Vakri Shani: शनि जुलाई में मीन राशि में वक्री होंगे। शनि के वक्री होने से सभी 12 राशियां प्रभावित होंगी। जानें पंडित जी से वक्री शनि का राशियों पर प्रभाव-
शनि का नक्षत्र परिवर्तन उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हो गया है। शनि इसके अलावा वक्री भी हो रहे हैं, शनि के इन परिवर्तन से कई राशियों को लाभ और कई राशियों को नुकसान होगा।
शनि अब 2027 में मेष राशि में जाएंगे। 2027 में शनि दो बार राशि परिवर्तन करेंगे। शनि के इस राशि परिवर्तन से किन राशियों पर शनि का प्रभाव होगा।
Shani Vakri:मीन राशि में आने के बाद अब शनि विपरीत चाल चलेंगे। आपको बता दें कि शनि 29 मार्च 2025 में मीन राशि में आए हैं। ऐसे में शनि 13 जुलाई वक्री हो रहे हैं। शनि 13 जुलाई से 28 नवंबर 2025 तक विपरीत चाल चलेंगे।
ग्रहीय मंत्रिमंडल में अत्यंत प्रभावशाली एवं सबसे मंद गति से चलने वाले शनिदेव का गोचरीय दृष्टिकोण से परिवर्तन बृहस्पति की राशि में हो गया है। आइए जानें किन राशियों के किस भाव में प्रभाव दिखाएंगे शनिदेव
एक राशि में सर्वाधिक काल तक गोचर करने वाले प्रभावशाली ग्रह शनि के गोचर में परिवर्तन 29 मार्च 2025 को दिन शनिवार को हो गया है। शनि अपनी राशि कुंभ से धर्म, आध्यात्मिकता, ज्ञान, बौद्धिकता एवं धार्मिकता आदि के कारक ग्रह बृहस्पति की राशि मीन में प्रवेश कर चुके हैं।
Saturn transit pisces 2025: शनि आज मीन राशि में गोचर करेंगे, जिससे मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण प्रारंभ होगा। जानें मीन राशि वालों को क्या फल देंगे शनि-
Shani gochar 2025 meen rashi: ग्रहों के न्यायाधीश शनिदेव 29 मार्च 2025 को देवगुरु बृहस्पति की मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि गोचर से पांच राशियां सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी।
Shani Transit 2025: शनि करीब 30 साल बाद अपनी स्वराशि कुंभ से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के मीन राशि में जाने से कुछ राशियों को भाग्य का साथ मिलेगा। जानें शनि राशि परिवर्तन की लकी राशियां-
शनिदेव के राशि परिवर्तन करने से मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। मेष राशि पर 2032 तक शनि की साढ़ेसाती रहेगी। 2032 में शनि के राशि परिवर्तन करते ही मेष राशि वालों को साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी।