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भ्रष्टाचार को लेकर घमासान, डिप्टी कमिश्नर ने राज्य कर अधिकारी को पीटा

Aligarh News - इस खबर के वर्जन दूसरी फाइल में आएंगे - राज्यकर अधिकारी ने की एसएसपी

Newswrap हिन्दुस्तान, अलीगढ़Fri, 16 May 2025 04:06 AM
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भ्रष्टाचार को लेकर घमासान, डिप्टी कमिश्नर ने राज्य कर अधिकारी को पीटा

इस खबर के वर्जन दूसरी फाइल में आएंगे - राज्यकर अधिकारी ने की एसएसपी से शिकायत, सीओ अतरौली को सौंपी जांच - जांच में फेरबदल करने व सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कराने का लगाया दबाव अलीगढ़, संवाददाता। भ्रष्टाचार के आरोपों के बीच गुरुवार को जीएसटी कार्यालय तालानगरी में अधिकारियों के बीच घमासान हो गया। राज्यकर अधिकारी एमपी सिंह का आरोप है कि डीसी एसआईबी अखिलेश कुमार सिंह ने उनसे बदसलूकी और मारपीट की। जांच में फेरबदल करने व सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कराने का दबाव भी बनाया। राज्य कर अधिकारी ने एसएसपी से मिलकर प्रकरण की शिकायत की है। एसएसपी ने अतरौली सीओ को जांच सौंपी है।

एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में प्रयागराज निवासी महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि वह तालानगरी स्थित जीएसटी कार्यालय में राज्यकर अधिकारी के पद पर तैनात हैं। गुरुवार को दोपहर करीब एक बजे डिप्टी कमिश्नर अखिलेश कुमार सिंह ने उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पहले से एक व्यापारी और एक वकील मौजूद थे। आरोप है कि डिप्टी कमिश्नर ने उनसे बेहद अभद्र भाषा में बात की और गालियां दीं। जब वे कार्यालय से बाहर निकलने लगे, तो उनसे मारपीट की। आरोप है कि जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके चलते उन्हें गंभीर चोट आईं हैं। उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है। कर चोरी को संरक्षण और दस्तावेज बदलने का दबाव पीड़ित एमपी सिंह ने डीसी एसआईबी पर आरोप लगाया है कि अखिलेश सिंह बड़े पैमाने पर कर चोरी को संरक्षण दे रहे हैं। कहा कि महेंद्र प्रताप पर सरकारी दस्तावेजों में फेरबदल करने का दबाव बना रहे थे। जब उन्होंने इससे इन्कार किया, तो उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने बताया कि शहर के कारोबारियों से इन अधिकारियों द्वारा छापे, सर्वे के नाम पर लाखों रुपये की रिश्वत मांगी जाती है। रिश्वत न देने पर उनके खिलाफ बड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाती है। पहले भी चर्चा में रहा है जीएसटी कार्यालय ये पहला मौका नहीं है जब तालानगरी का जीएसटी कार्यालय विवादों में आया हो। पहले कभी मोबाइल कारोबारियों पर कार्रवाई के नाम पर उगाही, तो कभी ट्रांसपोर्टर्स से सेटिंग का खेल विभाग लगातार सवालों के घेरे में रहा है। अब जब खुद एक अधिकारी ने अपने उच्चाधिकारी पर इस तरह के आरोप लगाए हैं, तो पूरे विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रमुख सचिव से करेंगे मामले की शिकायत पीड़ित एमपी सिंह ने बताया कि इस तरह के कृत्य कार्यालय में बहुत ही गलत हैं। गलत कार्य कराने के लिए कार्यालय में उच्च अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जाता है। मना करने पर अधीनस्थ अधिकारियों को प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले की शिकायत शुक्रवार को प्रमुख सचिव राज्य कर एम. देवराज से करेंगे। वर्जन राज्य कर अधिकारी की ओर से शिकायत मिली है। इसकी जांच सीओ अतरौली को दी गई है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। संजीव सुमन, एसएसपी ------------------- इस खबर के वर्जन दूसरी फाइल में आएंगे आरोप- डिप्टी कमिश्नर ने राज्य कर अधिकारी से मारपीट की राज्यकर अधिकारी ने की एसएसपी से शिकायत, जांच में फेरबदल करने के लगाए गंभीर आरोप अलीगढ़, संवाददाता। जांच में फेरबदल का दबाव बनाने पर जीएसटी कार्यालय तालानगरी में दो अधिकारी गुरुवार दोपहर आमने-सामने आ गए। राज्यकर अधिकारी एमपी सिंह ने डीसी एसआईबी अखिलेश कुमार सिंह पर बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया है। सरकारी दस्तावेजों में हेरफेर कराने का दबाव बनाने का भी दावा किया है। पूरे प्रकरण की शिकायत रा्ज्य कर अधिकारी ने एसएसपी से की है। एसएसपी को दिए शिकायती पत्र में प्रयागराज निवासी महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि वह तालानगरी स्थित जीएसटी कार्यालय में राज्यकर अधिकारी के पद पर तैनात हैं। गुरुवार 15 मई को दोपहर करीब एक बजे डिप्टी कमिश्नर अखिलेश कुमार सिंह ने उन्हें अपने कार्यालय में बुलाया। वहां पहले से एक व्यापारी और एक वकील मौजूद थे। आरोप है कि डिप्टी कमिश्नर ने उनसे बेहद अभद्र भाषा में बात की और गालियां दीं। आरोप है कि जब वे कार्यालय से बाहर निकलने लगे, तो उनसे मारपीट की। आरोप है कि जान से मारने की धमकी भी दी। जिसके चलते उन्हें गंभीर चोट आईं हैं। उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है। कर चोरी को संरक्षण और दस्तावेज बदलने का दबाव पीड़ित एमपी सिंह ने डीसी एसआईबी पर आरोप लगाया है कि अखिलेश सिंह बड़े पैमाने पर कर चोरी को संरक्षण दे रहे हैं। कहा कि महेंद्र प्रताप पर सरकारी दस्तावेजों में फेरबदल करने का दबाव बना रहे थे। जब उन्होंने इससे इनकार किया, तो उनके साथ मारपीट की गई। उन्होंने बताया कि शहर के कारोबारियों से इन अधिकारियों द्वारा छापे, सर्वे के नाम पर लाखों रुपये की रिश्वत मांगी जाती है। रिश्वत न देने पर उनके खिलाफ बड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाती है। पहले भी चर्चा में रहा है जीएसटी कार्यालय ये पहला मौका नहीं है जब तालानगरी का जीएसटी कार्यालय विवादों में आया हो। पहले कभी मोबाइल कारोबारियों पर कार्रवाई के नाम पर उगाही, तो कभी ट्रांसपोर्टर्स से सेटिंग का खेल विभाग लगातार सवालों के घेरे में रहा है। अब जब खुद एक अधिकारी ने अपने उच्चाधिकारी पर इस तरह के आरोप लगाए हैं, तो पूरे विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रमुख सचिव से करेंगे मामले की शिकायत पीड़ित एमपी सिंह ने बताया कि इस तरह के कृत्य कार्यालय में बहुत ही गलत हैं। गलत कार्य कराने के लिए कार्यालय में उच्च अधिकारियों द्वारा दबाव बनाया जाता है। मना करने पर अधीनस्थ अधिकारियों को प्रताड़ित किया जाता है। उन्होंने कहा कि वह पूरे मामले की शिकायत शुक्रवार को प्रमुख सचिव राज्य कर एम. देवराज से करेंगे।

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