बोले प्रयागराज : बस स्टाप ढेरों लेकिन रोडवेज की बस नहीं एक भी
Gangapar News - बेमतलब साबित हो रहे करछना में बनाये गये बस स्टैंड-कोहडार तक सरकारी बस सेवा की मांग-करछना।जहां एक ओर लोगों को रोड़वेज बसो की सुविधा को लेकर जगह-जगह बस
करछना में बस सेवा की दरकार लोगों को रोडवेज बसों की सुविधा को लेकर जगह-जगह बस स्टाप बनाने और क्षेत्रीय सेवा के लिए बसों का संचालन करने का रोडमैप तैयार तो किया गया था, लेकिन गंतव्य तक सरकारी बसों का संचालन न होने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। करछना में रामपुर से कोहड़ार घाट मार्ग पर कई वर्षो तक सरकारी सेवा जारी रही किंतु कुछ समय बाद ठप हो गई। अब केवल प्रयागराज से करछना तक इलेक्ट्रिक बसें चलाई जा रही हैं। इससे करछना के आगे कोहड़ार तक लगभग 15 किलोमीटर दूरी के आस-पास बसे गांव के लोगों को शहर आने जाने में असुविधा हो रही है। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से गुहार लगाते हुए कोहड़ार घाट तक सरकारी बसों के संचालन की मांग की है। कुछ दिनों बाद ही न तो बसें संचालित की जा रही हैं और जगह-जगह बनाये गये बस स्टापों का भी कोई मतलब नहीं दिख रहा है। करछना क्षेत्र में रामपुर कोहड़ार घाट मार्ग पर वर्षभर पूर्व स्थानीय लोगों की मांग पर विधायक करछना पीयूष रंजन निषाद द्वारा रामपुर, करछना, कौवा और भड़ेवरा में बस स्टाप बनाया गया था। इसे लेकर स्थानीय लोगों में आवागमन की सुविधा के लिए बड़ी आस जगी थी। ऐसे बस स्टापों की बात तो और यहां काफी दिनों से कोई भी रोडवेज बस नियमित रूप से संचालित नहीं की गई है।
कई वर्ष पूर्व बसपा सरकार में क्षेत्र के रोकड़ी, बीरपुर, बसही आदि करछना के सूदूर गांवों से जुड़ी सड़कों पर रोडवेज बस संचालित की जा रही थी। इसके चलते लोगों को शहर के कामकाज को लेकर आवागमन में बड़ी सुविधा थी। उक्त बस सेवाएं धीरे-धीरे बंद हो गईं। हालांकि प्राइवेट बसें जगह-जगह संचालित हो रहीं हैं। लेकिन महंगा किराया और भीड़ के चलते लोगों को आवागमन में बड़ी दिक्कत उठानी पड़ती है। कई छात्रों ने बताया कि प्रयागराज से करछना-कोहड़ार घाट तक बस सेवा संचालित न किए जाने से स्कूल पढ़ने और कोचिंग करने वाले छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। महाकुम्भ के बाद शहर से करछना तक इलेक्ट्रिक बस संचालित की जा रही थी। जबकी महाकुम्भ में यह सेवा कोहड़ार घाट तक थी। महाकुम्भ के बाद करछना से कोहड़ार तक बसों के संचालन को बंद किए जाने से कामकाज को लेकर शहर जाने वाले लोगों, व्यवसाइयों और छात्र-छात्राओं को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। करछना निवासी देशराज सिंह ने बताया कि चार से पांच बसे करछना से प्रयागराज के लिए चलाई तो जा रहीं है। किंतु इनका रूट करछना से सीधे बैरहना, सोहबतियाबाग होकर शांतिपुरम तक संचालन किया जा रहा है। जबकि अधिकतर लोगों का कामकाज रामबाग, चौक, कचहरी में रहता है।
