यूपी में गंगा के साथ पांडु नदी भी उफान पर है। गंगा अभी भी चेतावनी बिंदु से ऊपर बह रही हैं, पिछले 24 घंटे में 23 सेंटीमीटर जलस्तर और बढ़ गया है। कानपुर बैराज पर इतना दबाव बढ़ चुका है कि गुरुवार को यहां से इस सीजन का सबसे अधिक 3,89,177 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
Weather Update: जहां-जहां भारी बारिश से लोगों का जन-जीवन अस्त-व्यस्त था, वहां राहत मिलने की उम्मीद है। मॉनसून की विदाई के बीच मौसम विभाग ने कहा है कि अगले पांच दिनों तक भारी बारिश नहीं होगी।
यूपी में बुधवार को दिन में शुरू हुई बारिश देर रात तक रही। हालांकि, आज बारिश से राहत मिलेगी। सुबह को हल्की बारिश के बाद अब दोपहर में मौसम खुलने के आसार हैं। दोपहर तक मौसम पूरी तरह से साफ होने की उम्मीद है। बारिश के कारण अचानक 8 डिग्री पारा गिर गया।
प्रयागराज में राहत की उम्मीद लगाए गंगा किनारे रहने वालों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। गंगा का जलस्तर ढाई मिमी प्रति घंटा की गति से घट रहा है। नैनी में यमुना दोपहर से रात तक स्थिर रहीं। गंगा के धीमी गति से घटने और यमुना के स्थिर होने से एकबार फिर जलस्तर बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
चक्रवाती परिस्थितियों के बीच मध्य यूपी और ब्रज मंडल में तेज हवा के साथ लगातार हुई बारिश ने कहर बरपा दिया। बारिश के चलते ब्रज क्षेत्र में एक दिन के लिए 12वीं तक स्कूल-कॉलेज बंद रखने की घोषणा हुई है।
बरेली के मीरगंज में दो जोड़ा नदी करनपुर में लगातार कटान कर रही है। नदी अब आबादी के नजदीक पहुंच गई है। जमीन को काटते हुए लोगों के घरों तक नदी का पानी पहुंचने लगा है।
ताजनगरी आगरा में मंगलवार दोपहर बादलों की वापसी हो गई। इससे पहले तेज अंधड़ आया। करीब 20 मिनट धूल भरी तेज रफ्तार हवाएं चलीं। इसके बाद पहले रिमझिम फिर हल्की बारिश होती रही। बुधवार को भी भारी बारिश के आसार हैं।
एक दर्जन मछुआरे उफनाई गंगा की लहरों में फंस गए। जोरदार बारिश और तूफानी हवा के बीच गंगा के तेज बहाव में चार छोटी नावें बहती हुईं बबूल के पेड़ व पंपिंग सेट हाउस से टकरा गईं। लगभग छह घंटे तक मछुआरों की जान अटकी रही।
प्रयागराज में गंगा-यमुना का बढ़ा जलस्तर कम हो रहा है। बाढ़ की चपेट में आए हजारों परिवारों को तुरंत राहत मिलने की संभावना कम है। गंगा-यमुना का जलस्तर धीमी गति से कम हो रहा है। बैराजों से गंगा में डिस्चार्ज भी बढ़ाया जा रहा है।
खरीफ सीजन में प्रमुख फसलों में धान और अरहर प्रमुख हैं। दलहन की फसलों के लिए कम जल की आवश्यकता होती है। दलहन की 10-15 फीसदी फसल यागी के दौरान हुई बारिश के कारण बर्बाद हुई है। उकठा रोग भी पानी के कारण बड़ा कारण बन गया है।
मौसम विभाग का कहना है कि मॉनसून की गतिविधियां अब धीरे-धीरे कम होंगी और 25 सितंबर के आसपास मॉनसून विदा हो जाएगा। हालांकि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से कई राज्यों में बारिश का अनुमान है।
प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार रात बड़े हनुमान मंदिर परिसर में गंगा जल का प्रवेश हो गया। लगातार हो रही बढ़ोतरी के कारण कछारी इलाकों में खलबली मच गई है। छोटा बघाड़ा के कछारी मकानों में लोग समान समेटने लगे हैं।
फिरोजाबाद में एक परिवार में मौत के बाद श्मशानघाट में जलभराव ने लोगों के कदम रोक लिए। इसी बीच जलभराव में युवा पहुंच गए और शव के साथ साथ अंत्येष्टि का सामान पहुंचवाया तब शव दाह संस्कार की प्रक्रिया पूरी हो पाई।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में भारी बारिश और बिजली गिरने से हुई मौतों पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुमन्य राहत राशि दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
सितंबर के 13 दिन बीत गए लेकिन धुआंधार बारिश जारी है। यूपी के कई जिलों में तो मानसून कहर ढा रहा है। सितंबर तक विदा हो जाने वाला मानसून इस बार 25 अक्टूबर तक विदाई ले सकता है।
IMD Rainfall Alert: उत्तरपश्चिम यूपी में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने से पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में आज बहुत भारी बरसात हो सकती है।
