तुर्किए के सामान का बहिष्कार शुरू, करोड़ों के कारोबार पर पड़ेगा असर
Bulandsehar News - ऑपरेशन सिंदूर में तुर्किए द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। जिले में तुर्किए के सामान का बहिष्कार किया जा रहा है, जिससे सेब, किराना सामान, और अन्य व्यवसाय प्रभावित हो रहे...

ऑपरेशन सिंदूर में तुर्किए द्वारा पाकिस्तान का खुलकर साथ दिए जाने के विरोध में लोगों में गुस्सा है। जिले के लोग तुर्किए के सामान का बहिष्कार कर रहे हैं। जिले में इसका सबसे ज्यादा असर टूरिस्ट और फल पर पड़ेगा। तुर्किए का सेब कश्मीर और दिल्ली के रास्तों से होता हुआ जिले में आता है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं। जिले में सेब के अलावा किराना का कुछ सामान भी तुर्की से आता है, हालांकि अभी इसका कोई खास जिले मे देखने को नहीं मिल रहा है। मंडियों में आढ़तियों की मानें तो सेब सबसे ज्यादा कश्मीर से आता है।
हालांकि इसकी कुछ वैरायटी तुर्किए में हैं। वह दिल्ली से आता है। मगर विरोध के चलते वह इसे अब नहीं लाएंगे। इसके अलावा सोना, चूना और सीमेंट, खनिज तेल और लोहा व इस्पात के कारोबार पर इसका असर पड़ेगा। जिले के काफी लोग तुर्किए में घूमना पसंद करते हैं और इसके लिए उन्होंने टिकट भी बुक कराए थे, मगर अब उन्हें कैंसिल करा दिया है। क्योंकि तुर्किए ने पाकिस्तान का खुलकर साथ दिया था। जिले में करोड़ों रुपये के कारोबार पर इसका असर देखने को मिलेगा। किराना व्यापारी सुमित माहेश्वरी बताते हैं कि तुर्की से सबसे ज्यादा खसखस आता है, इसके अलावा कुछ मेवाएं भी हैं जो दिल्ली से आती हैं। मगर जब दिल्ली से कारोबार बंद हो जाएगा तो माल यहां पर भी नहीं पहुंचेगा। इटालियन पत्थर की सबसे ज्यादा मांग राजस्थान के अलावा तुर्किए से भी पत्थर आता है, जिसे इटालियन कहा जाता है। इसे काफी कम लोग प्रयोग करते हैं ,क्योंकि यह महंगा काफी आता है। पत्थर करोबारी वृंदेश माहेश्वरी बताते हैं कि मकान में नीचे बिछाने वाला पत्थर ज्यादातर राजस्थान से आता है, मगर तुर्किए का इटालियन पत्थर सीधा वहीं से आता है और यह दिल्ली में मिलता है। जिले के कारोबारी भी वहीं से इस पत्थर को लाते हैं, मगर अब विरोध है तो माल आना बंद हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में कुछ की कारोबारी इसे अपने पास रखते हैं, जिले में ज्यादातर लोग सीधा दिल्ली से इस पत्थर को खरीदते हैं। केवल ऑर्डर पर यह पत्थर मंगवाया जाता है। सीमेंट व चूना सहित अन्य सामान का तुर्की से सीधा व्यापार होने के कारण इनके कारोबार पर बड़ा फर्क पड़ेगा। अब तुर्की जाना पसंद नहीं करेंगे टूरिस्ट के लिए भी तुर्किए देश काफी जाना जाता है, मगर अब पाकिस्तार के साथ दिए जाने से लोगों में काफी गुस्सा है। नगर के डीएम रोड निवासी प्रशांत शर्मा ने बताया कि अगले माह वह तुर्की घूमने जाते, मगर दुश्मन देश का साथ दिए जाने से वह अब तुर्की नहीं जाएंगे, अब उत्तराखंड घूमने का प्लान बनाया है। इसके अलावा यमुनापुरम निवासी उदित शर्मा, विवेक शर्मा द्वारा भी तुर्की घूमने के लिए तैयारी की जा रही थीं और टिकट करा लिया था, मगर जब पता चला कि ऑपरेशन सिंदूर में तुर्किए ने पाकिस्तान का पूरा साथ दिया है तो तीनों ने टिकट कैंसिल करा दिए हैं। अब दूसरी जगह घूमना जाना पसंद करेंगे। लोग टिकट करा रहे कैंसिल पाकिस्तान के साथ-साथ लोगों में तुर्किए देश को लेकर भी नाराजगी है। साइबर कैफे पर टिकट करने वाले युवक रवि शर्मा ने बताया कि गर्मियों की छुट्टियों में अब टिकट की बुकिंग शुरू हो जाती थी, मैंने इस माह में सात टिकट किए थे, मगर एकदम सभी लोगों ने टिकट कैंसिल करा लिए हैं। हालांकि इसमें उनका नुकसान था, मगर देश हित में उन्होंने टिकट कैंसिल कराकर अपना फैसला कायम रखा है। अन्य साइबर कैफों पर भी लोगों ने टिकट कैंसिल कराए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग एक दूसरे से तुर्की न जाने के लिए बोल रहे हैं और जो जाने का प्लान बना रहे हैं उनसे वह मना कर रहे हैं।
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