. जीएस धर्मेश, लाखन सिंह राजपूत, नीलिमा कटियार, चौधरी उदयभान सिंह, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रामशंकर सिंह पटेल तथा अजीत सिंह पाल

दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार 26 सितंबर 2021
-एक कैबिनेट व छह नये राज्यमंत्री बनाए गए थे। मंत्रियों की संख्या अधिकतम 60 पर पहुंच गई थी।
-कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था।
-छत्रपाल सिंह गंगवार, पल्टू राम, डा. संगीता बलवंत, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर प्रजापति को राज्य मंत्री की शपथ दिलाई गई थी।
-कोरोना संक्रमण से कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण व चेतन चौहान तथा बाद में राज्य मंत्री विजय कश्यप का निधन हो जाने के बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं चल रही थी।
तीसरा मंत्रिमंडल विस्तार 5 मार्च 2024
- चार कैबिनेट मंत्रियों को शपथ दिलाई गई।
- सपा गठबंधन से नाता तोड़ भाजपा गठबंधन का हिस्सा बने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर मंत्री बनाए गए।
- सपा गठबंधन से नाता तोड़ भाजपा गठबंधन का हिस्सा बने रालोद के विधायक अनिल कुमार मंत्री बनाए गए।
- सपा से विधायक चुने गए दारा सिंह चौहान ने सपा छोड़ने के साथ ही विधायकी से भी इस्तीफा देकर भाजपा से जुड़े थे। भाजपा के टिकट से उपचुनाव हारने के बाद भी भाजपा ने पहले इन्हें एमएलसी बनाया और अब मंत्री पद की शपथ दिलाई।
- यूपी की अब तक की विधानसभा चुनावों 2022 में रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करने वाले विधायक सुनील कुमार शर्मा भी मंत्री बनाए गए।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें