बस्ती मेडिकल कॉलेज में गैस रिसाव से मची भगदड़, खिड़की से कूदा तीमारदार, मचा हड़कंप
महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज बस्ती की चिकित्सा इकाई ओपेक अस्पताल कैली के इमरजेंसी वार्ड में ऑसीजन गैस का रिसाव होने से भगदड़ मच गई। तीमारदार अपने-अपने बीमारों को लेकर वार्ड से बाहर भागने लगे। जबकी एक तीमारदार शीशा तोड़कर नीचे एक कूद गया।
महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कॉलेज बस्ती की चिकित्सा इकाई ओपेक अस्पताल कैली के इमरजेंसी वार्ड में ऑसीजन गैस का रिसाव होने से भगदड़ मच गई। तीमारदार अपने-अपने बीमारों को लेकर वार्ड से बाहर भागने लगे। एक तीमारदार खिड़की का शीशा टूटकर नीचे कूद गया। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। एक वार्ड ब्वाय ने सक्रियता दिखाई। उसने सिलेंडर का नॉजिल बंद कर गैस का रिसाव रोका तो लोगों ने राहत की सांस ली।
इमरजेंसी वार्ड में बुधवार को आक्सीजन सिलेंडर से रिसाव होने से लोग बुरी तरह डर गए। लोगों को यह आशंका सताने लगी कि कहीं सिलेंडर फट न जाए। आक्सीजन गैस के रिसाव से कहीं आग न लग जाए। मरीजों में दहशत फैल गई जिससे भगदड़ मच गई। मरीज और तीमादार बेड छोड़कर भागने लगे। बुरी तरह डरे एक तीमारदार ने खिड़की का शीशा तोड़कर नीचे कूद गया। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। कई तीमारदार अपने मरीजों को गोद में उठाकर बाहर की तरफ भागने लगे। वार्ड में मरीजों और तीमारदारों की संख्या अधिक होने के कारण एक दरवाजे से निकलना कठिन हो गया तो लोग दूसरे दरवाजे से भागने लगे।
लोगों की भगदड़ से मेज और कुर्सियां इधर-उधर गिर गईं। वार्ड में मरीजों और तीमारदारों की चीख-पुकार सुनकर बाहर बैठे स्टाफ सन्न रह गए। वार्ड के बाहर चिकित्सकों और कर्मियों की भीड़ जुट गई। मौके पर पहुंचे वार्ड ब्वॉय बालकृष्ण ने गैस सिलेंडर की नॉजिल बंदकर कर दी जिससे गैस रिसाव रुक गया। गैस रिसाव बंद होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। सीएमएस समीर श्रीवास्तव ने कहा कि इमरजेंसी वार्ड में 25 बेड हैं। सभी बेड मरीज भर्ती थे और उनका इलाज चल रहा था। मरीज को उठाते समय एक तीमारदार का आक्सीजन सिलेंडर पर हाथ लग गया। सिलेंडर गिरने से रेग्युलेटर टूट गया और गैस का रिसाव होने लगा। डर की वजह से लोगों में भगदड़ मच गई। ड्यूटी पर मौजूद कर्मी ने नाजिल को बंद कर दिया।