Chile Forest fire spreads 112 people dead more than hundred many people become homeless - International news in Hindi चार दिनों से जल रहा यह देश! जंगल से लेकर सड़कों तक आग; मारे जा चुके हैं 112 लोग, International Hindi News - Hindustan
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चार दिनों से जल रहा यह देश! जंगल से लेकर सड़कों तक आग; मारे जा चुके हैं 112 लोग

चिली में जंगल की आग की वजह से हजारों लोग बेघर हो गए हैं। आग मध्य चिली के पहाड़ी जंगलों में लगी। चिली के गृह विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि उस आग में 112 लोगों की मौत हो गई।

Himanshu Tiwari एएफपी, नई दिल्लीMon, 5 Feb 2024 07:38 PM
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चार दिनों से जल रहा यह देश! जंगल से लेकर सड़कों तक आग; मारे जा चुके हैं 112 लोग

चिली का एक हिस्सा जंगल की आग से जल रहा है। दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के इस देश में जंगल की आग से कई घर, कारें, दुकानें जलकर राख हो गई हैं। आग में सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चिली में अब तक 112 लोगों की जंगल की आग में मौत हो चुकी है। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, आग मध्य चिली के पहाड़ी जंगलों में लगी।

चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक ने चिंता व्यक्त की कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। वह शनिवार दोपहर से हेलीकॉप्टर से प्रभावित इलाकों का निरीक्षण करने निकले थे। 2010 में चिली में आए भूकंप और सुनामी में 500 लोगों की मौत हो गई थी। उसके बाद, जंगल की आग से लगी आग इस देश की सबसे बड़ी दुर्घटना है। किसी भी वर्ष के अंत में पूर्वी प्रशांत महासागर में चिली, पेरू, इक्वाडोर के साथ दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के पश्चिमी तट पर एक प्रकार की गर्म दक्षिणवर्ती धारा बनती है। इसे 'अल नीनो' कहा जाता है। विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह आग उष्णकटिबंधीय गर्म की लहरों के कारण लगी है। इस वर्ष अन्य लैटिन अमेरिकी देशों पर भी इसका प्रभाव पड़ा है।

चिली के इतिहास की सबसे भीषण आग
चिली की आंतरिक मंत्री कैरोलिना तोहा के अनुसार, आग चिली के इतिहास की सबसे भीषण आग है। रविवार तक, मध्य और दक्षिणी चिली की लगभग 64,000 एकड़ जमीन पर बसी बस्तियां जल चुकी थीं। चिली में जंगल की आग से तटीय शहर विना डेल मार और इसके आसपास के इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। 1931 में बना शहर का मशहूर वनस्पति उद्यान जलकर राख हो गया है।

विना डेल मार बना मौत का शहर
विना डेल मार में लगभग 1,600 लोग बेघर हैं। शहर अब सिर्फ बेबसी की तस्वीर बनकर रह गया है। बहुत से लोग घरों और रिश्तेदारों के खोने का दुख मना रहे हैं। लगातार चार दिनों तक आग भड़कने के कारण विना डेल मार शहर व्यावहारिक रूप से मौत का शहर बन गया है। सफेद चादर में लिपटे मृतकों की तस्वीरें भी सामने आई हैं। जंगल की आग की गर्मी में, मध्य चिली के कई हिस्सों में तापमान काफी बढ़ गया है। चिली के आपदा प्रतिक्रिया बल के सदस्य आग बुझाने के लिए दिन-रात काम कर रहे हैं। लगभग 1,400 अग्निशमन विभाग के कर्मी और 1,300 सैनिक 31 अग्निशमन हेलीकॉप्टरों के जरिए राहत कार्य लगातार जारी है।

अर्जेंटीना ने भी किया मदद का वादा
रविवार दोपहर तक मरने वालों की संख्या 100 के पार पहुंच गई। जिनमें से 32 लोगों की पहचान कर ली गई है। चिली के आपदा प्रबंधन प्रमुख अल्वारो होर्माजेबल ने कहा कि रविवार सुबह तक 34 जगहों पर आग लगी हुई थी। 43 अन्य स्थानों पर आग नियंत्रण में है। हरमजाबल ने कहा कि मौसम की वजह से आग बुझाने में देरी हो रही है। चिली में जंगल की आग का प्रसार शुक्रवार से ही व्यापक रूप ले चुका है। शुक्रवार को सरकार ने वालपराइसो और राजधानी सैंटियागो को जोड़ने वाली सड़क बंद कर दिया। शनिवार तक आग काफी फैल चुकी थी। सरकार ने हजारों लोगों को अपने घर खाली करने का आदेश दिया। वहां की सरकार ने पीड़ितों को आर्थिक सहायता देने का वादा किया है। पड़ोसी देश अर्जेंटीना ने भी चिली के खतरे में साथ देने का वादा किया है।

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