करंट से निजी कर्मी की मृत्यु, परिजनों ने गोकुल बैराज मोड़ पर लगाया जाम
Mathura News - रिफाइनरी क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन पर काम करते समय ठेका कर्मी चंद्र प्रकाश उर्फ छोटू (25) की करंट लगने से मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर जाम लगा दिया। पुलिस ने समझा-बुझाकर जाम खुलवाया।...

रिफाइनरी, रिफाइनरी क्षेत्र में हाईटेंशन लाइन पर काम करने को चढ़े ठेका कर्मी की अचानक लाइन में करंट आ जाने से मौत हो गई। घटना से गुस्साये मृतक के परिजनों ने हॉस्पिटल के बाहर गोकुल बैराज मोड़ के निकट शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। इससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गये और परिजनों को समझा-बुझाकर एवं आर्थिक सहयोग का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। इधर पूरे प्रकरण की चीफ इंजीनियर ने अधीनस्थों से रिपोर्ट मांगी है। घटनाक्रम के मुताबिक जीएमआर कंपनी के पास स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य है। इनकी टीम ट्रांसफारमरों पर मीटर लगा रही है।
ठाकुर एंटरप्राइजेज, जय गुरुदेव, का नवादा फीडर पर ट्रांसफार्मर पर डीपी लगाने का काम कराया जा रहा थ। दो घंटे का शटडाउन शाम चार बज से छह बजे के मध्य लिया गया था। ठेकेदार कर्मचारी राकेश, मानवेंद्र, गोपाल व चंद्र प्रकाश उर्फ छोटू मिर्जापुर के पास काम कर रहे थे, तभी ठेका कर्मी द्वारा चंद्र प्रकाश उर्फ छोटू (25) पुत्र राम सिंह को अपने साथ रिफाइनरी क्षेत्र में दूसरे स्थान पर ले गया। ट्रांसफार्मर पर डीपी लगाने के लिए चंद्र प्रकाश उर्फ छोटू को करीब शाम 4:30 बजे लाइन पर चढ़ने को कहा। ठेकेदार नीचे खड़ा हुआ था। जैसे ही चंद्र प्रकाश लाइन पर ऊपर चढ़ा तभी अचानक 11 000 हजार की विद्युत लाइन में करंट आ गया। इसके संपर्क में आते ही चंद्र प्रकाश नीचे आ गिरा। मौजूद ठेकेदार एवं अन्य कर्मचारी उसे तुरंत स्वर्ण जयंती अस्पताल व लाइफ लाइन अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी पर जैसे ही परिजनों को हुई तो तत्काल ट्रैक्टर ट्रॉली में भरकर परिजन अग्रवाल लाइफ लाइन हॉस्पिटल पर पहुंच गए और शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। जाम की सूचना पर सिटी सर्किल का फोर्स, कई सर्कल के क्षेत्राधिकारी, एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर आदि मौके पर पहुंच गये। परिजनों द्वारा ठेकेदार व जय को छोटू की मौत का जिम्मेदार ठहराया गया और आर्थिक मदद की मांग की। मौके पर पहुंची एसडीएम सदर ने विद्युत विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता कर विद्युत विभाग के दुर्घटना फंड से व अन्य दुर्घटना बीमा से मुआवजे का लिखित आश्वासन परिजनों को दिया। तब जाकर करीब तीन घंटे बाद परिजनों ने सड़क से शव को हटाने दिया और जाम खुल सका l सुपरवाइजर की लापरवाही से हुई दुर्घटना मथुरा। एसडीओ जयगुरुदेव सीके शर्मा ने बताया कि कंपनी के सुपरवाइजर की लापरवाही से यह दुर्घटना हुई है। जिसकी जिम्मेदारी जीएमआर स्मार्ट मीटर लि.आगरा की है। नवादा के भगवान नगर फीडर का शटडाउन था। कंपनी के सुपरवाइजर द्वारा शटडाउन के दौरान ही एक टीम मेंबर को लेकर बिना सूचना के दूसरे स्थान पर ट्रांसफार्मर पर मीटर लगाने की कोशिश की गई। परंतु उस लाइन का शटडाउन नहीं लिया। एसडीओ कैंट अजय कुमार के अनुसार बालाजीपुरम फीडर का शटडाउन नहीं लिया गया था।
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