Hindi Newsदेश न्यूज़PM Modi address this year first Mann Ki Baat discusses on Mahakumbh 2025

मन की बात में पीएम मोदी ने की महाकुंभ पर चर्चा, एकता, समता-समरसता का बताया संगम

  • प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘महाकुंभ’ को एकता और समता-समरसता का असाधारण संगम करार दिया। उन्होंने कहाकि हजारों साल से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव और जातिवाद नहीं है।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 19 Jan 2025 12:24 PM
share Share
Follow Us on

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘महाकुंभ’ को एकता और समता-समरसता का असाधारण संगम करार दिया। उन्होंने कहाकि हजारों साल से चली आ रही इस परंपरा में कहीं भी कोई भेदभाव और जातिवाद नहीं है। आकाशवाणी के मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ की 118वीं कड़ी और साल 2025 की पहली कड़ी में अपने विचार साझा करते हुए उन्होंने महाकुंभ में युवाओं की बढ़ती भागीदारी का उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब युवा पीढ़ी अपनी सभ्यता के साथ गर्व से जुड़ जाती है तो उसकी सभ्यतागत जड़ें और मजबूत होती हैं। तब उसका स्वर्णिम भविष्य भी सुनिश्चित हो जाता है।

मोदी ने ‘कुंभ’, ‘पुष्करम’ और ‘गंगा सागर मेले’ का उल्लेख करते हुए कहा कि ये पर्व सामाजिक मेल-जोल, सद्भाव और एकता को बढ़ाने वाले पर्व हैं। उन्होंने कहाकि ये पर्व भारत के लोगों को भारत की परंपराओं से जोड़ते हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि कुंभ में दक्षिण, पश्चिम और हर कोने से लोग आते हैं। कुंभ में गरीब और अमीर सब एक हो जाते हैं और सब लोग संगम में डुबकी लगाते हैं। एक साथ भंडारे में प्रसाद ग्रहण करते हैं। तभी तो कुंभ एकता का महाकुंभ है। कुंभ का आयोजन हमें यह भी बताता है कैसे हमारी परंपराएं पूरे भारत को एक सूत्र में बांधती हैं। उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ में युवाओं की भागीदारी बहुत व्यापक रूप में नजर आई है। उन्होंने कहाकि जब युवा पीढ़ी अपनी सभ्यता के साथ गर्व के साथ जुड़ जाती है तो उसकी जड़े और मजबूत होती है और तब उसका स्वर्णिम भविष्य भी सुनिश्चित हो जाता है।

हाल के दिनों में उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा कि आज हमारा देश अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार का 'गणतंत्र दिवस' बहुत विशेष है क्योंकि ये भारतीय गणतंत्र की 75वीं वर्षगांठ है। उन्होंने कहाकि इस वर्ष संविधान लागू होने के 75 साल हो रहे हैं। मैं संविधान सभा के उन सभी महान व्यक्तित्वों को नमन करता हूं, जिन्होंने हमें हमारा पवित्र संविधान दिया। प्रधानमंत्री ने इस दौरान संविधान सभा में बहस के दौरान बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर, राजेन्द्र प्रसाद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संबोधनों के ऑडियो क्लिप का कुछ अंश भी सुनाया।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान 25 जनवरी को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय मतदाता दिवस का जिक्र करते हुए कहा कि यह दिन इसलिए अहम है, क्योंकि इसी दिन भारतीय निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी। कउन्होंने कहाकि हमारे संविधान निर्माताओं ने संविधान में हमारे चुनाव आयोग को, लोकतंत्र में लोगों की भागीदारी को, बहुत बड़ा स्थान दिया है। मैं चुनाव आयोग का भी धन्यवाद दूंगा, जिसने समय-समय पर, हमारी मतदान प्रक्रिया को आधुनिक बनाया है, मजबूत किया है। आयोग ने जन-शक्ति को और शक्ति देने के लिए, तकनीक की शक्ति का उपयोग किया। उन्होंने देशवासियों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपने-अपने मताधिकार का उपयोग करने और देश की लोकतांत्रिक प्रक्रिया सशक्त बनाने का भी आह्वान किया।

अगला लेखऐप पर पढ़ें