ग्राफिक एरा विवि ने नासा और इसरो के संयुक्त मिशन निसार से जुड़कर जलवायु परिवर्तन और आपदाओं के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का निर्णय लिया है। ग्राफिक एरा के फार्म में स्थापित हाई प्रिसीजन...
भारत के अंतरिक्ष इतिहास में यह एक नया अध्याय जोड़ने जा रहा है, जहां एक भारतीय वायुसेना अधिकारी पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मानव अंतरिक्ष मिशन में हिस्सा लेंगे।
नासा की अनुपस्थिति ने भले ही सम्मेलन की चमक को थोड़ा कम किया हो, लेकिन इसने भारत को अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाने का अवसर प्रदान किया।
इसरो ने बताया कि भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला आईएसएस में 14 दिन बिताएंगे। इस दौरान वो भारतीय व्यंजनों का लुत्फ ले सकेंगे। उन्हें खाने में मूंग का हलवा और आम रस खाने को मिलेगा।
- एक्सिओम मिशन के तहत आईएसएस जाएंगे नई दिल्ली, एजेंसी। एक्सिओम मिशन के लिए
नासा ने न्यूजीलैंड के वानाका एयरपोर्ट से सुपर प्रेशर बैलून को लॉन्च किया। यह बैलून 1.88 करोड़ क्यूबिक फीट बड़ा है और 1.1 लाख फीट की ऊंचाई पर स्थिर हो गया है। इसका उद्देश्य पृथ्वी के वायुमंडल का अध्ययन...
नासा ने एक अनोखी परियोजना 'गैलेक्सी जू' शुरू की है, जिसमें आम लोग घर बैठे 500,000 आकाशगंगाओं की पहचान कर सकते हैं। इसमें भाग लेने के लिए किसी विशेष ज्ञान की आवश्यकता नहीं है, केवल वेबसाइट पर जाकर...
ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना के स्पेशल टेस्ट पायलट और अंतरिक्ष यात्री हैं। 10 अक्टूबर 1985 को लखनऊ में उनका जन्म हुआ। उन्होंने सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और 2005 में नेशनल डिफेंस एकेडमी से ग्रेजुएशन किया।
नासा के इस प्रयोग में अपोलो 17 मिशन से लाए गए चंद्रमा की मिट्टी के नमूनों पर कृत्रिम सौर वायु डाली गई। रिजल्ट से 65 साल पुरानी थ्योरी सही साबित हो गई है।
भारत मई में नासा के सहयोग से एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को भेजने जा रहा है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्ला इस मिशन में...