आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा-'राजनेता संशोधन के मुद्दे पर मुसलमानों को गुमराह कर रहे हैं और भड़का रहे हैं।' उन्होंने दावा किया, 'हमें वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने वाले मुसलमानों से बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं।' आरएसएस नेता ने पूछा- 'क्या किसी अन्य धर्म में ऐसा कोई बोर्ड है?'
सरकार ने वक्फ बोर्ड को नियंत्रित करने वाले कानून में संशोधन से संबंधित विधेयक गत 8 अगस्त को लोकसभा में पेश किया था, जिसे सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक एवं चर्चा के बाद संयुक्त समिति को भेजने का फैसला हुआ था।
किशनगंज में जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद सैयद असद मदनी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर विरोध जताते हुए कहा कि यह विधेयक संविधान और शरीयत के खिलाफ है। वक्फ मुसलमानों द्वारा दान की गई संपत्ति है, इसलिए हुकूमत इसमें दखल न दे।
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि यह प्रस्ताव सदन के कीमती समय की बर्बादी है, क्योंकि वक्फ (संशोधन) विधेयक की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन किया गया है और इसका कार्यकाल हाल ही में 2025 में संसद के बजट सत्र के अंतिम दिन तक बढ़ा दिया गया है।
बनारस के उदय प्रताप कॉलेज (यूपी कॉलेज) में वक्फ बोर्ड का लेटर वायरल होने के बाद से गरमाया मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को वक्फ बोर्ड का पुतला फूंकने के बाद मंगलवार को छात्रों ने यहां हनुमान चालीसा का पाठ किया। अंदर मस्जिद में नमाज भी नहीं हो सकी।
वायरल वीडियो में कल्याण बनर्जी को बांग्ला में कथित तौर पर यह कहते हुए सुना जा सकता है कि कोई भी स्थान, जहां मुसलमान नमाज अदा करते हैं, उसे स्वत: मौलिक रूप से वक्फ संपत्ति माना जाएगा।
शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पेश होने की संभावना के बीच यह मामला राजनीतिक गरमाहट पैदा कर रहा है। कई मुस्मिल देशो में वक्फ को लेकर कानून खामोश हैं फिर भारत में इसे लेकर क्यों बवाल मचा है?
भाजपा सांसद और समिति की सदस्य अपराजिता सारंगी ने बुधवार शाम बताया कि वक्फ विधेयक में प्रस्तावित बदलावों का अध्ययन कर रही संयुक्त संसदीय समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से अगले साल के बजट सत्र के अंतिम दिन तक का समय मांगा है।
बिहार विधानसभा के शीत सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को राजद, कांग्रेस और लेफ्ट के विधायक संसद में वक्फ संशोधन बिल की संभावित पेशी को लेकर हंगामा कर सकते हैं। ये विधानसभा से वक्फ बिल के खिलाफ प्रस्ताव पास करने की मांग कर रहे हैं।
जमीयत उलमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने वक्फ बोर्ड पर सीएम नीतीश कुमार को सियासी चेतावनी दे डाली है। उन्होने कहा कि वक्फ हमारा मजहब है। अगर आप उस पर अपना रुख साफ नहीं करेंगे, तो मुसलमान खुद फैसला करेगा कि आपकी गर्वेंमेंट आपके मजहब को जिंदा रखना चाहती है, या फिर आग लगाना चाहती है।
शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के लिए वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयक सूचीबद्ध किए गए हैं। विपक्ष के कई नेताओं ने कहा है कि वे अडानी पर लगे आरोपों का मुद्दा संसद में उठाएंगे।
वक्फ विधेयक पर बनी जेपीसी को तीन शहरों का रिसर्च टूर रद्द करना पड़ा। इन टूर का विपक्षी सांसद विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि टूर ऐसे समय में रखा गया जब वे अपने लोकसभा क्षेत्रों में व्यस्त हैं।
प्रसिद्ध वकील हरीश साल्वे ने बोहरा समुदाय की ओर से संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में वक्फ (संशोधन) बिल 2024 पर अपना पक्ष रखा और समुदाय को वक्फ एक्ट, 1995 से बाहर रखने की मांग की।
विपक्षी सदस्यों ने अपने इस पत्र में प्रस्तावित कानून के खिलाफ आपत्तियों समेत अपनी चिंताओं का उल्लेख किया है। विपक्ष से जुड़े सूत्रों का कहना था कि वे मंगलवार को बिरला से मिलकर यह पत्र को सौंपेंगे।
एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड और तिरुमाला बोर्ड को लेकर बड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहाकि जब टीटीडी बोर्ड में एक भी गैर हिंदू नहीं रखने की बात है तो वक्त बोर्ड में गैर मुस्लिम क्यों?
