महाकुंभ में किसी तीर्थयात्री को खरोंच आई तो…, धमकियों पर केशव प्रसाद की खुली चेतावनी
कुम्भ मेले में एक भी तीर्थयात्री को खरोंच आई तो ऐसा करने वाला दुनिया के किसी भी कोने में छिप जाएं उसे दुनिया की कोई ताकत बचा नहीं सकती। डिप्टी सीएम शुक्रवार को इलाहाबाद में आयोजित 'हिन्दुस्तान दिव्य महाकुम्भ 2025' समागम के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि महाकुम्भ में आने वाले 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। आकाश, पाताल, सड़क या किसी अन्य मार्ग से कोई प्रयागराज के कुम्भ मेले की सुरक्षा को खतरा पैदा करने की हिम्मत नहीं कर सकता है। क्योंकि सबको मालूम है कि अगर कुम्भ मेले में एक भी तीर्थयात्री को खरोंच आई तो ऐसा करने वाला दुनिया के किसी भी कोने में छिप जाएं उसे दुनिया की कोई ताकत बचा नहीं सकती। डिप्टी सीएम आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान की ओर से शुक्रवार को इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन सभागार में आयोजित 'हिन्दुस्तान दिव्य महाकुम्भ 2025' समागम के उद्घाटन सत्र को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अपने संबोधन में सुरक्षित महाकुम्भ का भरोसा दिलाते हुए कहा कि समाज और देश के दुश्मन अनेक प्रकार की धमकी देने की कोशिश करते हैं लेकिन कुम्भ में ऐसी सुरक्षा की गई है कि कोई समाजद्रोही मेले में प्रवेश की कोशिश करेगा तो वह बच नहीं पाएगा। समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि 2013 में जब उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार थी तो मिनी मुख्यमंत्री मो. आजम खान को कुंभ मेले की जिम्मेदारी दी गई थी। उस कुंभ में घोर अव्यवस्था के कारण कई श्रद्धालुओं को जीवन से हाथ धोना पड़ा था।
सपा प्रमुख पर निशाना साधते हुए कहा कि आज यूपी के वही पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कुम्भ को लेकर टिप्पणी करते हैं। ऐसे में मैं कहना चाहूंगा कि 'सूप बोले तो बोले चलनी न बोले'। कहा कि सपा सरकार में इतने बड़े आयोजन को असुरक्षित और अव्यवस्थित छोड़ दिया गया था। डिप्टी सीएम ने गर्व के साथ कहा कि डबल इंजन की सरकार में अर्द्धकुम्भ 2019 सकुशल संपन्न हुआ था और उसमें आने वाले 24 करोड़ श्रद्धालुओं में से किसी को खरोंच तक नहीं आई थी।
तीन सत्रों में हुआ आयोजन
हिन्दुस्तान का यह समागम तीन सत्रों में हुआ। दूसरे सत्र में जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि, किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ.लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी और अयोध्या से आए संत मिथिलेश शरण नंदिनी ने 'महाकुम्भ और उसका पौराणिक महत्व' पर विचार रखे। समापन सत्र में प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रो. बद्री नारायण और एडीएम मेला विवेक चतुर्वेदी ने 'यूपी का आर्थिक व सामाजिक विकास एवं महाकुम्भ' विषय पर अपनी बात रखी। हिन्दुस्तान लखनऊ के स्थानीय संपादक सुनील द्विवेदी ने डिप्टी सीएम का स्वागत किया। हिन्दुस्तान के सीआरओ रजत कुमार ने अतिथियों को शॉल और पौधा देकर सम्मानित किया। समागम का सफलतापूर्वक संचालन प्रवीण शेखर ने किया।