आगरा में पंछी पेठा के नाम से नकली दुकान चलाने वालों पर एक्शन, पुलिस ने उतरवाए बोर्ड
आगरा में पिछले कई सालों से पंछी पेठा के नाम का इस्तेमाल कर नकली पेठे की दुकान चलाई जा रही थी। इस पर पंछी पेठा के असली मालिकों की ओर से शिकायत की गई थी। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने आगरा में अभियान चलाया। पुलिस ने शहर में पंछी पेठा और नमकीन के नाम से संचालित दुकानों से बोर्ड और बैनर उतरवा लिए।

आगरा के फतेहाबाद मार्ग पर तोरा चौकी क्षेत्र में कुछ दुकानदारों ने अवैध रूप से पंछी पेठा के बोर्ड लगा लिए थे। वे ग्राहकों के साथ छल कर रहे थे। पंछी के नाम पर घटिया पेठा बेच रहे थे। इससे पंछी पेठा की साख खराब हो रही थी। फर्म की ओर से पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई थी। ताजगंज थाना पुलिस ने शुक्रवार को कई जगह से अवैध रूप से लगाए बोर्ड हटवाए। कई दुकानदारों ने बड़े ग्लोसाइन बोर्ड लगा रखे थे। पुलिस ने सभी को उतरवा दिया।
मिली जानकारी के अनुसार आगरा में पिछले कई वर्षों से पंछी पेठा के नाम का इस्तेमाल कर नकली पेठे की दुकान चलाई जा रही थी। इस पर पंछी पेठा के असली मालिकों की ओर से शिकायत की गई थी। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने आगरा में अभियान चलाया। पुलिस ने शहर में पंछी पेठा और नमकीन के नाम से संचालित दुकानों से बोर्ड और बैनर उतरवा लिए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक असली पेठे के नाम पर नकली पेठा बेचकर नकली का धंधा करने वालों ने पंछी पेठा के असली मालिकों को पिछले दो सालों में ही करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ। इसके साथ ही क्वालिटी के अंतर की वजह से ब्रांड का नाम भी खराब हो रहा था।
मामले की शिकायत मिलने पर आगरा पुलिस ने तत्काल कदम उठाते हुए शहर में पंछी पेठा की नकली दुकानों के खिलाफ अभियान चलाया। तारागंज थाने की पुलिस ने फतेहाबाद मार्ग पर स्थित कई दुकानों पर लगे पंछी पेठा के बोर्ड और बैनर को उतरवा दिया।
चौराहों पर मिलावटखोरों के फोटो लगाने के आदेश से हड़कंप
सेहत के दुश्मन बने मिलावटखोरों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती से ऐसे धंधेबाजों में जहां हड़कंप की स्थिति है। खाद्य पदार्थ में मिलावट कर आपूर्ति करने वाले कथित धंधेबाज अब सकते में हैं। सबसे अधिक धड़कन तो उनकी बढ़ी हुई है जिनके किसी न किसी खाद्य पदार्थ के नमूने जांच में अधोमानक या असुरक्षित पाए गए हैं। यूपी के बस्ती जिले में इस तरह के एओ कोर्ट में 246 और न्यायिक न्यायाल में 67 मामले विचाराधीन हैं। जिस पर फैसला आना बाकी है। बताते हैं कि यदि मुख्यमंत्री के निर्देश पर इन मिलावटखोरों की फोटो चौराहों पर चस्पा की गई तो इसमें कई बड़े कथित कारोबारी भी बदनाम हो जाएंगे।
खाद्य पदार्थों में मिलावट के मामले में मिठाई से जुड़े कारोबारी अधिक हैं। दाल, तेल, घी, जूस, मिठाई, पनीर, दूध, दही, खोवा, नमकीन, चायपत्ती, धनिया, बेसन आदि का बाजार मिलावट से पटा पड़ा है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग के दस्तावेज में मिलावटखोर के रूप में छोटे दुकानदारों के अलावा शहर एवं कस्बों के कई बड़े कारोबारी भी दागी हैं। चर्चित मिष्ठान भंडार, होटल, रेस्टोरेंट आदि जगहों से पूर्व में लिए गए कई खाद्य पदार्थों के नमूने अधोमानक या असुरक्षित पाए जा चुके हैं। ऐसे मामलों में कारोबारी न्यायिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद फिर अपने धंधे में जुट जाते हैं।