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लेखक ने खोल दी चीन की पोल, 4 साल कैद में रखा; अब सुना दी सजा-ए-मौत

ऑस्ट्रेलिया के एक लेखक ने मानवाधिकार को लेकर चीन की पोल खोल दी। इसके बाद बीजिंग की एक कोर्ट ने लेखक को मौत की सजा सुना दी। इसपर ऑस्ट्रेलियाई सरकार भी हैरान है।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तान, बीजिंगMon, 5 Feb 2024 11:57 AM
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लेखक ने खोल दी चीन की पोल, 4 साल कैद में रखा; अब सुना दी सजा-ए-मौत

चीन की राजधानी बीजिंग की एक कोर्ट ने ऑस्ट्रेलियाई लेखक को मौत की सजा सुना दी। लेखकयांग हेंगजुन को साल 2019 में चीन ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया था। उन्होंने अपने लेख और ब्लॉग में चीन की पोल खोल दी थी जो कि उसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था। उन्होंने चीन में होने वाले मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर खुलकर लिखा था। बता दें कि चीन में मौत की सजा एक आम बात हो गई है। कई बार सरकारी अधिकारियों को भी मौत की सजा दे दी जाती है। अगर कोई भी सरकार पर उंगली उठाता है तो उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है।

लेखक यांग की सजा सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि अगर उनका व्यवहार अच्छा रहता है तो सजा को उम्रकैद में तब्दील कर दिया जाएगा। चीन की कोर्ट के इस फैसले से ऑस्ट्रेलियाई सरकार भी हैरान है। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वॉन्ग ने कहा कि उन्हें भी जानकारी मिली है। उन्होंने कहा, कई साल कैद में रहने के बाद अब यांग के साथ ऐसा किया गया है। मुझे डॉ. यांग के परिवार की चिंता वे इतने बड़े दुख को कैसे सहेंगे। 

बता दें कि 58 साल के यांग लोकतंत्र को लेकर अकसर मुखर रहते हैं। 2019 में वह जब चीन यात्रा पर पत्नी के साथ पहुंचे थे तभी उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। उनपर आरोप था कि उनकी वजह से देश की सुरक्षा को खतरा पैदा हुआ है। सिडनी मॉर्निंग हेरल्ड में छपी रिपोर्ट में उनके समर्थकों ने कहा कि मानवाधिकार उल्लंघन पर चीन की पोल खोलने के लिए ही उन्हें मौत की सजा सुना दी गई है। 

बता दें कि यांग की हिरासत को लेकर ऑस्ट्रेलियाई सरकार के साथ चीन का तनाव भी बढ़ा था। ऑस्ट्रेलिया का कहना है कि यांग के लिए उच्च स्तर पर वकालत की गई थी। ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री ने कहा कि आगे भी यांग की भालई के लिए सरकार वकालत से पीछे नहीं हटेगी। यांग के करीबियों का कहना है कि चार साल की हिरासत के बाद उनकी तबीयत भी काफी बिगड़ गई है। ऐसे में उन्हें परोल की सख्त जरूरत है। 
 

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