नैनो बबल तकनीक से मोती पोखरा का जल होगा स्वच्छ
गुजरात की कंपनी वेलिएंट इंटैक प्राइवेट लिमिटेड गोरखपुर के मोती पोखरे के जल को स्वच्छ बनाएगी। यह कंपनी अपनी नैनो बबल तकनीक का उपयोग कर जल शोधन करेगी। प्रोजेक्ट पर 30.05 लाख रुपये खर्च होंगे, जिसका खर्च...
गोरखपुर, मुख्य संवाददाता। साउथ अफ्रीका में तालाब और पोखरों के जल को शोधित कर स्वच्छ बना रही गुजरात की कंपनी वेलिएंट इंटैक प्राइवेट लिमिटेड खुद के खर्चे पर गोरखपुर के मोती पोखरा के जल को स्वच्छ बनाएगी। पोखरे के जल के शोधन में कंपनी अपनी नैनो बबल तकनीक का इस्तेमाल करेगा। कंपनी का दावा सफल रहा तो उसे नगर निगम अपने दूसरे तालाब और पोखरे के जलशोधन का काम सौंपेगा। बशारतपुर स्थित मोती पोखरे की सफाई वेलिएंट इंटैक प्राइवेट लिमिटेड, नैनो बबल तकनीक के जरिए ‘एरेटर की मदद से करेगी। एरेटर छोटे-छोटे बुलबुलों की मदद से पानी की सफाई करता है। तालाब के बाहर से ऑक्सीजन लेकर उसे तालाब के तल तक धकेलता है। ऐसे में जल में आक्सीजन की मात्रा काफी ज्यादा रहती है।
आक्सीजन पर्याप्त मात्रा में होने के कारण तालाब के जल में लाभकारी बैक्टीरिया को पनपने और खुद को तेजी से विस्तारित करने का अवसर मिलता है। नैनो बबल पानी में घुलित आक्सीजन की उपलब्धता हर तरफ बढ़ा देते हैं। इस पूरे प्रोजेक्ट पर 30.05 लाख रुपये खर्च होंगे जिसका खर्च फर्म स्वयं उठाएगी।
मुख्य अभियंता नगर निगम संजय चौहान ने कहा कि फर्म के प्रस्ताव पर पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में मोती पोखरे को साफ करने की जिम्मेदारी बुधवार को दी गई। प्रयोग सफल रहा तो इसी तरीके से शहर के अन्य तालाबों की भी सफाई की जाएगी। फर्म जल्द ही अपना काम शुरू करेगी।
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