'मन की बात' कार्यक्रम पहली बार 3 अक्टूबर 2014 को विजयादशमी के दिन शुरू हुआ था। यह देशवासियों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का एक प्रभावी माध्यम बन चुका है।
पीएम मोदी ने मन की बात में 1917 में हुए चंपारण सत्याग्रह का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने बताया कि गांधी जी के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन ने आजादी की लड़ाई में अहम रोल निभाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 119वें मन की बात कार्यक्रम में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पीएम मोदी ने इसरो की उपलब्धियों को गिनाया। इसके अलावा उन्होंने कहा कि महिला दिवस के दिन वह अपने सोशल मीडिया हैंडल प्रेरणास्रोत महिलाओं को समर्पित करेंगे।
‘साधु कहें मन की बात’ कार्यक्रम में साधु-संत धार्मिक और सामाजिक संकल्पों पर अपने मन की बात करेंगे। इसमें गोहत्या पर रोक के साथ अन्य विषय शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘महाकुंभ’ को एकता और समता-समरसता का असाधारण संगम करार दिया। उन्होंने कहाकि हजारों साल से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव और जातिवाद नहीं है।