वक्फ संशोधन विधेयक पर विचार कर रही संसद की संयुक्त समिति की बैठक में बनर्जी ने कांच की बोतल तोड़कर समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल की ओर फेंक दी थी।
दिल्ली वक्फ बोर्ड की ओर से दी गई प्रजेंटेशन का ये सांसद विरोध कर रहे थे। इन सांसदों का कहना था कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के प्रशासक ने बिना दिल्ली सरकार की अनुमति के ही प्रजेंटेशन में बदलाव कर दिए। इसकी जानकारी तक दिल्ली सरकार को नहीं दी गई।
आतिशी ने कहा है कि अश्विनी कुमार ने दिल्ली सरकरा से मंजूरी लिए बिना ही रिपोर्ट भेद दी है। ऐसे में इसका कोई मतलब नहीं है।
वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा के लिए जेपीसी की बैठक में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद कल्याण बनर्जी की हरकतों ने हलचल मचा दी। कल्याण बनर्जी इससे पहले भी अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चाओं में रहे हैं।
वक्फ बिल पर हुई संयुक्त संसदीय समिति की बैठक के दौरान टीएमसी के कल्याण बनर्जी ने गुस्से में एक कांच की पानी की बोतल तोड़ दी, जिससे उनकी खुद की उंगली घायल हो गई।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए AIUDF चीफ बदरुद्दीन अजमल ने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वसंत विहार से लेकर एयरपोर्ट तक का इलाका वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर बना है। इसमें नया संसद भवन भी शामिल है।
वक्फ विधेयक को लेकर हुई जेपीसी की बैठक में लगातार दूसरे दिन हंगामे के बाद विपक्षी सांसदों ने ओम बिरला को पत्र लिखकर शिकायत की है कि बैठक में संसदीय आचार संहिता का घोर उल्लंघन हुआ है।
वक्फ विधेयक को लेकर संयुक्त संसदीय समिति में पक्ष और विपक्ष के सांसद एक बार फिर टकरा गए। विपक्षी सांसदों का दावा है कि उनपर अभद्र टिप्पणी की गई। इसके बाद उन्होंने वॉकआउट कर दिया।
विपक्षी सांसदों के अनुसार, कर्नाटक राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिप्पादी की एक प्रस्तुति के बाद समिति में विवाद खड़ा हो गया, जिनकी गवाही वक्फ विधेयक के नियमों के दायरे से बाहर थी।
केरल के सिरो-मालाबार चर्च और केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल जैसे प्रमुख ईसाई संगठनों ने वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 के संबंध में गठित संयुक्त संसदीय समिति से इसकी शिकायत कर मामले का हल करने का अनुरोध किया है।
मुस्लिम संगठन इस विधेयक का समर्थन कर रहे हैं लेकिन कुछ लोग इसके खिलाफ झूठी कहानी फैला रहे हैं कि सरकार वक्फ (संशोधन) विधेयक के जरिए मुस्लिमों की जमीन छीन लेगी।
वक्फ संशोधन बिल को लेकर संसद की संयुक्त समिति आज बैठक करने वाली थी, लेकिन ये रद्द हो गई है। जानिए इसकी वजह और बैठक की अगली तारीख।
वक्फ बोर्ड संशोधन विधेयक को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि बिल को लेकर देश में अफवाह फैलाई जा रही है। सामाजिक विद्वेष पैदा किया जा रहा है। इसलिए मौलाना के चक्कर में मुसलमान न पड़ें। ये तुम्हारे हक की लड़ाई है।
कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वक्फ बोर्ड के संशोधन विधेयक सीएम नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से रुख साफ करने को कहा है। वहीं बिहार की कानून व्यवस्था पर नीतीश सरकार पर हमला बोला है।
संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के पास विचाराधीन वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर मुसलमानों को भड़काने की भरसक कोशिशें की जा रही हैं। एक वायरल वीडियो में कहा जा रहा है कि बिल पास हो गया तो मुसलमानों से मस्जिदें छीन ली जाएंगी। जेपीसी सदस्य निशिकांत दुबे ने कहा है कि बिल में ऐसा कुछ नहीं है।