जिसको लाठी चलाना है चलाए...महात्मा बुद्ध की मूर्ति हटाए जाने को लेकर धरने पर बैठे सपा सांसद और पूर्व विधायक
यूपी के सीतापुर में डॉ. अंबेडकर और महात्मा बुद्ध प्रतिमा हटाए जाने के दौरान हुए विवाद के दूसरे दिन धौरहरा से सपा सांसद आनंद भदौरिया और महोली से सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने गांव में धरना और उपवास शुरु कर दिया।

यूपी के सीतापुर में डॉ. अंबेडकर और महात्मा बुद्ध प्रतिमा हटाए जाने के दौरान हुए विवाद के दूसरे दिन धौरहरा से सपा सांसद आनंद भदौरिया और महोली से सपा के पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने गांव में धरना और उपवास शुरु कर दिया। सांसद और पूर्व विधायक पिसावां थाना क्षेत्र के विभरापुर गांव पहुंचे और मूर्ति वाले स्थान पर ही डॉ. अंबेडकर और बुद्ध की फोटो रखकर धरना शुरु कर दिया। सांसद बोले कि जिसको चलाना हो चलाए लाठी, करें बंद। बाबा साहेब और महात्मा बुद्ध के सम्मान में हम किसी भी हद तक लड़ाई लड़ने का काम करेंगे। धरने में सैकड़ों ग्रामीण शामिल रहे।
सपा सांसद ने कहा कि हमने एक एक घर में जाकर देखा है, जिस तरह प्रशासन का तांडव हुआ है। लोगों के घरों के दरवाजे तोड़ दिए, चारपाई तोड़ दी और गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। जिस तरह से दौड़ा दौड़ाकर मारा है। आधे गांव के लोग घर के बाहर खेतों में पड़े थे। हम लोगों ने एक महीने पहले यह मूर्ति रखी थी। तहसील और जिला प्रशासन को अनुमति के लिए पत्र लिखा था। कहा था अनुमति न होने तक ढकवा दीजिए, कल कौन सा कानून व्यवस्था का सवाल खड़ा हो रहा था, कौन सी आफत आ रही थी। इनका यही अपराध है कि यह दलित हैं, इनकी आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। कहा कि यह गूंगे, बहरे और अंधे लोग हैं। क्या मांग करें और किससे करें। सांसद और पूर्व विधायक के धरने की सूचना मिलते ही एसडीएम महोली और कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई।
पुलिस पर हमला करने में तीन महिलाओं समेत सात आरोपी गिरफ्तार
डॉ. अंबेडकर और महात्मा बुद्ध की मूर्ति हटाने के दौरान पुलिस पर हमले के सात आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन महिलाएं और चार पुरुष शामिल हैं। सभी को जेल भेजा जा रहा है। इसके अलावा पुलिस अन्य नामजद व अज्ञात आरोपियों की तलाश कर रही है। ग्राम विभरापुर में हुए पुलिस में हमले के बाद गांव में पुलिस व पीएसी तैनात है। घटना में शामिल आरोपी घरों से फरार हैं। मामले में पुलिस ने कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए उठाया है। बताते चलें कि पुलिस पर हमले में दो थाना प्रभारी समेत नौ पुलिसकर्मियों दो चोटें आई थी। साथ ही पुलिस की गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुई थी। मामले में पिसावां थाने में पुलिस ने 14 नामजद समेत 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा लिख दिया है।