कलमा पढ़वाया, फिर नाम पूछ-पूछ मारी गोली; चश्मदीदों ने सुनाई पहलगाम हमले की खौफनाक दास्तां
- पहलगाम हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछा, फिर कलमा पढ़ने के लिए कहा और फिर उन पर गोलियां चला दीं।

जम्मू-कश्मीर की हसीन वादियों में बसे पहलगाम का वो मंजर किसी को भी अंदर तक झकझोर दे। मंगलवार को मिनी स्विटजरलैंड कहे जाने वाले इस पर्यटन स्थल पर वहशी आतंकवादियों ने जो खूनी खेल खेला, उसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। हमलावरों ने 26 मासूम पर्यटकों की जान ले ली, वो भी सिर्फ इसलिए कि उन्होंने एक खास मजहब को नहीं अपनाया।
चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकी लोकल पुलिस की वर्दी में थे और चेहरे पर मास्क लगाए हुए थे। पहले तो उन्होंने पर्यटकों से नाम पूछा, फिर धर्म, और उसके बाद जबरन कलमा पढ़ने के लिए कहा। जो लोग कलमा नहीं पढ़ पाए या हिचकिचाए, उन्हें वहीं पर गोलियों से भून डाला गया। ज्यादातर निशाना हिंदू पुरुषों को बनाया गया।
पढ़वाया कलमा, धर्म पूछ कर मारी गोली
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र के पुणे से पहलगाम घूमने आईं आसावरी ने बताया, “हमलावरों ने सिर्फ पुरुषों को अलग किया और कलमा पढ़ने के लिए मजबूर किया। जो नहीं पढ़ सका, उसे वहीं गोली मार दी गई।” आसावरी ने यह भी बताया कि हमलावरों की पुलिस जैसी वर्दी देखकर कोई अंदाजा नहीं लगा सकता था कि ये आतंकी हैं।
एक उच्च पदस्थ अधिकारी ने बताया कि 26 मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय निवासी हैं। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस आतंकी हमले को "हाल के वर्षों में आम लोगों पर हुए किसी भी हमले से कहीं बड़ा" हमला बताया। अधिकारियों ने बताया कि यह हमला ऐसे समय हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस भारत की यात्रा पर हैं और पर्यटन तथा ‘ट्रैकिंग’ का सीजन जोर पकड़ रहा है। हमला अपराह्न करीब तीन बजे हुआ।
पर्यटकों में काफी मशहूर है पहलगाम
पहलगाम शहर से लगभग छह किलोमीटर दूर बैसरन चीड़ के पेड़ों के घने जंगलों और पहाड़ों से घिरा एक विशाल घास का मैदान है तथा देश व दुनिया के पर्यटकों के बीच पसंदीदा स्थान है। अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हथियारबंद आतंकवादी 'मिनी स्विट्जरलैंड' में घुस आए और भोजनालयों के आसपास घूम रहे, खच्चर की सवारी कर रहे, पिकनिक मना रहे पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
कश्मीर घाटी में हुए इस हमले में कम से कम 20 लोग घायल हो गए। पाकिस्तान में स्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के छद्म संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों ने कहा कि यह संभव है कि आतंकवादी समूह जम्मू के किश्तवाड़ से दक्षिण कश्मीर के कोकेरनाग के रास्ते बैसरन तक पहुंचा हो।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सऊदी अरब की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को स्थिति की जानकारी दी। अमित शाह तत्काल सुरक्षा समीक्षा बैठक के लिए शाम को श्रीनगर पहुंचे, इस सिललिसे में उन्होंने हाई लेवल मीटिंग भी की।