भगवान भरोसे यूपी के होम्योपैथी अस्पताल, 3 जिलों के 122 डॉक्टरों में से 70 गैरहाजिर, कइयों पर गिरी गाज
- यूपी में भगवान भरोसे होम्योपैथी अस्पताल चल रहे हैं। डॉक्टरों की तैनाती तो है लेकिन वह अस्पताल नहीं जा रहे हैं। जांच के दौरान सिर्फ तीन जिलों में 122 में से 70 होम्योपैथी डॉक्टर गैरहाजिर मिले हैं। वहीं, कई डिस्पेंसरियां बंद रहीं।
आयुष विभाग के अधीन आने वाले प्रदेश के होम्योपैथी अस्पताल भगवान भरोसे हैं। डॉक्टरों की तैनाती है, मगर अस्पताल नहीं जा रहे। जिन्हें अधिकार नहीं है, वो अपने समकक्ष डॉक्टरों के अवकाश स्वीकृत कर रहे हैं। विभागीय अफसरों की मिलीभगत से चल रहे इस खेल से आयुष मंत्री भी दुखी हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों से जांच करने को कहा है। जब जांच कराई गई तो सिर्फ तीन जिलों में 122 में से 70 होम्योपैथी डॉक्टर गैरहाजिर मिले। डिस्पेंसरियां बंद रहीं। प्रभारी डीएचओ के निलंबन के साथ ही गैरहाजिर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
बलिया जिले की बात करें तो वहां डीएम ने हाल ही में होम्योपैथी अस्पतालों की जांच कराई। वहां 60 डिस्पेंसरी हैं। इनमें से 58 पर डॉक्टरों की तैनाती है। जांच में 29 डॉक्टर नदारद मिले। पता चला कि तमाम चिकित्सक यदा-कदा ही आते हैं। वहां जिला होम्योपैथी अधिकारी (डीएचओ) की अनुपस्थिति में जिस महिला चिकित्साधिकारी को मौखिक रूप से काम देखने को कहा गया, उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर अपने समकक्ष डॉक्टर की छुट्टियां स्वीकृत कर दीं।
कार्यवाहक डीएचओ पर गाज
यह मामला सूर्यपुरा डिस्पेंसरी पर तैनात डा. संजय कुमार से जुड़ा है। मामला पता चलने पर अवकाश निरस्त करा दिए गए हैं। डीएम ने पूरी रिपोर्ट शासन को भेजते हुए कार्रवाई के लिए लिखा है। होम्योपैथी निदेशक डा. अरविंद कुमार वर्मा का कहना है कि इस मामले में डा. लिली मुनींद्र के निलंबन की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है। एक अन्य मामले में लंबे समय से गायब चल रहे चिकित्साधिकारी के खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। वहीं 29 गैरहाजिर डॉक्टरों से डीएम के साथ ही विभाग ने भी स्पष्टीकरण मांगा है। उनका वेतन काटने के आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा नये डीएचओ उनका सालभर का ब्योरा मांगा गया है कि उन्होंने कितने मरीज देखे।
जौनपुर में 31 तो कानपुर में 10 डिस्पेंसरी बंद मिलीं
वहीं, शनिवार को कानपुर नगर, जौनपुर और औरैया में भी आकस्मिक रूप से डिस्पेंसरियों पर जांच कराई गई। जौनपुर में 40 डिस्पेंसरी हैं। सिर्फ 9 जगह चिकित्सक मौजूद मिले। हालांकि बताया गया कि कुछ लोगों को रविवार को मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में लगाए जाने के चलते उन्होंने प्रतिकर अवकाश ले रखा है। सवाल यह है कि रविवार के मेले में ड्यूटी के नाम पर शनिवार को 40 में से 31 डिस्पेंसरी पर ताला लटका रहा। कानपुर नगर में 24 होम्योपैथी डिस्पेंसरी हैं। जांच में 14 डॉक्टर ही मिले। 10 डिस्पेंसरी बंद मिलीं। वहीं औरैया में 9 में से सात डॉक्टर उपस्थित मिले।
विभागीय अफसरों की जगह डीएम से मांगी रिपोर्ट: दयालु
इस संबंध में आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु का कहना है कि सरकार से वेतन लेकर भी ड्यूटी से गैरहाजिर रहना शर्मनाक है। इससे भी ज्यादा दु:खद विभागीय अधिकारियों द्वारा गड़बड़ी करने वालों को संरक्षण देना है। प्रमुख सचिव स्तर से कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा हमने सभी डीएम से भी रिपोर्ट मांगी है। कार्रवाई के लिए भी निर्देश दिए गए हैं। गलती करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।