अशीष पटेल पर योगी के जवाब के लिए पल्लवी पटेल अड़ीं, सर्द रात में खुले आसमान के नीचे धरना
अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा से सिराथू की विधायक पल्लवी पटेल ने अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाने के बाद एक्शन के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं।
अपना दल (कमेरावादी) की नेता और सपा से सिराथू की विधायक पल्लवी पटेल ने अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल पर गंभीर आरोप लगाने के बाद एक्शन के लिए अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गईं। पल्लवी ने प्राविधिक शिक्षा विभाग में प्रमोशन के नाम पर करोड़ों के घपले का आरोप लगाते हुए विधानसभा में मामला उठाने की कोशिश की लेकिन उन्हें बोलने की इजाजत नहीं मिली थी। इसके बाद वह विधानसभा से वाकआउट कर गईं और परिसर में ही लगी चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गई थीं। देर रात तक उनका धरना जारी रहा। सर्द रात में खुले आसमान के नीचे उनके धरने की खबर पर रात साढ़े दस बजे संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना उनके पास पहुंचे और उनसे बातचीत कर धरना खत्म कराया। धरना खत्म होने के बाद पल्लवी ने दावा किया कि मंगलवार को उन्हें विधानसभा में बोलने की इजाजत मिलेगी।
पल्लवी पटेल ने रविवार को प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष बनाए जाने में बड़ी हेराफेरी किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि नियमों को ताक पर रखकर पैसे लेकर पॉलिटेक्निक में अयोग्य लोगों को एचओडी बना दिया गया है। जबकि नियमों के अनुसार एचओडी की नियुक्ति सीधी भर्ती के जरिए लोक सेवा आयोग से होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि 25-25 लाख रुपए लेकर पौने दो सौ प्रवक्ताओं को एचओडी बनाया गया है। पल्लवी ने इस मामले को विधानसभा में उठाने और सीएम योगी से इस पर जवाब देने की मांग की थी।
सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान इस मुद्दे पर पल्लवी ने सवाल उठाने की कोशिश की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नाराज़गी जताते हुए कहा कि सदन की गरिमा बनाए रखिए और सदन में अराजकता करने की कोशिश न करें। उन्होंने पल्लवी को कड़ी हिदायत देते हुए कहा कि अगर आप अपने स्थान पर शांत नहीं बैठेंगी तो आपको मुझे सदन से बाहर करने के आदेश देने पर मजबूर होना पड़ेगा।
इस पर भी पल्लवी अपने स्थान से बोलती रहीं तो विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने आदेश दिया कि इसे सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया गया। इसके साथ ही निर्देश दिए कि यह बातें न तो कार्यवाही का हिस्सा होंगी और न लिखी जाएंगी। इसके बाद वह सदन से निकलकर धरने पर बैठ गईं।
धरने पर बैठने के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में अयोग्य लोगों को प्रमोट किया गया है। नियमावली का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने कहा कि यह लोक महत्व का मुद्दा है, इसे कभी भी उठाया जा सकता है। वह इस मुद्दे पर सरकार से जवाब चाहती हैं। कहा कि इस घोटाले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जवाब देना चाहिए।
पल्लवी पटेल देर रात तक चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे ही बैठी रहीं। रात करीब साढ़े दस बजे सुरेश खन्ना पहुंचे और उनका धरना खत्म कराया। धरना खत्म करने के बाद पल्लवी ने इतना ही कहा कि मुझे विधानसभा में सवाल उठाने का कल मौका मिलेगा। अब कोई भी बात विधानसभा में ही की जाएगी।