UP Floods: यूपी और राजस्थान के बॉर्डर पर बह रही पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। वहीं चंबल और उटंगन नदी भी उपान पर हैं। ऐसे में यूपी के कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यहां तक की हाईवे भी जलमग्न हो गए और वाहन तैर रहे हैं।
वाराणसी में रामनगर के बलुआ घाट पर गुरुवार को दोपहर बाद करीब 3.15 बजे बारादरी का गुंबद ढह गया। बारिश से बचने के लिए नीचे बैठे चंदौली के परोरवां (मुगलसराय) निवासी 57 वर्षीय मजदूर मेवालाल की मौत हो गई। इसमें एक कुत्ते की भी जान चली गई।
यूपी के कई इलाकों में भारी बारिश ने पुराने रिकार्ड को ध्वस्त कर दिया है। सितंबर में हुई इस बारिश ने 40 साल का रिकार्ड तोड़ा है। 24 घंटे में बारिश लगातार हुई है। मौसम विभाग की मानें तो दो से तीन दिन तक तूफानी हवा, भारी बारिश की चेतावनी दी है।
मध्य भारत में उत्पन्न दबाव क्षेत्र के कारण पूरा यूपी बारिश से तरबतर है। ब्रज मंडल में पिछले 42 घंटे से लगातार बारिश जारी है। यहां बारिश के कारण एक मकान की दीवार गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई। सबसे ज्यादा पांच मौतें मैनपुरी में हुई हैं।
झांसी में 32 घंटे से लगातार हो रही बारिश इंसान ही नहीं मुर्दों के लिए भी आफत बन गई। शव लेकर आए एंबुलेंस चालक ने सड़क पर पानी भरा देखकर आगे जाने से मना कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने शव को एक ट्यूब में बांधा फिर उसे नाला पार करवाया।
Rain Alert: उत्तराखंड में 12 और 13 सितंबर को भारी से बहुत भारी बारिश होने वाली है, जबकि 14 सितंबर को भारी बरसात होने की संभावना है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां 12 सितंबर को बहुत भारी और 13 सितंबर को भारी से बहुत भारी बरसात की संभावना है।
अलीगढ़ जनपद में पिछले 36 घंटे से हो रही बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अलीगढ़ में गुरुवार सुबह तक करीब चार मकान, कई जगह पेड़ गिरने की सूचना मिली है। वहीं दिल्ली हावड़ा रेलवे ट्रैक पर बारिश का पानी भर गया है। पानी भरने से ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई है।
मैनपुरी में कुरावली कोतवाली क्षेत्र के ग्राम राजलपुर में बरसात के दौरान कच्चा मकान गिर पड़ा। जिसके मलबे की चपेट में आकर महिला सहित दो लोगों की मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
यूपी में बारिश से अब मौसम में बदलाव हो रहा है। ब्रज में बुधवार को घंटों हुई बारिश में हर जिला हलकान रहा। इस दौरान जिलों में 20 से 50 मिमी तक बारिश रिकॉर्ड की गई। आगरा में बारिश के रेड अलर्ट के चलते गुरुवार को सभी बोर्डे 12वीं तक के स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है।
यूपी का बुंदेलखंड इलाका हमेशा पानी के लिए तरसता रहता है। यहां पीने के लिए भी पानी कभी टैंकरों से भेजे जाते हैं तो कभी रेलगाड़ियां पानी पहुंचाती हैं। बारिश बेहद कम होने से लोग परेशान रहते हैं। लेकिन इधर उल्टा हो गया है। बुंदेलखंड के झांसी में पिछले 17 घंटे से लगातार बारिश का दौर जारी है।
मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटों में यूपी में जमकर बारिश होने के आसार हैं। आईएमडी ने कई जिलों में रेड और ऑरेज अलर्ट जारी कर दिया है। वहीं, बुलंदशहर, औरैया समेत कई जिलों में बुधवार सुबह भी बारिश हुई।
UP Rain: अगले तीन दिनों तक मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा भी कई राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
आलमनगर और शाहजहांपुर रेलखंड के बीच उमरताली और दलेलनगर के बीच बुधवार सुबह तड़के आए तेज आंधी पानी के कारण ओएचई लाइन ध्वस्त हो गई। बिजली की लाइनें टूट गईं। जिसकी वजह से तमाम ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो गया। ट्रेनों को सीतापुर से शाहजहांपुर बरेली होकर निकाला गया।
आज से वेस्ट यूपी में मध्यम से भारी बारिश का दौर शुरूहोनेजारहाहै। वहीं चीन में आए चक्रवर्ती तूफान यागी का असर मंगलवार रात कानपुर तक पहुंच गया। तेज तूफानी हवाओं और गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई।