महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले मंगलवार यानी 15 अप्रैल को राज ठाकरे के घर पर जाकर मुलाकात की थी और उनके साथ रात्रिभोज भी किया था। तभी से अटकलों का बाजार गर्म है।
महाराष्ट्र के स्कूलों में अब तक दो भाषाएं- मराठी और अंग्रेजी पढ़ाई जाती थीं, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत फडणवीस सरकार ने छात्रों को तीन-भाषा फॉर्मूला के अनुसार हिन्दी की शिक्षा देने का भी निर्देश दिया है।
2010 में दिग्विजय सिंह ने कहा था कि पूर्व ATS प्रमुख हेमंत करकरे ने मुंबई हमले से पहले उन्हें टेलीफोन पर बताया था कि मालेगांव बम विस्फोट मामले से निपटने के उनके तरीके को लेकर उन्हें दक्षिणपंथी समूहों से खतरा है।
राउत ने यह भी मांग की कि कुलभूषण जाधव, जिसे 2016 में पकड़ा गया था और कथित जासूसी के लिए एक पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी, को भी वापस घर लाया जाए।
आगामी मुंबई नगर निगम चुनावों को ध्यान में रखकर खेला जा रहा यह मराठी कार्ड का खेल देशभर में भाजपा पर भारी पड़ सकता है क्योंकि बैंकों में काम करने वाले कर्मचारी देश के विभिन्न राज्यों में आए हैं।
अजित पवार ने कहा कि मुझे कुछ मत दीजिए। मैं सिर्फ प्यार और सम्मान चाहता हूं। मेरे पैर न छुएं। आजकल के नेता पैर छूने के लायक नहीं हैं। उन्होंने आगे कहा कि माता-पिता और चाचा के आशीर्वाद से मैं ठीक हूं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कहा कि उस स्थान पर एक बोर्ड लगाया जाना चाहिए जिस पर लिखा हो कि हम मराठों ने औरंगजेब को यहीं दफनाया है जो हमें खत्म करने आया था।
मुगल बादशाह की कब्र के मुद्दे के बारे में पूछे जाने पर जोशी ने कहा कि औरंगजेब की कब्र का विषय अनावश्यक रूप से उठाया गया है। उसका निधन भारत में हुआ था, इसलिए यहां उसकी कब्र पर मकबरा बनाया गया है।
मंगलवार को फडणवीस ने कहा था कि फिल्म में मराठा राजा की सच्ची कहानी पेश की गई है और इसे देखने के बाद लोग 17वीं सदी के शासक औरंगजेब के प्रति बड़े पैमाने पर अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।
गृह विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिसकर्मियों पर हमला करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि भीड़ ने चुनिंदा घरों और प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया। यह (हमला) एक पूर्व नियोजित साजिश प्रतीत होती है।