लोगों का कहना है कि करछना कोहड़ार घाट मार्ग से आगे इस सड़क को एनएचआई में शामिल कर मध्य प्रदेश से भी जोड़ा गया है। इसके अलावा बीते दिनों सड़क का चौड़ीकरण भी हो चुका है और बड़ी संख्या में प्राइवेट वाहनों का आवागमन तो होता है किंतु इस मार्ग पर सरकारी बस सेवा लगभग न के बराबर है। जिससे कई किलोमीटर दूर के लोगों को शहर पहुंचने तक ऑटो या फिर प्राइवेट वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। जिसके चलते काफी दिक्कत भी होती है। महाकुम्भ के समय लगभग ढेड़ महीने तक शासन के आदेश पर करछना कोहड़ार घाट मार्ग पर भी इलेक्ट्रिक बसें चलाये जाने से लोगों को बड़ी सुविधा मिली थी। इसी तरह लगातार सरकारी बसों को चलाया जाना चाहिए। जिससे बस स्टाप का भी मतलब निकल सके और राजस्व की आय के साथ-साथ लोगों को भी आवागमन के लिए सुविधा मिल सके। इसके पूर्व दो वर्ष पहले जेएनएनयूआरएम बस सेवा भी संचालित होती रही, लेकिन अब यह भी ठप पड़ी है। स्थानीय लोगों ने जन प्रतिनिधियों से मांग की है कि क्षेत्र के कई मुख्य मार्गो पर बस सेवा शीघ्र ही संचालित की जाए। कई यात्रियों का कहना है कि शाम सात बजे के बाद प्राइवेट सवारियां भी नही मिलती और उन्हे यात्रा के लिए भटकना पड़ता है। यदि समय-समय पर सरकारी बसे संचालित की जाए तो देररात तक लोग इसका फायदा उठा सकता है।उन्हे सुबह शाम यात्रा के लिए इंतजार नही करना पड़ेगा।
जिम्मेदार बोले
करछना-कोहडार मार्ग पर प्रयागराज से करछना तक बसों का संचालन किया जा रहा है। लेकिन आगे कोहड़ार तक न जाने की जानकारी नहीं है। जल्द ही कोहड़ार तक बसों का संचालन शुरू करा दिया जाएगा। करछना से शहर तक चलने वाली बसों का संचालन नियमित और रामबाग होकर कचहरी तक जाने के लिए संबधित से बात कर समस्या का सामधान जल्द ही करा दिया जाएगा। -पीयूष रंजन निषाद, विधायक, करछना
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हमारी भी सुनें
बहुत पहले सरकारी बसे रामपुर कोहडार घाट मार्ग पर संचालित होती रही।लेकिन काफी दिनों से ऐसी बसों का आवागमन ठप हो गया जिससे स्थानीय लोगों को महंगा किराया देकर प्राइवेट सवारियों का सहारा लेना पड़ता है।
-सुनील कुमार शुक्ल, किसान भड़ेवरा
सड़कों पर जगह-जगह बस स्टाप तो बनाये गये हैं लेकिन जब इन रास्तों से सरकारी बसे ही नही संचालित हो रही है तो लोगों को इसका मतलब नही समझ में आता।
-विनायक पंडित, अध्यक्ष, मां सेवा संस्थान रोकडी
रामपुर कोहडार घाट मार्ग पर स्थानीय लोगों की सुविधा को देखते हुए कम से कम दो बसे चलाई जानी चाहिए।जिससे सड़क के आस-पास के ग्रामीणों, व्यापारियों को शहर तक आने जाने में सुविधा हो सके।
-माता प्रसाद केसरवानी, व्यवसाई, भड़ेवरा
सरकारी बसों के संचालन न होने से शहर पढ़ने वाले कई स्थानीय छात्रों को को भी समय से आने जाने में दिक्कत उठानी पड़ती है।
-शेखऱ मिश्र, व्यवसाई, डाभी
सुबह और शाम कई लोग घंटों वाहन का इंतजार करते रहते हैं। सरकारी बस सेवा न होने से करछना की सड़कों पर लोगों को भटकना पड़ता है।
-श्याम नंदन तिवारी, प्रधान प्रतिनिधि केचुहा
बीते महाकुम्भ में जिस तरह बसे संचालित की जा रही थी लगातार इन्हें चलाये जाने की जरूरत है। जिससे स्थानीय लोगों व व्यवसाइयों को आवागमन में बड़ी सुविधा मिल सके।
-अजीत पटेल, कैथी
कई वर्ष पूर्व शहर से कोहड़ार घाट तक नियमित बस सेवा चलाई गई थी। लेकिन चार वर्ष के बाद ही अचानक इनका संचालन बंद कर दिया गया। इसे फिर से शुरू किया जाना चाहिए।
- बिरजू पाल, दुकानदार, भड़ेवरा
स्थानीय लोगों की सुविधा को देखते हुए करछना से कोहडार तक शीघ्र ही बस सेवा संचालित की जाए।इससे लोगों को बड़ी सुविधा के साथ-साथ राजस्व की आय का काफी फायदा होगा।
- रमाशंकर उर्फ पांडे, दुकानदार कैथी
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