अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते कुछ दिनों में पुतिन से सीधी बातचीत और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पर जुबानी हमले कर सबको हैरत में डाल दिया है। रूस के साथ अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों को लेकर यूरोप के देशों में खलबली मची हुई है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने क्या कहा?
एक तरफ पुतिन यूक्रेन जीतने का सपना देख रहे हैं, दूसरी तरफ युद्ध के मैदान में उनके लिए अच्छी खबर नहीं है। रूसी जनरल ने दावा किया कि उनकी सेना ने अभी तक कुर्स्क क्षेत्र पर पूरी तरह से नियंत्रण नहीं पाया है।
सऊदी अरब में शांति वार्ता के दौरान पुतिन और ट्रंप ने आपस में बात की। इस बैठक में न जेलेंस्की को बुलाया और न यूरोपीय संघ को। अब चर्चा है कि रूस यूक्रेन में चुनाव की डिमांड से सत्ता पलटना चाहता है। ट्रंप और पुतिन में क्या खिचड़ी पक रही है?
डोनाल्ड ट्रंप ने जेलेंस्की को युद्ध खत्म करने की सलाह दी थी। इसके बाद जेलेंस्की ने उन पर ही पलटवार किया था और कहा था कि वह रूस के भ्रमजाल में फंस गए हैं और इसलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि अमेरिका से बातचीत के आधार पर ही जंग को लेकर आखिरी फैसला होगा।
यूक्रेन ने रूस के लगभग अभेद्य एस 350 एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। रूस के इस पॉवरफुल हथियार के नष्ट हो जाने से भारत और चीन चिंता में आ सकते हैं। जानिए क्यों और कैसे?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन जंग को लेकर नई रणनीति पर चलते दिख रहे हैं। एक तरह जहां सऊदी में अमेरिकी और रूसी अधिकारियों की बैठक में यूक्रेन को साइडलाइन कर दिया गया वहीं दूसरी तरफ अब ट्रंप ने भी जेलेंस्की की नाराजगी को नजरंदाज कर दिया है।
सऊदी अरब में शांति वार्ता के बीच यूक्रेन और रूस एक-दूसरे पर हमले जारी रखे हुए हैं। यूक्रेनी सेना ने रूस पर ऐसा भीषण हमला किया है कि इससे उबरने में पुतिन को दो महीने लग जाएंगे। रूस ही नहीं पड़ोसी देश को भी तगड़ा नुकसान हुआ है।
रूस की तरफ से एक बयान जारी कर बताया गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। इससे पहले अमेरिका और रूस के अधिकारियों ने मंगलवार को सऊदी अरब में एक हाई प्रोफाइल मीटिंग की है।
रूस और अमेरिका के बीच चर्चा यूक्रेन के लिए घाटे का सौदा भी हो सकता है। यूक्रेन ने इस चर्चा में साफ लेने और इसे स्वीकार करने से साफ इनकार कर दिया है। डोनाल्ड ट्रंप पहले ही कह चुके हैं कि वह फ्री में यूक्रेन की मदद नहीं करेंगे।
यूक्रेन ने आपत्ति जताई है कि वह ट्रंप और पुतिन के फैसलों पर विचार नहीं करेगा। उधर, इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पिछले हफ्ते ही ट्रंप से मुलाकात कर लौटे तो उनके तेवर भी बदले हुए नजर आए।