फुटबॉल स्टेडियम और एथलेटिक्स ट्रैक की खिलाड़ियों को मिलेगी सुविधा
सहरसा, मनीष कुमार सिंह। महिषी प्रखंड अंतर्गत फुटबॉल स्टेडियम और एथलेटिक्स ट्रेक बनेगा। जिससे

सहरसा, मनीष कुमार सिंह। महिषी प्रखंड अंतर्गत फुटबॉल स्टेडियम और एथलेटिक्स ट्रेक बनेगा। जिससे महिषी प्रखंड के खिलाड़ियों को सुविधा होगी। स्थानीय खेल प्रतिभा फुटबॉल और एथलेटिक्स मे अपने खेल के माध्यम से से देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाएंगे।मुख्यमंत्री खेल विकास योजनान्तर्गत महिषी के राजकमल खेल मैदान में फुटबॉल स्टेडियम और दो सौ मीटर का एथलेटिक्स ट्रेक बनेगा।बिहार सरकार खेल विभाग द्वारा इसके निर्माण पर खर्च होने वाली करीब साढ़े तीन करोड़ रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गई है।इस परियोजना को मुख्यमंत्री खेल विकास योजना में शामिल किया गया है। जिसका अनुमानित बजट 3.46 करोड़ रुपये है। एथलेटिक्स ट्रैक के साथ फुटबॉल स्टेडियम के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्रों के फुटबॉल खिलाड़ियों को काफी लाभ होगा। उन्हें प्रशिक्षण के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित मैदान और फिटनेस के लिए ट्रैक मिलेगा। पहले जिले में ऐसी सुविधाओं का अभाव था। सरकार ने हर पंचायत में खेल मैदान और प्रखंडों में बड़े स्टेडियम बनाने की योजना शुरू की है। इसी योजना के तहत महिषी प्रखंड में भी एथलेटिक्स ट्रैक के साथ फुटबॉल स्टेडियम बनाने की योजना है।इस नए स्टेडियम का उद्देश्य महिषी प्रखंड में खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देना है। जिससे महत्वाकांक्षी एथलीटों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। खेलो इंडिया पहल के तहत जिले में खेल के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के प्रयास चल रहे हैं। ‘खेल रहा है बिहार, खेल रहा है बिहार की थीम पर बिहार सरकार लगातार राज्य में खेल को प्रोत्साहित कर रही है।
साहित्यकार के नाम पर है खेल मैदान :महिषी उत्तरी पुनर्वास की जमीन को ग्रामीण ने अथक प्रयास कर वर्ष 1989 में खेल मैदान के नाम कराया। जिसका नाम स्थानीय मैथिली, हिदी,बंगला के महान साहित्यकार के नाम पर राजकमल क्रीड़ा मैदान रखा गया। इस मैदान पर कुछ वर्ष पूर्व तक प्रतिवर्ष स्व राजकमल क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन स्थानीय क्रिकेट टीम द्वारा कोसी सेवा सदन और अन्य के सहयोग से किया जाता रहा है जिसमें पुरस्कारों के वितरण करने तत्कालीन विधायक सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचते थे। राज्य सरकार के प्रत्येक प्रखंड में स्टेडियम बनाए जाने की घोषणा के बाद स्थानीय लोगों में स्टेडियम बनने की उम्मीद जगी। अपनी सेवा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसी खेल मैदान में प्रतिवर्ष उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव मनाने की घोषणा की थी। जिसके बाद से प्रतिवर्ष बिहार सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा महोत्सव मनाया जाता है। महोत्सव का पहली बार उद्घाटन भी इसी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ही किया था। वर्ष 2015 के महोत्सव के उद्घाटन से पूर्व स्थलीय जांच करने पहुंचे तत्कालीन डीएम ने इसे स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव सरकार को भेजने का आश्वासन भी ग्रामीण युवकों को दिया था। स्टेडियम निर्माण होने से ग्रामीण क्षेत्रों में खेल के विकास के साथ युवाओं को फिट इंडिया के सरकार के नारों को सार्थक करने में सहायता मिलेगी।
कहते हैं अधिकारी :जिला खेल पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि यह अच्छी बात है। स्थानीय स्तर पर खेल प्रतिभाओं को आगे बढने का मौका मिलेगा। सरकार लगातार कई तरह का कार्य कर रही है।
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